acharya heer vijay surishwar

जैन साध्वी वैराग्य निधि ने बताया कि भिखारी से क्या सीख मिलती है

RELIGION/ CULTURE

दान किया गया धन कई गुना होकर वापस मिलता है

27 अगस्त को कल्पसूत्र शोभायात्रा, इसके बाद वाचन का शुभारंभ

चिंतामणि पार्श्वनाथ श्वेताम्बर जैन मंदिर में पर्यूषण महापर्व का आयोजन

 

Agra, Uttar Pradesh, India. श्वेताम्बर जैन समाज के पर्यूषण पर्व के तृतीय दिवस परमविदुषी जैन साध्वी वैराग्य निधि महाराज ने दान की महिमा बताई। उन्होंने कहा कि दान से शान बढ़ती है। दान किया गया धन कई गुना होकर वापस मिलता है। वे हीर विजय सूरि उपाश्रय, श्री चिंतामणि पार्श्वनाथ श्वेताम्बर जैन मंदिर, रोशन मोहल्ला में प्रवचन कर रही थीं।

 

उन्होंने कहा कि भगवान महावीर ने चार प्रकार के धर्म बताए हैं– दान, शील, तप, भाव। दान अर्थात देना किन्तु देते समय रोमांचित होना, मन आनंदित होना, सामने वाले का स्वाभिमान रखते हुए सहयोग करना, यह दान धर्म है। भिखारी अपने जीवन से मूक संदेश देता है कि जब धन था तब मैंने दिया नहीं। भगवान ने फरमाया- दानं तपनम्। जैसे बीज को बोने पर गुणाकार होकर हमें फसल मिलती है, वैसे ही दिया गया धन कई गुना अभिवर्धित होकर वापस मिलता है। यह प्राप्ति निर्भर होती है भावों की गुणवत्ता पर।

 

जैन श्वेताम्बर मूर्तिपूजक श्री संघ के अध्यक्ष राजकुमार जैन ने बताया 27 अगस्त, 2022 को प्रातः आठ बजे आगरा फोर्ट रेलवे स्टेशन (चिम्मन पूड़ी तिराहा) से कल्पसूत्र जी की शोभायात्रा बैंडबाजों के साथ प्रारंभ होकर पार्श्वनाथ श्वेताम्बर जैन मंदिर, रोशन मोहल्ला आएगी। मंदिर में प्रातः नौ बजे धन सुख राय, प्रिंस कुमार बालोतरा परिवार वालों की ओर से कल्पसूत्र साध्वी जी महाराज साहब को बोहराया जाएगा। तत्पश्चात कल्पसूत्र का वाचन प्रारंभ होगा।

पर्यूषण महापर्व
पर्यूषण महापर्व के दौरान श्राविकाएं।

श्री जैन ने बताया कि अक्षय निधि तप के एकासने का लाभ वीरेंद्र सिंह, कवीश कुमार दूगड़ परिवार ने लिया। प्रभावना का लाभ सेठानी सरदार कवर बाई बोहरा परिवार ने लिया। चिंतामणि पार्श्वनाथ परमात्मा के मंदिर में संगीतमय भजन संध्या हुई। पारस प्यारे को मनाने हम भी आए.. की धुन पर सभी श्रावक और श्राविकाएं झूम उठे। परमात्मा की जय-जयकार होती रही।

rajkumar jain
जैन साध्वी के प्रवचन सुनते श्रावक।

इस मौके पर उत्तमचंद, अजय चौरड़िया, राजीव पाटनी, सुनील कुमार जैन, मनोज बोहरा, मनीष गादिया, गौरव, नितिन ललवानी, प्रदीप, राजा लोढ़ा, दुष्यंत जैन, महेंद्र जैन, विमल जैन, अतिन, अर्पित वेद, सलिल सेतिया, रॉबिन जैन आदि उपस्थित थे।

 

Dr. Bhanu Pratap Singh