डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जिसके मरीजों की तादाद देश और दुनिया में बढ़ती जा रही है। डायबिटीज जैसी क्रॉनिक बीमारी को खतम नहीं किया जा सकता सिर्फ इसे कंट्रोल किया जा सकता है। डायबिटीज को अगर कंट्रोल नहीं किया जाए तो इसके जोखिम बढ़ने का खतरा अधिक रहता है। डायबिटीज की बीमारी दिल, किडनी और लंग्स को नुकसान पहुंचा सकती है।
डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए डाइट में ऐसे फूड का सेवन करें जिनका ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम हो। कुछ फूड्स का सेवन डायबिटीज के मरीजों के लिए बेहद फायदेमंद होता है। सिंघाड़ा एक ऐसा फ्रूट है जो इस मौसम में खूब मिलता है।
सिंघाड़ा का सेवन डायबिटीज के मरीजों के लिए बेहद फायदेमंद होता है। ये ब्लड शुगर को कंट्रोल करता है और बॉडी को हेल्दी रखता है। पोषक तत्वों से भरपूर सिंघाड़ा पाचन को दुरुस्त रखता है और एसिडिटी की समस्या से निजात दिलाता है। आइए जानते हैं कि सिंघाड़ा का सेवन कैसे डायबिटीज को कंट्रोल करता है।
सिंघाड़ा में पाए जाने वाला पोषक तत्व
सिंघाड़ा पोषक तत्वों से भरपूर होता है इसमें कैल्शियम, विटामिन-ए, विटामिन सी, मैंगनीज, कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन भरपूर मात्रा में मौजूद होता है जो बॉडी को हेल्दी रखता है। फाइबर से भरपूर सिंघाड़ा पाचन को दुरुस्त रखने में बेहद असरदार साबित होता है। आयुर्वेद के मुताबिक इसका सेवन सेहत के लिए बेहद उपयोगी है। यह अपने एंटीसेप्टिक और पाचन गुणों के लिए जाना जाता है। इसका सेवन करने से पेचिश, दस्त, रक्तस्राव, फ्रैक्चर और सूजन संबंधी बीमारियों को दूर करने में मदद मिलती है।
सिंघाड़ा कैसे डायबिटीज को कंट्रोल करता है
डायबिटीज के मरीजों को इम्युनिटी बेहद कम होती है इसलिए उन्हें पोषक तत्वों से भरपूर फूड्स का सेवन करना चाहिए। फाइबर, खनिज, एंटीऑक्सिडेंट और स्टार्च से भरपूर सिंघाड़ा डायबिटीज को कंट्रोल करने में असरदार है। प्रोटीन, खनिज और कार्बोहाइड्रेट से भरपूर सिंघाड़ा सर्दी में पाया जाने वाला फल है जो पेट को लम्बे समय तक भरता है और बॉडी को हेल्दी रखता है।
डायबिटीज के मरीज सिंघाड़ा का कब और कितना सेवन करें
खाने में क्रिस्पी और क्रंची सिंघाड़ा का सेवन आप दिन में 250 ग्राम तक कर सकते हैं। इसे खाने से पेट भरा रहता है और बॉडी हेल्दी रहती है। आप सिंघाड़ा का सेवन उबाल कर भी कर सकते हैं।