कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट UG के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू

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कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (CUET-UG) के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। 26 मार्च को रात 11.50 मिनट तक आवेदन किया जा सकता है। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) के डायरेक्टर जनरल सुबोध कुमार सिंह का कहना है कि इस बार परीक्षा हाईब्रिड मोड में भी होगी। कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट (सीबीटी) के साथ- साथ पहली बार यह परीक्षा पेन एंड पेंसिल पैटर्न से भी परीक्षा होगी।

सीयूईटी के लिए परीक्षा 15-31 मई के बीच होगी और एनटीए ने रिजल्ट की डेट भी जारी कर दी है। CUET-UG का रिजल्ट 30 जून को जारी किया जाएगा। ऐसे में आइए जानते हैं कि इस बार क्या हैं बड़े बदलाव हुए हैं……….

ऑफलाइन परीक्षा का विकल्प भी

2022 में यह परीक्षा शुरू हुई थी और दो बार यह परीक्षा कंप्यूटर बेस्ड हुई थी लेकिन 2024 में सीयूईटी- यूजी की परीक्षा हाईब्रिड मोड में होगी। परीक्षा में ओएमआर बेस्ड पैटर्न यानी ऑफलाइन सिस्टम भी फॉलो किया जाएगा। जिन- जिन विषयों में सबसे ज्यादा आवेदन आएंगे, उन विषयों में ओएमआर शीट आधारित परीक्षा होगी।

दरअसल दूर- दराज और ग्रामीण इलाकों में रहने वाले छात्रों को कंप्यूटर बेस्ड परीक्षा देने के लिए बहुत दूर- दूर जाना पड़ता था लेकिन ओएमआर बेस्ड परीक्षा होने से अब उनको घर के पास ही सेंटर पर परीक्षा देने का मौका मिलेगा। एनबीटी ने पहले ही इस बात की जानकारी दी थी कि इस बार सीयूईटी यूजी की परीक्षा ऑनलाइन व ऑफलाइन दोनों तरीके से होगी।

हाइब्रिड मोड से ग्रामीण छात्रों को होगा फायदा

हाइब्रिड मोड में प्रवेश परीक्षा आयोजित करने से विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले छात्रों को फायदा मिलेगा। देश भर में अधिक परीक्षा केंद्र बनाए जा सकेंगे। स्कूलों में भी सेंटर बन सकेंगे। छात्रों को अपने घरों के करीब परीक्षा केंद्रों में परीक्षा देने का मौका मिलेगा। जिन- जिन विषयों में सबसे ज्यादा आवेदन आएंगे, उन विषयों में ओएमआर शीट आधारित परीक्षा होगी। बताया जा रहा है कि सीयूईटी- यूजी में प्रवेश परीक्षा में मध्यम कठिनाई स्तर सुनिश्चित किया जाएगा ताकि कोचिंग सेंटरों पर छात्रों की निर्भरता को कम किया जा सके।

इस बार 10 नहीं 6 विषयों को चुनने का विकल्प

2024 की परीक्षा में स्टूडेंट्स को अधिकतम 6 विषयों की परीक्षा देने का विकल्प मिलेगा। पिछले साल 10 पेपर देने का विकल्प था, जिसे घटाकर 6 पेपर का किया गया है। इस निर्णय के पीछे तर्क यह है कि पिछले वर्ष की परीक्षा में केवल कुछ प्रतिशत छात्रों ने दस पेपर का विकल्प चुना था। चूंकि छात्र अलग-अलग कॉम्बिनेशन में 6 पेपर लिख सकते हैं, जैसे कि 4 डोमेन पेपर, 1 लैंग्वेज पेपर, 1 जनरल टेस्ट पेपर या फिर 3 डोमेन पेपर, 2 लैंग्वेज पेपर और 1 जनरल टेस्ट पेपर का मौका मिलेगा।

कैसे तय होगा किन पेपरों में होगी ऑफलाइन परीक्षा

जिन पेपरों में ज्यादा आवेदन होंगे, उनमें ऑफलाइन परीक्षा होगी। इससे बड़े- बड़े विषयों में एक ही सेशन में परीक्षा हो जाएगी और नॉर्मलाइजेशन की प्रक्रिया नहीं अपनानी होगी। कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट में अगर एक से ज्यादा शिफ्ट में किसी विषय की परीक्षा होगी तो फिर नॉर्मलाइजेशन की प्रक्रिया हो सकती है। मैथमैटिक्स, फिजिक्स, इंग्लिश, कैमिस्ट्री, कॉमर्स समेत कई विषयों ज्यादा आवेदन आते हैं।

13 भाषाओं में होगी परीक्षा, ज्यादा सेंटर

परीक्षा 13 भाषाओं में होगी। इंग्लिश, हिंदी, असमिया, बंगाली, गुजराती, कन्नड़, मलयालम, मराठी, उड़िया, पंजाबी, तमिल, तेलुगु और उर्दू भाषा में परीक्षा होगी। 380 शहरों का चयन किया गया है, जिसमें से 26 शहर विदेशों के हैं। 33 लैंग्वेज व 27 डोमेन सब्जेक्ट्स में से विषयों का चयन किया जा सकता है।

लैंग्वेज के विषयों में 50 में से 40 क्वेश्चन का जवाब देना होगा जबकि जनरल टेस्ट में 60 में से 50 सवालों के जवाब देने होंगे। ऑनलाइन फीस भी 26 मार्च तक ही जमा करवाई जा सकती है। करेक्शन विंडो 28-29 मार्च को होगी। सिटी ऑफ एग्जाम की घोषणा 30 अप्रैल को होगी और एनटीए की वेबसाइट से मई के दूसरे हफ्ते में एडमिट कार्ड डाउनलोड कर सकते हैं।

-एजेंसी

Dr. Bhanu Pratap Singh