Dr KS rana

अंतरराष्ट्रीय शिक्षाविद और छह विवि के कुलपति डॉ. राना को मिलने वाली है विदेश संबंधी बड़ी जिम्मेदारी

EXCLUSIVE INTERNATIONAL

Live Story Time

A.gra, Uttar Pradesh, India, Bharat. ऐतिहासिक आगरा से जुड़े रहे अंतरराष्ट्रीय शिक्षाविद डॉ. केएस राना को विदेश संबंधी बड़ी जिम्मेदारी मिलने जा रही है। इस बारे में पूरी तैयारी हो गई है। एक-दो दिन में खुलासा हो जाएगा।

यह जिम्मेदारी दो देशों के व्यापार के क्षेत्र में मिलने वाली है। ओमान और भारत के बीच व्यापार संबंधी कार्य शिक्षाविद के माध्यम से हुआ करेगा। मूलतः आगरा के रहने वाले ये शिक्षाविद कई विश्वविद्यालयों के कुलपति रह चुके हैं। वर्तमान में भी जयपुर प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में कुलपित हैं। भारत सरकार के पर्यावरण विभाग व वन विभाग अप्रैजल अथ़ॉरिटी के उपाध्यक्ष और अध्यक्ष भी रहे हैं।

अब उन्हें इंडिया जीसीसी (गल्फ को-ऑपरेशन काउंसिल यानी खाड़ी सहयोग परिषद) की जिम्मेदारी दी जा सकती है। जीसीसी की स्थापना कुवैत, ओमान, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, कतर और बहरीन ने की है। इंडिया जीसीसी की ओमान और भारत के बीच व्यापार में बड़ी भूमिका है। भारत के ओमान से रिश्ते बहुत अच्छे हैं। ये धनाढ्य देश है। इसकी मुद्रा ओमानी रियाल, अमेरिकी डॉलर से अधिक है। एक ओमानी रियाल 218 रुपये का है।

ओमान मुस्लिम देश है, जहां शिक्षा का स्तर बहुत ऊंचा है। ओमान में करीब 5 लाख प्रवासी भारतीय श्रमिक हैं। करीब एक हजार भारतीयों पर ओमानी नागरिकता है। ओमान तेल भंडार के मुताबिक विश्व में 22वें स्थान पर है।

दुनिया का सबसे पुराना स्वतंत्र देश है ओमान, जो आधिकारिक रूप से सल्तनत ओमान कहलाता है। यह देश  दक्षिण-पश्चिमी एशिया में स्थित एक अरब देश है। इसकी समुद्री सीमा ईरान और पाकिस्तान तथा भूमि सीमा सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात और यमन के साथ लगती है। ओमान की राजधानी मस्कट  है। हैथम बिन तारिक ओमान के सुल्तान हैं।

भारत और ओमान के बीच व्यापारिक संबंधों को बढ़ावा देने के लिए संयुक्त आयोग की बैठक (JCM) और संयुक्त व्यापार परिषद (JBC) जैसी संस्थाएं काम करती हैं। भारत, ओमान का तीसरा सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार है। वित्त वर्ष 2022-23 में भारत और ओमान के बीच द्विपक्षीय व्यापार 12.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर था। भारत, ओमान के लिए कच्चे तेल के निर्यात के मामले में चीन के बाद दूसरा सबसे बड़ा बाज़ार है।

भारत, ओमान के गैर-तेल निर्यात के मामले में संयुक्त अरब अमीरात (UAE), संयुक्त राज्य अमेरिका, और सऊदी अरब के बाद चौथा सबसे बड़ा बाज़ार है। भारत और ओमान के बीच कई संयुक्त उद्यम हैं, जिनमें उर्वरक, फ़ार्मास्यूटिकल्स, ऊर्जा, और इंजीनियरिंग जैसे क्षेत्र शामिल हैं। भारत और ओमान ने एक श्वेत शिपिंग समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। भारत और ओमान के बीच रक्षा सहयोग के लिए संयुक्त सैन्य सहयोग समिति (JMCC) है।

डॉ. भानु प्रताप सिंह की पुस्तकें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

 

Dr. Bhanu Pratap Singh