दुनियाभर में प्राण प्रतिष्‍ठा की चर्चा: न्यूयॉर्क टाइम्स ने लिखा, ‘मोदी ने विशाल मंदिर का उद्घाटन किया, जो हिंदू-फर्स्ट भारत की एक जीत है’

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उत्तर प्रदेश के अयोध्या में सोमवार को मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हो गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चांदी का छत्र लेकर रामलला की प्राण प्रतिष्‍ठा कार्यक्रम में पहुंचे। पीएम मोदी ने राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के बाद कहा है कि हमारे रामलला अब टेंट में नहीं दिव्य मंदिर में रहेंगे, देशभर के रामभक्तों को लिए ये एक अलौकिक क्षण है। अयोध्या में हुए इस कार्यक्रम की देश की मीडिया में तो काफी ज्यादा चर्चा है ही, दुनिया के दूसरे देशों की मीडिया में भी इसे जगह मिली है। पाकिस्तान, अमेरिका, ब्रिटेन और अरब देशों की मीडया ने राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम पर खबरें की हैं।

ब्रिटेन के अखबार गार्जियन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर के साथ हेडलाइन दी है- ‘मोदी ने भारत में तोड़ी गई मस्जिद की जगह पर हिंदू मंदिर का उद्घाटन किया’। अखबार ने लिखा है कि नरेंद्र मोदी ने विवादास्पद उद्घाटन को लोगों के सालों से संजोए सपने का सच होना कहा है।

बीबीसी ने भी कुछ इसी तरह की हेडलाइन लगाई है। वेबसाइट ने लिखा है ‘अयोध्या राम मंदिर: भारतीय पीएम मोदी ने ढहाई गई बाबरी मस्जिद स्थल पर हिंदू मंदिर का उद्घाटन किया’ अरब दुनिया के बड़े मीडिया हाउस अल जजीरा ने भी खबर की हेडलाइन ‘अयोध्या में ढहाई गई मस्जिद की जगह नरेंद्र मोदी ने किया मंदिर का उद्घाटन’ लगाई है।

पाकिस्तान और बांग्लादेशी मीडिया में भी जिक्र

न्यूयॉर्क टाइम्स ने अयोध्या के मंदिर की तस्वीर लगाते हुए हेडलाइन दी है- ‘मोदी ने विशाल मंदिर का उद्घाटन किया, जो हिंदू-फर्स्ट भारत की एक जीत है।’ न्यूयॉर्क टाइम्स ने इस बात का भी जिक्र किया है कि मंदिर अभी 70 फीसदी ही बना है। पाकिस्तान के प्रमुख अखबार डॉन ने अयोध्या मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के उद्घाटन को हेडलाइन दी है, ‘मोदी ने बदलते भारत के प्रतीक फ्लैशप्वाइंट मंदिर का उद्घाटन किया।’ बांग्लादेश के द डेली स्टार ने भी डॉन जैसी ही हेडलाइन के साथ राम मंदिर कार्यक्रम की खबर दी है। रॉयटर्स ने अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बारे में लिखा है कि इसे भारत में हिंदू जागृति की तरह देखा जा रहा है।

राम मंदिर उद्घाटन के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, सदियों की प्रतीक्षा के बाद आज हमारे राम आ गए। यह वातावरण, यह ऊर्जा प्रभु श्रीराम का हम सब पर आशीर्वाद है। मैं प्रभु राम से क्षमा भी मांगना चाहता हूं… हमारे त्याग में कुछ कमी रह गई होगी जो हम इतनी सदियों तक यह काम कर नहीं पाए, आज वह कमी पूरी हो गई और मुझे विश्वास है कि प्रभु हमें अवश्य माफ करेंगे।

-एजेंसी

Dr. Bhanu Pratap Singh