बायोटेक्नोलोजी कर छात्र माइक्रोबायोलोजी, फार्मा, डेयरी, फूड इन्डस्ट्री में भविष्य बनाएं- एके सिंह
Agra, Uttar Pradesh, India. डॉ. एमपीएस ग्रुप ऑफ इंन्स्टीट्यूशंस के जैव प्रौद्योगिकी विभाग के छात्रों का विभिन्न कंपनियों में 4-7.20 लाख रुपये के सालाना पैकेज पर चयन हुआ है। नौकरी पाकर छात्र उत्साह से भर उठे। उन्होंने डॉ. एमपीएस कॉलेज के प्रति कृतज्ञता प्रकट की है।
साक्षात्कार में एमएससी एवं बीएससी बायोटेक्नोलोजी फाइनल सेमेस्टर के छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। छात्रा बितेश कुमार का चयन राजकीय मेडिकल कालेज, फिरोजाबाद में वैज्ञानिक के पद पर 7.20 लाख रुपये के सालाना पैकेज पर हुआ है। एम.एससी. बायोटेक्नोलॉजी के छात्र वजाहत हुसैन का चयन एस.एन. मेडिकल कॉलेज, आगरा में कोविड-19 लैब के इन्चार्ज के पद पर 6 लाख रुपये के सालाना पैकेज पर हुआ है। चांद मोहम्मद का चयन सालाना 6 लाख के पैकेज पर रेनबो हॉस्पिटल आगरा के आई.वी.एफ. सेन्टर एम्ब्रियोलोजिस्ट के पद पर हुआ है। सिमरन कौर, गनी अफरीदी एवं इफ्तखारुद्दीन एनआईआरटी आईसीएमआर चेन्नई में 4 लाख सालाना पैकेज पर तकनीकी अधिकारी के पद पर हुआ है। सुमन का चयन प्रभा रिसर्च डायग्नोस्टिक कम्पनी में 6 लाख रूपये के सालाना पैकेज पर तकनीकी अधिकारी के पद पर हुआ है।
डॉ. एमपीएस ग्रुप के चेयरपर्सन स्क्वाड्रन लीडर एके सिंह ने सभी चयनित छात्र-छात्राओं को शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि बायोटेक्नोलॉजी के द्वारा ही वैश्विक महामारी कोविड-19 पर हमारे देश में महामारी को रोकने एवं लोगों को सुरक्षित रखने में काफी हद तक सफलता प्राप्त की है। यह एक ऐसा विषय है जो दुनिया में बहुत सारे बदलावों को लाने में मददगार है। इस विषय में एमएससी एवं बीएससी बायोटेक्नोलोजी कर छात्र माइक्रोबायोलोजी, फार्मा, डेयरी, फूड आदि इन्डस्ट्रीज में अपना कैरियर बना सकते हैं।
संस्थान की को-चेयरपर्सन नीलम सिंह ने सभी चयनितों एवं उनके अभिभावकों को छात्र-छात्राओं की स्वर्णिम सफलता के लिए बधाई दी। संस्थान के कार्यकारी निदेशक डॉ. ए.के. गोयल ने बताया कि डॉ. एमपीएस ग्रुप सदैव प्रतिभावान छात्र कम्पनियों को प्रदान करता रहा है। यहाँ से पासआउट छात्र देश विदेश में सफलता के परचम लहराते रहे हैं। तकरीबन 5 से 7 लाख के सालाना पैकेज पर नौकरी पाकर छात्र-छात्राओं के चेहरे खिल उठे हैं। अपने उज्जवल भविष्य की नींव रख दी है।
छात्रों के चयन पर विभागाध्यक्ष डॉ. खालिद हुसैन ने चयनित छात्रों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि जिन छात्रों का चयन नहीं हुआ है उन्हें निराश न होकर अधिक मेहनत करने की जरूरत है। प्लेसमेंट में जैव प्रौद्योगिकी विभाग के शिक्षकों का महत्वपूर्ण योगदान रहा।
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