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नेशनल चैम्बर के इतिहास में अब तक का सबसे बड़ा काम, आगरा का ब्रेन ड्रेन रोकने के लिए 10 सितम्बर को Startup India Conclave 2023, पढ़िए राजेश गोयल, मनीष अग्रवाल और सचिन सारस्वत क्या चाहते हैं

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डॉ. भानु प्रताप सिंह

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Agra, Uttar Pradesh, India. ‘युवा बाहर नौकरी करने चले जाते हैं और हम बूढ़े यहीं रह जाते हैं।’ यह टीस सिर्फ मनीष अग्रवाल की नहीं बल्कि समूचे आगरा की है। यह टीस हर उस व्यक्ति की है जो आगरा से ‘ब्रेन ड्रेन’ होते देख रहा है। ब्रेन ड्रेन क्यों होता है, जब नौकरी और रोजगार के उचित अवसर न मिलें तो होता है। युवा अपने सपनों को साकार करने के लिए दिल्ली, नोएडा, बेंगलुरू, हैदराबाद, अहमदाबाद जा रहा है। सबको नौकरी देना तो संभव नहीं है, फिर इन युवाओं यानी आगरा के प्रतिभा को आगरा में ही कैसे रोका जाए? भारत सरकार ने युवाओं के लिए स्टार्टअप इंडिया योजना शुरू की है। इसके बारे में बताए कौन? इस बारे में बताने के लिए आगरा में न कोई स्कूल है, न कॉलेज और न ही कोई विश्वविद्यालय। आगरा के भविष्य को बचाने के लिए यह काम करने का बीड़ा उठाया है नेशनल चैम्बर ऑफ इंस्ट्रीज एंड कॉमर्स आगरा ने।

यूं तो नेशनल चैम्बर ऑफ इंडस्ट्रीज एंड कॉमर्स आगरा प्रतिदिन कार्यक्रम कर रहा है। कभी मीटिंग तो कभी ज्ञापन। मीडिया में रोजाना छाया हुआ है। जितना चैम्बर वाले छपते हैं, उतना तो कलक्टर या कोई नेता भी नहीं छपता है। यह सिर्फ छपास भी नहीं है, कुछ काम कर रहे हैं तो छप रहे हैं। इस सबके बीच चैम्बर अपने 75 साल के इतिहास में सबसे बड़ा काम करने जा रहा है। इसे नाम दिया गया है- Startup India Conclave 2023.

खास बात यह है कि Startup कोई भी शुरू कर सकता है, बस आइडिया होना चाहिए। सरकार भी Startup के लिए 20 लाख रुपये देती है, जो वापस नहीं करने पड़ते हैं। इससे बड़ी सुविधा और क्या हो सकती है? इसके बाद भी Startup शुरू न हो तो जाहिर है कि कहीं न कहीं झोल है। इसी झोल की भरने के लिए नेशनल चैम्बर आगे आया है। 10 सितम्बर को अपराह्न 3 बजे से Startup India Conclave 2023 होटल क्लार्क्स शिराज ने होगी। इसमें देश के वे नामी गिरामी लोग आएंगे जिन्होंने स्टार्टअप शुरू किया और आज हजारों करोड़ की कंपनी है। अगर आप भी स्टार्टअप शुरू करना चाहते हैं तो 10 सितम्बर से पहले नेशनल चैम्बर के जीवनी मंडी स्थित कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं।

जीवनी मंडी स्थित चैम्बर भवन में इस बारे में विस्तार से जानकारी मीडिया को दी गई। चैम्बर अध्यक्ष राजेश गोयल ने बताया कि आज देश में औद्योगिक माहौल बना हुआ है।  हमारे प्रधानमंत्री और देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री नए उद्योग खोलने पर जोर दे रहे हैं।  स्टार्टअप लगाना आसान है।  किन्तु इसके लिए जानकारी बहुत जरुरी है।  इसीलिए  न्यू स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए चैम्बर द्वारा यह पहल की गई है। इस कॉन्क्लेव में काफी संख्या में युवा उद्यमियों के भाग लेने की संभावना है। जो भारत के जाने माने विशेषज्ञों से स्टार्टअप की जानकारी प्राप्त करेंगे। इस सम्मेलन में स्टेट बैंक, एमएसएमई विभाग के वरिष्ठ अधिकारी तथा कुछ प्रख्यात पैनेलिस्ट भी भाग लेंगे।  सम्मलेन में स्टार्टअप लगाने के लिए ऋण सम्बंधी विभिन्न योजनाओं की जानकारी प्रदान की जायेगी। युवा उद्यमियों को आ रही समस्याओं का निस्तारण भी किया जायेगा।  हम चाहते हैं युवा पीढ़ी रोजगार पाने वाले के स्थान पर रोजगार देने वाली बने।  यह कार्यक्रम आगरा के आद्योगिक विकास में मील का पत्थर साबित होगा। युवा उद्यमी इस कार्यक्रम का  अधिक से अधिक लाभ उठाएं।

