उजाला सिग्नस रेनबो हॉस्पिटल में स्थापित होगा सैक्सुअल मेडिसिन सेंटर, बढ़ती उम्र की समस्याओं का होगा इलाज
विवाह के बाद यौन संबंधों के प्रति अरुचि पिछले कुछ समय में एक बड़ी समस्या बनकर उभरी है, इसका इलाज है
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Agra, Uttar Pradesh, India. देश में हर तीन में से एक दंपति बेमेल यौन इच्छा की समस्या से जूझ रहा है। यह कोई मामूली बात नहीं है बल्कि रिश्ते में दरार पैदा कर रही है। इलाज है पर कोई बात नहीं करना चाहता। इस मामले में जागरूकता इतनी कम है कि परिवार बिखर रहे हैं। यह कहना है विशेषज्ञों का।
दंपतियों में यौन इच्छाओं के प्रति अरुचि एक बड़ी समस्या बनकर उभरी है। इसी को देखते हुए उजाला सिग्नस रेनबो हॉस्पिटल की ओर से एक सामाजिक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। संस्थान के निदेशक डॉ. नरेंद्र मल्होत्रा ने बताया कि अस्पताल में जल्द ही एक सैक्सुअल मेडिसिन सेंटर शुरू किया जाएगा। इसमें लेजर, एंटी एजिंग और पीआरपी सुविधाओं के साथ बढ़ती उम्र में सभी तरह की समस्याओं को दूर करने के लिए काम होगा। देखा गया है कि अब विवाह के बाद बहुत कम समय में ही, बहुत से अविवाहितों में भी और साथ ही उम्र के साथ यौन इच्छाओं में तीव्र परिवर्तन हो रहे हैं।
निदेशक डॉ. जयदीप मल्होत्रा ने कहा कि यौन इच्छाओं के प्रति अरुचि एक बड़ी समस्या है। यही वजह है कि शहर में एक स्पेशलाइज्ड सेंटर की आवश्यकता है। लेकिन इससे भी पहले जरूरत है सामाजिक जागरूकता की। अपनी रिश्ते में दरार पैदा करने या उसके टूटने का रिस्क लेने से अच्छा है कि आप बात करें, एक उच्च गुणवत्ता वाले ऐसे सेंटर विशेषज्ञों से बात करें जहां आपको पूरी निजता प्रदान की जाए।
मुंबई से आए सैक्सुअल हैल्थ फिजीशियन डॉ. दीपक जुमानी ने कहा कि दंपतियों में बेमेल यौन इच्छा उन्हें लगातार परेशान करती रहती है। यह नाराजगी बेडरूम से बाहर भी तबाही मचाती है, जिसमें झगड़े होते हैं और बात तलाक तक भी पहुंच जाती है। महिला और पुरुष बेहतर या बदतर नहीं हैं वह बस अलग-अलग हैं। कई महिलाओं को भी लगता है कि उन्हें अब यौन सुख में कोई दिलचस्पी नहीं है, पुरुषों के साथ समस्या यह है कि खराब जीवनशैली की वजह से वे कम उम्र में नपुंसकता की ओर बढ़ने लगते हैं जबकि बढ़ती उम्र में टेस्टोस्टेरोन के स्तर में लगातार गिरावट की वजह से ऐसा होता है। समझना यह है कि ये सब लाइलाज नहीं है। बस इसके बारे में बात करने की जरूरत है।
वरिष्ठ यूरोलॉजिस्ट डॉ. अरुण तिवारी ने बताया कि आपको अपने जीवन में सेक्स और कामुकता की भूमिका के बारे में अलग-अलग तरह से सोचना और महसूस करना होगा। यदि आप सेक्स में रुचि नहीं रखते हैं क्योंकि रिश्ते में कुछ गलत है तो परामर्श करने का प्रयास करें। यह एक चिकित्सकीय समस्या हो सकती है।
यूरोलॉजिस्ट डॉ. मधुसूदन अग्रवाल ने कहा कि यह समझने की जरूरत है कि सुखद यौन संबंधों की आवश्यकता क्यों है, यह पति और पत्नी को भावनात्मक रूप से करीब लाते हैं। तनाव को कम करते हैं। इससे सेहत को भी कई लाभ मिलते हैं।
डॉ. अनुज ने कहा कि बेहतर यौन संबंधों में मनोस्थिति और तनाव मुक्त रहने की बड़ी भूमिका है। अच्छी जीवनशैली, सात से आठ घंटे की गुणवत्ता वाली नींद, तनाव से दूर रहना, जिंक से भरपूर आहार लेना ये सभी टेस्टोस्टेरोन को बढ़ाने के प्राकृतिक तरीके हैं। खुद पर और एक-दूसरे पर भरोसा होना बहुत जरूरी है। एक-दूसरे की भावनाओं का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। रिश्ते के प्रति ईमानदार बने रहना जरूरी है। सबसे जरूरी बात यह है कि यौन संबंधी समस्याओं का इलाज उपलब्ध है बस हमें जरूरत है फैसला लेने की कि हम किस दिशा में जाना चाहते हैं। इसके साथ ही लोगों द्वारा पूछे गए प्रश्नों के उत्तर विशेषज्ञों ने दिए।
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