पहली बार हॉकी का टी-20 वर्जन 5 ए साइड खेलेगा भारत, टीम घोषित

पहली बार हॉकी का टी-20 वर्जन 5 ए साइड खेलेगा भारत, टीम घोषित

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भारतीय टीम पहली बार हॉकी का शॉर्टर वर्जन खेलने जा रही है। इसे 5 ए साइड हॉकी कहते हैं। दरअसल, फेडरेशन ऑफ इंटरनेशनल हॉकी (FIH) पहली बार 5 ए साइड आयोजित करने जा रहा है। 5 और 6 जून को होने जा रहे इस टूर्नामेंट में पांच देशों की टीमें हिस्सा लेंगी। यह टूर्नामेंट स्विटजरलैंड के लुसाने में खेला जाएगा। टूर्नामेंट के लिए हॉकी इंडिया ने 9 सदस्यीय टीम घोषित की है। डिफेंडर गुरिंदर सिंह को इसकी कमान सौंपी गई है। सुमित को उप कप्तान बनाया गया है। यह पहला मौका है जब भारतीय पुरुष हॉकी टीम इंटरनेशनल लेवल पर 5 ए साइड हॉकी मैच खेलेगी। इससे पहले यूथ ओलिंपिक-2018 में भारत की यूथ टीम ने यह मैच खेला था।
5 देश खेलेंगे यह टूर्नामेंट
इस टूर्नामेंट में पांच देशों की टीमें हिस्सा लेंगी। भारत के अलावा मलेशिया, पाकिस्तान, पोलैंड और मेजबान स्विटजरलैंड शामिल हैं। भारतीय टीम 1 जून को बेंगलुरू से रवाना होगी।
तेज हॉकी खेलने को लेकर रोमांचित हैं: कोच
इस टूर्नामेंट के बारे में भारतीय टीम के मुख्य कोच ग्राहम रीड ने कहा- ‘हीरो हॉकी 5 टूर्नामेंट खेल का एक अलग रूप है। स्विटजरलैंड जैसे खूबसूरत देश में बेहतरीन टीमों के खिलाफ तेज रफ्तार हॉकी खेलने को लेकर हम काफी रोमांचित हैं।
भारतीय टीम
गुरिंदर सिंह (कप्तान), सुमित, पवन, संजय, मनदीप मोर, रविचंद्र सिंह, दिलप्रीत सिंह, मोहम्मद राहील मौसीन, गुरसाहिबजीत सिंह।​​​​​​ स्टैंडबाई : प्रशांत कुमार चौहान , बॉबी सिंह धामी, सुदीप चिरमाको ।
भारत के मैच
बनाम स्विट्जरलैंड, 4 जून, शाम 6 बजे से।
बनाम पोलैंड, 5 जून, 6:30 बजे से।
क्या नया… बिना गोलकीपर के भी खेला जा सकेगा मैच
हॉकी के लिमिटेड फॉर्मेट में कुछ चीजें बदली नजर आएंगी। जैसे- टाइम ड्युरेशन, फील्ड साइज और प्लेइंग रूल्स। नार्मल हॉकी मैच की तुलना में इस मैच की अवधि आधे से कम होगी यानी कि 30 मिनट के आसपास। वहीं, यह 45×78 साइज की टर्फ में खेला जाएगा।
अब बात रूल्स की…
मुकाबला पहले जैसे दो हॉफ और चार क्वार्टर में होगा।
यदि टर्फ तय स्टैंडर्ड से छोटी है तो 5 की जगह 4 खिलाड़ियों में भी मैच खेला जा सकता है। वैसे तो खेल में गोलकीपर जरूरी है। लेकिन परिस्थितियों के हिसाब से बिना गोलकीपर के फील्ड प्लेयर्स के साथ ही मैच खेल सकते हैं।
टर्फ की चारो ओर साइड लाइन की जगह साइड बोर्ड होंगे। ताकि बॉल बाहर न जाए और यदि साइड बोर्ड नहीं है तो नार्मल हॉकी के नियम लागू होंगे।
-एजेंसियां

Dr. Bhanu Pratap Singh