Mathura (Uttar Pradesh, India)। मथुरा। देश कितनी तरक्की कर रहा है और कितनी नई-नई तकनीक से देश में विकास कार्य हो रहे हैं, मगर यदि आपको सरकारी कामकाज का तरीका देखना हो तो मथुरा नगर निगम और जलनिगम के द्वारा कराये जा रहे कार्यों को देखना चाहिए। लगभग डेढ़ वर्ष से अधिक समय से चल रहे नाले का निर्माण कार्य अभी तक पूरा नही हो सका। महज 500 मीटर की सड़क जो पुराने शहर को जोड़ती है वह बन कर तैयार नहीं हो पा रही है।
लगभग डेढ़ साल से ज्यादा का वक्त हो गया मगर कार्य पूरा होने का नाम नहीं ले रहा है
इस सीवर लाइन को नाले से जोडने का कार्य कितना धीमी गति से हो रहा है इसका अंदाजा इसी वात से लगाया जा सकता है कि इस कार्य को लगभग डेढ़ साल से ज्यादा का वक्त हो चला है मगर अभी तक कार्य पूरा होने का नाम नहीं ले रहा है। प्रत्येक दिन सुबह से लेकर दोपहर तक का आलम यह है कि यहां से निकलना मुश्किल हो जाता है। यहां से होकर जिन्हें वृन्दावन जाना हो या वृन्दावन से किसी को मथुरा शहर में आना हो तो वह चार पहिया बाहन से निकलना तो मुश्किल है ही दुपहिया बाहन से भी वमुश्किल निकला जा सकता है।
धीमी गति से चलते निर्माण कार्य के कारण मथुरा वृन्दावन मार्ग खुदा पड़ा है
सरकार कितना भी विकास का ढिंढौरा पीटे मगर सच्चाई सामने है, इसका उदाहरण पेश कर रहा है जलनिगम। डेढ़ साल से जल निगम व नगर निगम मथुरा, वृन्दावन मार्ग पर सीवर का कार्य पूरा नहीं करा पा रहा है। अभी तक काम पूरा होने का नाम ही नही ले रहा है। डेढ़ साल से चल रहे सीवर के कार्य के कारण सड़क पर चलना फिरना कितना मुश्किल हो रहा है इसको यहां के स्थानीय लोगों से समझा जा सकता है। धीमी गति से चलते निर्माण कार्य के कारण मथुरा वृन्दावन मार्ग खुदा पड़ा है आवागमन में राहगीरों को असुविधा हो रही है। सुबह से नाले का पानी ओवरफ्लो करके सड़क पर बहने लगता है। न तो पार्षद को यह दिखाई देता है न ही नगर निगम के कर्मचारियों को, अधिकारियों को तो फुर्सत ही कहां है कि इस ओर देखें।
हम अपने तरीके से काम कराते हैं कौन क्या सोचता है हमारे उपर कोई फर्क नहीं पड़ता है
इस बार्ड नं. 54 से यहां की पार्षद मीरा मित्तल से जब इस सम्बन्ध में जानकारी की गई तो उनका इस सम्बन्ध में जबाव है कि 70 वर्षों में कुछ हुआ हो या न हुआ हो मगर 6 वर्ष में सारा काम होना चाहिए। उनके आदरणीय पतिदेव जो पार्षद महोदया से किये गये हर सबाल का जबाव वह देते हैं वह उनसे एक कदम आगे निकल कर टका सा जबाव दिया कि हम अपने तरीके से काम कराते हैं हमारे वारे में कौन क्या सोचता है हमारे उपर उससे कोई फर्क नहीं पड़ता है।
थोड़ा टाइम तो लगेगा। कार्रदाई संस्था को कहा गया है जल्दी काम को खत्म करें
इस सम्बन्ध में जब सांसद प्रतिनिधि जर्नादन शर्मा जी से वार्ता की गई तो उन्होंने बताया कि गंगा जल परियोजना के अंतर्गत कार्य हो रहा है जल निगम कार्यदाई संस्था है, शहर के अंदर काम करने में कुछ समय ज्यादा लग जाता है निर्धारित समय से ज्यादा कुछ न कुछ समस्याएं आती है एंक्रोचमेंट की भी एक समस्या है। थोड़ा टाइम तो लगेगा। कार्रदाई संस्था को कहा गया है, जल्दी से काम को खत्म करें।
सीवर लाइन के निर्माण कार्य के लिये आधी बन्द, आधी सड़क पर नाले का पानी भरा रहता है
