Shahi snan mathura

Vrindavan Kumbh शाही स्नान को शाही अंदाज में निकली संतों की शाही पेशवाई, देखें तस्वीरें

NATIONAL PRESS RELEASE REGIONAL RELIGION/ CULTURE

Mathura, Uttar Pradesh, India. कुंभ पूर्व वैष्णव बैठक के तीसरे शाही स्नान के लिए संतों की शाही पेशवाई शाही अंदाज में निकली। संत महंतों की टोलियों का नगरवासियों ने दिल खोलकर जोशीला स्वागत किया। इस दौरान लोगों ने ऐसी फूलवर्षा की सड़कें फूलों से अट गईं। शनि अमावस्या पर हुई तीसरे शाही स्नान के लिए जिला प्रशासन की ओर से विशेष इंतजाम किये गये थे। शाही स्नान की पेशवाई में संत महंतों के उल्लास ने सनातनी परंपरा के दिव्य दर्शन कराये।

हजारों संत आए

वृंदावन कुंभ मेला में आज फाल्गुन अमावस्या तिथि पर तीसरा और अंतिम शाही स्नान हुआ। इससे पहले वैष्णव महंत एवं सतों की शाही पेशवाई धूमधाम के साथ वृंदावन के प्रस्थान किया। तीन अनि और 18 अखाड़ों के श्रीमहंतों की अगुवाई में निकाली जा रही शाही पेशवाई (जुलूस) में हजारों की संख्या में महंत एवं महाण्डलेश्वरों के अलावा संत पूरे राजशाही अंदाज में चल रहे थे। शनिवर प्रातः करीब साढ़े नौ बजे शाही पेशवाई कुंभ क्षेत्र से शुरू हुई। पेशवाई में आगे-आगे अखाड़ों के वीर ध्वज लेकर संतजन चल रहे थे। इसके पीछे पुष्पों से सजी धजी बग्घियों में तीन अनियों के श्रीमहंत चांदी और पुष्पों के छत्रों में विराजमान होकर चल रहे हैं। इनके पीछे अखाड़ों और खालासाओं के महंत जन, महामण्डलेश्वर और उनके पीछे वैष्णव संत पूरे उल्लास के साथ आगे बढ़ रहे थे।

युद्ध कौशल देखते रह गए लो

पेशवाई के मध्य नागा संत युद्ध कौशल का परिचय दे रहे थे। उनके तलवारों, बनैटी, पटा, गुटका फिरकी को लोग कौतूहलपूर्वक देख रहे हैं। वहीं मार्ग में जगह-जगह भक्तजन पेशवाई में शामिल श्रीमहंत और संत एवं देशभर से आए हजारों भक्तों पर पुष्प वर्षा कर उनका स्वागत कर रहे थे। नगर भ्रमण करने के पश्चात शाही पेशवाई कुंभ क्षेत्र पहुंची। उसके बाद शाही स्नान की परंपरा का निर्वाह करेंगे।

कोरोना से बचाव के नियमों का नहीं हुआ पालन
देश के कई राज्यों में फिर कोरोना संक्रमण तेजी से फैलने लगा है। पिछले कई दिनों से कोरोना पॉजिटिव लोगों की संख्या बढी है। महाराष्ट्र में कई स्थानों पर लॉकडाउन लगा है। वहीं वृंदावन कुंभ में कोरोना के बचाव को लेकर किसी तरह के इंतजामात नहीं दिखे और न ही कोरोना की गाइडलाइन का पालन किया गया। इस कुंभ मेला में देश के कोने-कोने से हजारों श्रद्धालुओं का आवागमन हो रहा है। मास्क और दो गज की दूरी दोनों ही नियमों का पालन नहीं किया गया।