उत्तर मध्य रेलवे कर्मचारी संघ में नई ऊर्जा का संचार — लाइन शाखा का पुनर्गठन

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उत्तर मध्य रेलवे कर्मचारी संघ में नई ऊर्जा का संचार — लाइन शाखा का पुनर्गठन संपन्न

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Agra, Uttar Pradesh, India, Bharat.

आगरा/प्रयागराज। उत्तर मध्य रेलवे कर्मचारी संघ (युएमआरकेएस) के आगरा मंडल में संगठनात्मक नवीकरण की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया गया। भारतीय मजदूर संघ (BMS) जिला कार्यालय, आगरा में हुई पूर्व निर्धारित बैठक में लाइन शाखा का पुनर्गठन किया गया। इस पुनर्गठन के साथ संगठन में नई ऊर्जा और नेतृत्व का संचार हुआ।

मंडल अध्यक्ष हरि बल्लभ दीक्षित की अध्यक्षता में हुआ आयोजन

बैठक की अध्यक्षता मंडल अध्यक्ष हरि बल्लभ दीक्षित ने की। उनका मार्गदर्शन पूरे सत्र में प्रेरणास्रोत रहा। संगठन के विभिन्न पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने संघ की एकता और मजबूती पर अपने विचार रखे।

मुख्य अतिथि राकेश अवस्थी की गरिमामयी उपस्थिति

बैठक में DURCC सदस्य राकेश अवस्थी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने अपने संबोधन में संगठनात्मक अनुशासन और सदस्यता विस्तार पर जोर दिया। कहा कि संघ की मजबूती का मूल मंत्र “एकता और संवाद” है।

रूपम पाण्डेय का पत्र और नई जिम्मेदारियाँ

महामंत्री रूपम पाण्डेय द्वारा जारी पत्र में लाइन ब्रांच गठन की सूचना दी गई। इसके साथ ही नई टीम की घोषणा की गई — राजीव कुमार शाखा अध्यक्ष, राकेश कुमार मीना शाखा मंत्री, संतोष कुमार और कुमार हिमांशु संयुक्त मंत्री, देवेंद्र कुमार गुर्जर संगठन मंत्री तथा राहुल कुमार को कोषाध्यक्ष मनोनीत किया गया।

बंशी बदन झा ने किया संचालन

बैठक का संचालन मंडल मंत्री बंशी बदन झा ने किया। उन्होंने संगठन के सदस्यों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस नई टीम से रेलवे कर्मचारियों की आवाज और बुलंद होगी।


संपादकीय — संगठन की एकजुटता ही शक्ति का आधार

रेल कर्मचारी देश की रेलगाड़ी के असली पहिये हैं। जब ये पहिये एक लय में चलते हैं, तभी राष्ट्र की रफ्तार तेज होती है। उत्तर मध्य रेलवे कर्मचारी संघ का यह पुनर्गठन केवल पदों की अदला-बदली नहीं, बल्कि जिम्मेदारी की पुनर्परिभाषा है।

आज के दौर में जब कर्मचारी हितों पर नीतिगत चुनौतियाँ बढ़ रही हैं, ऐसे में मजबूत संगठन ही सुरक्षा कवच बनता है। नई टीम को न केवल कर्मचारियों की समस्याओं पर संवेदनशील होना होगा, बल्कि नयी पीढ़ी को संगठनात्मक सोच से भी जोड़ना होगा।

यदि यह टीम एकजुटता, पारदर्शिता और निरंतर संवाद की भावना से कार्य करेगी, तो निश्चित ही रेलवे कर्मचारियों के हितों की रक्षा और सम्मान की नई परंपरा स्थापित करेगी।

डॉ भानु प्रताप सिंह — संपादक

Dr. Bhanu Pratap Singh