चार दिवसीय श्रीराधा जन्ममहोत्सव का शुभारंभ

BUSINESS ENTERTAINMENT NATIONAL POLITICS PRESS RELEASE REGIONAL RELIGION/ CULTURE

Mathura (Uttar Pradesh, India) मथुरा छीपी गली स्थित ठाकुर प्रियाबल्लभ मन्दिर में श्रीहित परमानंद शोध संस्थान के द्वारा श्रीराधा जन्ममहोत्सव का चार दिवसीय आयोजन विभिन्न धार्मिक व सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ प्रारंभ हो गया है। महोत्सव का शुभारंभ राधबल्लभीय सम्प्रदायाचार्य श्रीहित मोहितमराल गोस्वामी युवराज ने ध्वजारोहण करके किया। ततपश्चात मंगलगान, हितवाणी पाठ, राधा सुधानिधि पाठ एवं सेवकवाणी पाठ आदि किये गए। ततपश्चात आचार्य स्वरूपों की पधरावनी हुई।

ठाकुर विजयराधाबल्लभ जी महाराज एवं प्रियासखी के सेव्य ठाकुर प्रियाबल्लभ जी महाराज विराजित हैं
मन्दिर के सेवायत आचार्य विष्णुमोहन नागार्च एवं महोत्सव के समन्वयक डॉ. गोपाल चतुर्वेदी ने कहा कि ठाकुर प्रियाबल्लभ मन्दिर 18वीं शताब्दी के रससिद्ध सन्त एवं प्रख्यात वाणीकार श्रीहित परमान्द जी महाराज की साधना स्थली है। यहां उनके सेव्य ठाकुर विजयराधाबल्लभ जी महाराज एवं प्रियासखी के सेव्य ठाकुर प्रियाबल्लभ जी महाराज विराजित हैं। परमानन्द शोध संस्थान के महासचिव आचार्य ललित बल्लभ नागार्च एवं सचिव पार्षद रसिक बल्लभ नागार्च ने कहा कि श्रीहित परमानंद जी महाराज ने प्रिया बल्लभ मन्दिर में साधनारत रहकर जिस साहित्य का सृजन किया वह राधाबल्लभ सम्प्रदाय की अमूल्य निधि है।

रासलीला का अत्यंत नयनाभिराम व चित्ताकर्षक मंचन किया गया
रात्रि को रासाचार्य स्वामी अमीचंद शर्मा के निर्देशन में ठाकुर जी समक्ष रासलीला का अत्यंत नयनाभिराम व चित्ताकर्षक मंचन किया गया। यह सभी कार्यक्रम कोविड-19 के चलते उसकी नियमावली के अनुरूप किये गए।
साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग व सैनेटाइजिंग का पालन किया गया। इस अवसर पर डा. चन्द्रप्रकाश शर्मा, डॉ. जयेश खण्डेलवाल, तरुण मिश्रा, डॉ. श्याम बिहारी खण्डेलवाल, चित्रा शर्मा, प्रिया मिश्रा, भरत शर्मा, राधाकांत शर्मा, हितानंद नागार्च, कीर्ति नागार्च, रसानंद नागार्च, प्रेमानंद नागार्च, चन्द्रमोहन नागार्च, हितबल्लभ नागार्च, बलराम नागार्च, रिचा नागार्च आदि की उपस्थिति विशेष रही।

Dr. Bhanu Pratap Singh