चैम्बर के पूर्व अध्यक्ष एवं जनसम्पर्क समन्वय प्रकोष्ठ  के चेयरमैन एवं स्टार्टअप इंडिया कॉन्क्लेव 2023 के मुख्य कार्यक्रम संयोजक मनीष अग्रवाल ने बताया कि आगरा स्टार्टअप लगाने के लिए बहुत ही उपयुक्त है।  यहाँ जमीन सस्ती है, श्रम सस्ता है, मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध हैं किन्तु जागरूकता नहीं होने से स्टार्टअप नहीं खुल पा रहे हैं।  आगरा में एसटीपीआई ने आईटी पार्क खोल दिया है और वहां समस्त सुविधाएं हैं। वहां सिर्फ 4 हजार रुपये में स्टार्टअप शुरू किया जा सकता है लेकिन कोई आगे नहीं आ रहा है। इसे देखते हुए चैम्बर द्वारा जागरूकता कार्यक्रम चलाये जायेंगे।  उन्होंने मांग की कि प्रत्येक विश्वविद्यालय और कॉलेज में स्टार्टअप के लिए अलग विभाग बने। सरकार भी इस बारे में गम्भीरता से विचार करे।

श्री अग्रवाल ने बताया कि स्टार्टअप इंडिया कॉन्क्लेव 2023 आगरा में प्रतिभा पलायन के लिए बहुत बड़ी पहल है। इसमें संयुक्त आयुक्त उद्योग, आगरा, अनुज कुमार, एमएसएमई विकास एवं सुविधा कार्यालय, आगरा, उप निदेशक  बृजेश कुमार यादव, cars24 गुरुग्राम के सह संस्थापक रुचित अग्रवाल, आशीष कुमार-सह संस्थापक फंडामेंटम स्टार्टअप चालू करने के लिए विभिन्न प्रकार की योजनाओं एवं अपने अनुभवों को साझा करेंगे। युवा उद्यमियों की समस्याएं निस्तारित की जाएँगी।  जिज्ञासाओं का भी समाधान किया जायेगा। हमारा उद्देश्य है कि आगरा से प्रतिभा पलायन रुके, यह बुजुर्गों का शहर न बने।

प्रोग्राम कमेटी के समन्वयक सचिन सारस्वत ने अवगत कराया कि स्टार्टअप के जिस शुभांकर (लोगो) का अनावरण किया गया है वह युवा डिजाइनर्स द्वारा विशेष सन्देश के साथ तैयार किया गया है। इसमें विशेष रूप से लाल, काला और नीले रंग का प्रयोग किया गया है।  लाल रंग ऊर्जा का,  काला रंग गहराई का, नीला, आसमानी रंग ऊंचाई का प्रतीक है।  साथ ही एक दौड़ते हुए घोड़े के रूप में स्टार्टअप की गति को दर्शाया  गया है।  इस स्टार्टअप कॉन्क्लेव में भारी संख्या में एमबीए के विद्यार्थी और सीए भाग लेंगे, जो नई सोच के साथ नये भारत के निर्माण करने के लिए अग्रसर हैं।

इस मौके पर नेशनल चैम्बर के पूर्व अध्यक्ष सीताराम अग्रवाल, आईटी कोआर्डिनेशन कमेटी के समन्वयक मयंक मित्तल,एमएसएमई यूनिट्स विकास प्रकोष्ठ के चेयरमैन संजय गोयल, गोपाल खंडेलवाल, अशोक गोयल भी उपस्थित थे।

Dr. Bhanu Pratap Singh