Agra, Uttar Pradesh, India. मरीज के सर्वाधिक निकट रहती है नर्स। तभी तो सब उसे सिस्टर कहकर पुकारते हैं। मरीज को दवा खिलानी है। मरीज को पानी देना है। मरीज को भोजन कराना है। मरीज को बोतल चढ़ानी है। मरीज को सुई लगानी है, लेकिन प्यार से। मरीजों के इस कार्य को वेतन से नहीं आंका जा सकता है। ऐसी ही नर्सेज की कुछ तस्वीरें रेनबो हॉस्पिटल, सिकंदरा, आगरा के Aysushman Covid ICU से आई हैं। तस्वीरों में देख सकते हैं नर्स किस तरह से मरीजों की सेवा कर रही हैं।
रेनबो हॉस्पिटल के निदेशक डॉ. नरेन्द्र मल्होत्रा ने बताया कि ये तस्वीरें सिर्फ तस्वीरें नहीं हैं बल्कि जीवनदायी तस्वीरें हैं। रेनबो हॉस्पिटल में इसी तरह से नर्सेज सेवा करती हैं। उन्होंने बताया कि तस्वीरें इसलिए जारी की गई हैं ताकि लोग नर्सेज की सेवा को समझ सकें। बीमार व्यक्ति नर्सेज पर गुस्सा करने लगता है लेकिन वह प्रेमपूर्वक अपना काम करती हैं। मरीज की मनोदशा को नर्सेज ठीक तरह से समझती हैं।
आइए तस्वीरों में समझते हैं पूरी कहानी–

दो नर्स मरीज की सेवा में हैं। मरीज को दवाई खिलानी है। साथ ही खाद्य पदार्थ भी देना है। देखिए मरीज किस तरह से भोजन का अवलोकन कर रहा है।

मरीज ने दवा अपने हाथ से पकड़ी। वह भोजन स्वयं नहीं कर सकता है, इसलिए नर्स अपने हाथ से खिला रही है।

मरीज ने दवा अपने हाथ से मुंह में डाल ली है। दवा खाएगा तो ठीक भी होगा।
वरिष्ठ पत्रकार डॉ. भानु प्रताप सिंह द्वारा लिखित उपन्यास ‘मेरे हसबैंड मुझको प्यार नहीं करते’ खरीदने के लिए यहां क्लिक करें –
- डॉ. भानु प्रताप सिंह, डॉ. नरेंद्र मल्होत्रा को हिंदी गौरव और राजे को इतिहास शिरोमणि सम्मान - April 24, 2025
- आगरा में कवि शीलेंद्र वशिष्ठ और वरिष्ठ पत्रकार डॉक्टर भानु प्रताप सिंह समेत 10 विभूतियां सम्मानित - March 23, 2025
- हिंदी से न्याय अभियान: देशभर से अब तक पौने दो करोड़ हस्ताक्षर - September 28, 2024