पीएम आवास में प्राइवेट पार्टी करने पर जापानी पीएम ने बेटे को पद से हटाया – Up18 News

पीएम आवास में प्राइवेट पार्टी करने पर जापानी पीएम ने बेटे को पद से हटाया

INTERNATIONAL

 

जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने अपने सबसे बड़े बेटे को एक प्राइवेट पार्टी के लिए प्रधानमंत्री आवास का इस्तेमाल करने के लिए एग्जीक्यूटिव पॉलिसी सेक्रेटरी के पद से हटा दिया है। जापानी पीएम फुमियो किशिदा ने सोमवार को कहा कि निजी पार्टी के लिए प्रधानमंत्री आवास का इस्तेमाल कर विवादों में घिरे उनके बेटे शोतारो किशिदा उनके कार्यकारी नीति सचिव पद से इस्तीफा देंगे। शोतारो की ओर से प्रधानमंत्री आवास पर आयोजित एक निजी पार्टी की तस्वीरें एक मैग्जीन में छपी थीं, जिसके बाद जापान में बड़े पैमाने पर आक्रोश फैल गया था।

शोतारो जापानी प्रधानमंत्री के सबसे बड़े बेटे हैं। वह राजनीतिक मामलों को लेकर अपने पिता के कार्यकारी नीति सचिव हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री के आधिकारिक आवास पर पिछले साल 30 दिसंबर को दी गई नए साल की पार्टी में अपने कुछ रिश्तेदारों सहित अन्य लोगों को आमंत्रित किया था, जिसे लेकर विवाद खड़ा हो गया था। साप्ताहिक पत्रिका ‘शुकन बुनशुन’ में प्रकाशित तस्वीरों में शोतारो और उनके रिश्तेदार सीढ़ियों पर बिछी लाल कालीन पर ठीक उसी मुद्रा में पोज देते नजर आ रहे थे, जिसमें प्रधानमंत्री अपने कैबिनेट मंत्रियों के साथ आधिकारिक ग्रुप फोटो खिंचवाते हैं

शोतारो ने जो किया, वह गलत था

कुछ तस्वीरों में शोतारो रिश्तेदारों के बीच में खड़े दिखाई दे रहे थे। कैबिनेट की आधिकारिक ग्रुप फोटो में यह जगह प्रधानमंत्री के लिए निर्धारित होती है। अन्य तस्वीरों में मेहमान मंच पर इस तरह बैठे नजर आ रहे थे, मानो वे किसी संवाददाता सम्मेलन में हों। प्रधानमंत्री किशिदा ने सोमवार रात संवाददाताओं से कहा, ‘राजनीतिक मामलों के सचिव के तौर पर, जो एक सार्वजनिक पद है, शोतारो का कार्य अनुचित था और मैंने उन्हें जवाबदेह ठहराने के लिए उन्हें बदलने का फैसला किया है।’

मेहमानों का स्वागत कर निकल गए किशिदा

किशिदा ने कहा कि एक अन्य सचिव ताकायोशी यामामोतो गुरुवार को राजनीति मामलों के कार्यकारी नीति सचिव के रूप में उनके बेटे की जगह लेंगे। किशिदा ने स्वीकार किया कि उन्होंने मेहमानों का स्वागत किया था लेकिन वह डिनर के लिए नहीं रुके थे। इससे पहले मुख्य कैबिनेट सचिव हिरोकाज़ू मात्सुनो ने इस घटना को ‘अनुचित’ बताया था और वादा किया था कि निवास का फिर से अनुचित इस्तेमाल नहीं किया जाएगा।

Dr. Bhanu Pratap Singh