आगरा के वरिष्ठ पत्रकार विजय बघेल केंद्रीय पंचायती राज विभाग की हिंदी सलाहकार समिति में नामित

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वरिष्ठ पत्रकार विजय बघेल केंद्रीय पंचायती राज विभाग की हिंदी सलाहकार समिति में नामित, आगरा के लिए गौरव का क्षण

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Agra, Uttar Pradesh, India, Bharat.

आगरा : वरिष्ठ पत्रकार एवं सी न्यूज़ चैनल के प्रमुख श्री विजय बघेल को
केंद्रीय पंचायती राज विभाग की हिंदी सलाहकार समिति का सदस्य नामित किया गया है।
यह नियुक्ति केवल उनके पत्रकारिता क्षेत्र में असाधारण योगदान का सम्मान नहीं है,
बल्कि ताज नगरी आगरा के लिए भी गौरवपूर्ण उपलब्धि है।

प्रतिष्ठित समिति में प्रतिनिधित्व

गौरतलब है कि इस प्रतिष्ठित समिति में केंद्रीय मंत्री, सांसद, एवं विभिन्न मंत्रालयों के वरिष्ठ अधिकारी शामिल होते हैं।
ऐसे में श्री विजय बघेल की उपस्थिति समिति को नई दिशा प्रदान करने में सहायक सिद्ध होगी।
उनके अनुभव और भाषा-समर्पण से राजभाषा हिंदी के प्रचार-प्रसार को नई ऊर्जा प्राप्त होगी।

भाषा और समाज के प्रति समर्पण

श्री बघेल सदैव सामाजिक सरोकारों, पत्रकारिता की निष्पक्षता और जनहित के मुद्दों पर मुखर रहे हैं।
उनकी सक्रियता से यह अपेक्षा की जा रही है कि वे पंचायत स्तर तक हिंदी की सशक्त भूमिका सुनिश्चित करने के लिए ठोस सुझाव प्रस्तुत करेंगे।

शुभकामनाओं की बौछार

इस अवसर पर पत्रकारिता जगत, साहित्यकारों एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं ने उन्हें हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएँ दीं
और इसे आगरा की ऐतिहासिक उपलब्धि बताया।

संपादकीय

पंचायती राज भारत की लोकतांत्रिक संरचना की सबसे सुदृढ़ नींव है।
यहाँ से न केवल ग्रामीण भारत की दिशा तय होती है, बल्कि विकास की वास्तविक धारा भी प्रवाहित होती है।
ऐसे में यदि संवाद और निर्णय की भाषा हिंदी में हो, तो यह आमजन तक सहजता से पहुँचेगी।

अंग्रेज़ी जैसी जटिल भाषा पंचायत प्रतिनिधियों और ग्रामीण जनता के बीच दूरी बढ़ाती है, जबकि हिंदी उनकी मातृभाषा और भावनाओं की भाषा है।
हिंदी का प्रचार-प्रसार केवल भाषाई गौरव नहीं, बल्कि लोकतंत्र की मजबूती है।

जब ग्राम प्रधान, पंचायत सचिव और ग्रामीण जनता हिंदी में संवाद करेंगे, तो निर्णय अधिक पारदर्शी और भागीदारीपूर्ण होंगे।
इससे योजनाओं की जानकारी सीधे लोगों तक पहुँचेगी और जमीनी स्तर पर विकास कार्य गति पकड़ेगा।

वरिष्ठ पत्रकार विजय बघेल जैसे व्यक्तित्व की समिति में मौजूदगी यह सुनिश्चित करती है कि हिंदी केवल सरकारी कागज़ों तक सीमित न रहे, बल्कि व्यवहार और नीति-निर्माण की भाषा बने।
यह न केवल आगरा बल्कि पूरे देश के लिए गौरव का विषय है।

डॉ भानु प्रताप सिंह

Dr. Bhanu Pratap Singh