मात्र पांच सौ मीटर की सड़क की यह दुर्दशा है यहां से किसी भी बाहन का निकलना मुश्किल हो रहा है और लोग ईरिक्शा व रिक्शा दुपहिया बाहनों को यहां से निकालने में परेशान हो रहे हैं। यहां से आते जाते बाहन अक्सर गिर रहे है और राहगीर चुटैल हो रहे है। चमेली देवी गर्ल्स स्कूल के सामने से लेकर अग्रसेन वाटिका तक सड़क पर सीवर लाइन डालने कार्य करीव डेढ़ साल पूर्व शुरू किया गया था जो आज तक पूरा न हो सका। सीवर लाइन के कार्य के चलते आधी सड़क निर्माण कार्य के लिये बन्द की जा चुकी है वहीं आधी सड़क पर नाले का पानी भरा रहता है जिससे बाहनों का निकलना तो मुश्किल हो ही रहा है पैदल चलने के लिए भी जगह नहीं है। लोगों को गन्दे नाले के पानी को पार करके ही निकलना पड़ रहा है।
गन्दगी और बदबू के कारण यहां से निकलना मुश्किल हो जाता है
इस सम्बन्ध में माधव गोतम एडवोकेट ने बताया कि मुझे अक्सर चौक बाजार या लाल दरवाजा क्षेत्र में आना होता है मैं इसी रास्ते से आता जाता हूँ, गन्दगी और बदबू के कारण यहां से निकलना मुश्किल हो जाता है तथा सड़क की स्थिति करीब एक वर्ष से भी अधिक समय से खराब है, जिसे देख कर लगता है कि यहां इस क्षेत्र लोग कैसे यहां रहते हैं।
सड़क पर बहने बाली गंदगी और गन्दे पानी से होकर गुजरना पड़ता है
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी कार्यक्रम क्रियान्वयन के पूर्व चेयरमेन राधा रमण शर्मा जो इसी क्षेत्र में निवास करते हैं ने कहा कि वेसे तो उत्तर प्रदेश सरकार मथुरा-काशी और अयोध्या को विश्वस्तरीय शहर बनाने की बात कर रही हैं हजारो करोड़ रुपया भी पानी की तरह बहाया जा रहा है, मगर जनता की गाढी कमाई का यह पैसा जा कहा रहा है, सड़के टूटी पडी है, नालों की सफाई नहीं हो रही है, लोग जब सुबह अपने आराध्य देव द्वारिकाधीश के दर्शनों को जाते हैं तो सड़क पर बहने बाली गंदगी और गन्दे पानी से होकर गुजरना पड़ता है, आज डेढ़ वर्ष से अधिक समय से मथुरा-वृन्दावन मार्ग को सीवरेज के लिये खोद कर ड़ाल दिया है और निमार्ण कार्य बंद प़डा है, स्थानीय चमेली देवी गर्ल्स इन्टर कालेज और डी ए वी कॉलेज से पहले नाले का पानी बीच सड़क पर बहता रहता है और बच्चे उसी नाले के पानी से होकर गुजरते हैं जबकि सुबह हजारों लोग इसी रास्ते टहलने को भी निकलते हैं, नगर निगम का ध्यान इस ओर नहीं है।
जनप्रतिनिधियों का पता नहीं, कोई निरीक्षण करने आता नहीं, सारा काम भगवान भरोसे हो रहा है
भाजपा होली गेट मण्डल, मथुरा के मीडिया प्रभारी श्याम शर्मा ने कहाकि नगर निगम द्वारा निर्माण तो कराया जा रहा है उसका भगवान ही मालिक है यहां चिडिमार, माया टीला, अंबेडकर बगीची के पीछे सीवर की 6 इंच की लाइन को तीन इंच से मिलाया जा रहा है क्या यह भविष्य में झेल पाएगी। जनप्रतिनिधियों का पता नहीं, कोई निरीक्षण करने भी आता नहीं, कर्मचारी इतने कलाकार हैं जो पाइप डाले जा रहे हैं उनकी ज्वाइंट पर मानक के अनुसार मसाला भी नहीं लगा रहे हैं, लाइन लीक होंगी जमीन में पानी की लाइनें भी हैं जिनके साथ मिलने का खतरा बना हुआ है। साथही घरों के फटने का क्रम भी शुरू होगा। जलनिगम के कर्मचारियों या ठेकेदारों के द्वारा पाइप लाइन को ज्वाइंट करने के बाद उसको मिट्टी से दबा देते हैं जिससे नगर निगम का इंजीनियर उन्हें देख ही न पाए, सारा काम भगवान भरोसे हो रहा है, लगता नहीं कि सरकार की यह योजना सफल होगी। निरंतर देख रहा हूँ कि न पार्षद का पता है ना महापौर ही देख रहे हैं भाजपा कार्यकाल में यह सब हो रहा है। अधिकारी योजनाओं को चूना लगाने में लगे भाजपा कार्यकर्ता विरोध करने से बच रहे हैं। इसके बावजूद भी वार्ड की पार्षद विकास कार्यों को लेकर संतुष्ट हैं। जबकि होली गेट भाजपा मंडल अध्यक्ष ने यह प्रश्न प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा की वर्चुअल मीटिंग में उठाया था कि भाजपा के प्रत्येक कार्यकर्ता को अपनी सरकार के नेतृत्व में होने वाले विकास कार्यों पर पूरी तरह नजर रखनी होगी।
