बिहार के कई जिलों में लगातार दूसरे दिन अग्निपथ योजना का विरोध

बिहार के कई जिलों में लगातार दूसरे दिन अग्निपथ योजना का विरोध

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अग्निपथ योजना का बिहार में बड़े स्तर पर लगातार दूसरे दिन विरोध हुआ। बिहार के जहानाबाद के साथ आरा, नवादा और बक्सर में भी छात्र विरोध प्रदर्शन किया।
सेना में भर्ती के लिए लाई गई अग्निपथ योजना का बिहार और देश के अलग- अलग सूबों में बड़े स्तर पर लगातार दूसरे दिन विरोध हुआ। बिहार में छात्रों ने इस योजना का विरोध करते हुए जहानाबाद में जमकर बवाल किया। छात्रों ने पुलिस पर पथराव के साथ सड़क पर आगजनी कर अपना विरोध दर्ज कराया। इस प्रदर्शन में एसपीडीओ बाल-बाल बच गए। इसके साथ बिहार के आरा, छपरा, बक्सर और नवादा में भी छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया।
बक्सर में छात्रों ने देश के सबसे मुख्य रेल मार्गों में से एक दिल्ली- हावड़ा रेलवे ट्रैक को जाम कर दिया है। जानकरी के मुताबिक करीब 100 से अधिक युवा बक्सर में रेलवे ट्रैक पर बैठे हुए हैं। इससे मार्ग पर चलने वाली कई मुख्य ट्रेनें भी प्रभावित हुई है। छपरा में भी छात्रों ने टायर जलाकर विरोध प्रदर्शन किया।
दिल्ली के नांगलोई रेलवे स्टेशन पर युवाओं ने ट्रेन रोक कर विरोध प्रदर्शन किया जबकि बिहार भभुआ में इंटरसिटी ट्रेन के एक डिब्बे में आग लगा दी। वहीं, इस योजना के विरोध गुरुग्राम में भी प्रदर्शन हो रहा है। गुरुग्राम में बिलासपुर थाना क्षेत्र से लगते एनएच 48 को सैकड़ों युवाओं ने जाम किया है। विरोध कर रहे छात्रों का कहना है कि पिछले 1.5 सालों से हम सेना में नौकरी का इंतजार कर रहे हैं। अब सरकार अग्निपथ के नाम पर सरकार 4 सालों के भर्ती के लिए एक योजना लेकर आई है, 4 साल के बाद हम क्या करेंगे। इसके साथ सरकार से मांग की कि पुरानी भर्ती प्रक्रिया को लागू किया जाए।
समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत करते हुए कहा कि केवल 4 साल काम करने के बाद हम कहां जाएंगे?… 4 साल की सेवा के बाद हम बेघर हो जाएंगे। इस कारण हमने सड़कों को जाम कर दिया है, जिससे देश के नेताओं को पता चल जाए कि लोग जागरूक हैं।
कल भी बिहार और राजस्थान कई शहरों में इस योजना के खिलाफ प्रदर्शन देखने को मिले थे। बुधवार को रजस्थान में छात्रों ने दिल्ली- अजमेर हवाई को जाम कर दिया था। करधनी थानाधिकारी बनवारी लाल ने बताया कि दोपहर में करीब 150-200 युवाओं ने अजमेर-दिल्ली एक्सप्रेस हाईवे पर अगनिपथ योजना के साथ सेना में लंबित भर्ती, सेना में भर्ती के लिये लिखित परीक्षा आयोजित नहीं करने संबंधी मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन किया था। युवाओं के विरोध के कारण हाईवे पर पांच किलोमीटर लंबा जाम लग गया था।
क्या है अग्निपथ योजना?: सेना में युवाओं की भर्ती के उद्देश्य अग्निपथ योजना लॉन्च की गई है। इस योजना के जरिए सेना हर साल करीब 45 हजार युवाओं को चार साल के भर्ती करेगी। ये युवा 17.5 साल से लेकर 21 साल के बीच में होंगे। चार साल पूरे होने के बाद इनमें से 25 फीसदी युवाओं स्थायी काडर में भर्ती किया जाएगा और बाकी को सेना से रिटायर कर दिया जाएगा।
-एजेंसियां

Dr. Bhanu Pratap Singh