दिन रात गन्दा पानी बहता रहता है, स्थानीय सहित देश-विदेश से आने वाले लाखों लोग गुजरते है
श्री ब्रजयात्रा सेवा संस्थान के संस्थापक/अध्यक्ष नरेन्द्र एम. चतुर्वेदी ने बताया कि बड़े ही दुख का विषय है सम्पूर्ण ब्रज विकास की बात करने वाली सरकार भरतपुर गेट से चौक बाजार, बृन्दावन दरबाजा श्रीधाम बृन्दावन को जाने वाले प्रमुख मार्ग पर चमेली देवी गर्ल्स इंटर कॉलेज के बाहर नाला विगत डेढ़ दो साल से खराब पड़ा है दिन रात गन्दा पानी बहता रहता है जहाँ से स्थानीय सहित देश-विदेश से आने वाले लाखों लोग गुजरते है न सरकार ने ध्यान दिया न आजतक इस ओर मथुरा-बृन्दावन नगर निगम के मेयर डॉक्टर आर्यबन्धु ने ही देखना उचित समझा शासन प्रशासन से अनुरोध है पढ़ने वाली छात्र-छात्राओं व आम दर्शनार्थियों व आम जनमानस की परेशानियों को देखते हुए अविलम्ब नाले की समस्या से निजात दिलायी जाये।
डेढ़ साल से अधिक समय से टूट नाले पर रोष, लाखों श्रद्धालु यहाँ से क्या संदेश लेकर जायेंगे
श्री ब्रजयात्रा सेवा संस्थान के प्रदेश अध्यक्ष महेश चन्द खंडेलवाल ने भी चमेली देवी खंडेलवाल गर्ल्स इन्टर कॉलेज के बाहर लगभग डेढ़ साल से अधिक समय से टूट नाले पर रोष व्यक्त करते हुए कहा कि शासन-प्रशासन इस ओर जल्द अपना ध्यान आकर्षित करे यह श्री द्वारकाधीश मन्दिर से बृन्दावन का प्रमुख मार्ग है लाखों श्रद्धालु यहाँ से क्या संदेश लेकर जायेंगे।
सीवरलाइन डालने के दौरान जगह-जगह से पेयजल की पाइप लाइन को भी तोड डाला गया
वहीं वार्ड 33 में जलनिगम द्वारा सीवर लाइन डाली तो गई थी। ठेकेदार ने जिस बेतरतीव तरीके से काम किया उसका खामियाजा जनता आज तक भुगत रही है। सीवरलाइन डालने के दौरान जगह-जगह से पेयजल की पाइप लाइन को भी तोड डाला गया। यहां से पार्षद कविता शर्मा ने बताया कि जल निगम द्वारा सीवर लाइन बिछाने के दौरान पेयजल पाइपलाइन क्षतिग्रस्त होने से सड़क में कई स्थानों पर लीकेज हो गए हैं। इससे पेयजलापूर्ति बाधित हो रही है। इस पर नगरायुक्त ने महाप्रबंधक जलनिगम को क्षतिग्रस्त पेयजल पाइपलाइन का सर्वे करा सही कराने व अवर अभियंता सत्यप्रकाश के निर्देशन में कराए गए कार्य में लापरवाही बरतने के संबंध में शासन को पत्र भेजने के लिए निर्देशित किया है।
नगरायुक्त ने भुगतान से 10 फीसद कटौती के निर्देश, अधूरे काम को 20 सितंबर तक पूरा करें
नगर निगम क्षेत्र में जलभराव और सीवरेज की बढ़ती समस्याओं के चलते नगरायुक्त रविद्र कुमार मांदड़ ने वार्ड नंबर 33 का निरीक्षण किया। इस दौरान स्थानीय लोगों ने नगरायुक्त को बताया कि जनवरी 2020 में जल निगम द्वारा बिछाई गई सीवर लाइन क्षतिग्रस्त पड़ी है। इसे विभाग द्वारा सही नहीं कराया गया है। इस पर जल निगम की सीवरेज व ड्रेनेज इकाई के सहायक अभियंता केपी सिंह द्वारा संतोषजनक उत्तर न देने ने नगरायुक्त ने उनके विरुद्ध कार्रवाई करने को कहा। वहीं सहायक अभियंता केपी सिंह व ठेकेदार ने बताया कि चामुंडा कॉलोनी की पांच गलियों में से चार में सीवर लाइन बिछाने का काम पूरा हो गया है। अब केवल सड़क की मरम्मत का काम शेष है। वहीं ठेकेदार द्वारा सीवर के लिए बनाए गए चार मैनहोल को कवर्ड न करने पर नगरायुक्त ने भुगतान से 10 फीसद कटौती करने के साथ ही अधूरे काम को 20 सितंबर तक पूरा करने के निर्देश दिए। इस दौरान सहायक नगर आयुक्त राजकुमार मित्तल, मुख्य अभियंता सिविल पीके मित्तल, महाप्रबंधक जल रमेश चंद्र रघुवंशी, अवर अभियंता पवन कुमार व अवर अभियंता आशीष कुमार मौजूद रहे।
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