पंजाब: मुख्यमंत्री के घर के बाहर एकत्र हुए कांग्रेस नेता हिरासत में लिए

पंजाब: मुख्यमंत्री के घर के बाहर एकत्र हुए कांग्रेस नेता हिरासत में लिए

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पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के आवास के बाहर विरोध प्रदर्शन करने इकट्ठे हुए कांग्रेस नेताओं को चंडीगढ़ पुलिस ने हिरासतक में ले लिया। उन्हें सेक्टर 3 के पुलिस स्टेशन ले जाया गया। हिरासत में लिए जाने के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने थाने के बाहर भी नारेबाजी की।
इस विरोध प्रदर्शन पर भगवंत मान ने कहा, मुझे दुख है कि कांग्रेस के नेता मेरे आवास के बाहर उन लोगों के समर्थन में प्रदर्शन कर रहे हैं जिन पर रिश्वत लेने का आरोप है। ये लोग लुटेरों का समर्थन कर रहे हैं जो कि इस बात का सबूत है कि उनके खून में ही रिश्वतखोरी बसी है।
पंजाब कांग्रेस के नेताओं का आरोप है कि वादा करने के बावजूद गुरुवार को पंजाब के सीएम भगवंत मान ने उनसे मुलाकात नहीं की। वे गिरफ्तार पूर्व मंत्री साधु सिंह के बारे में मुख्यमंत्री से बात करना चाहते थे। साधु सिंह को भ्रष्टाचार के आरोप में विजिलेंस ब्यूरो द्वारा गिरफ्तार किया गया था। कैप्टन अमरिंदर सिंह की सरकार में वह पांजबा के वन और समाज कल्याण मंत्री थे।
उनपर आरोप है कि उन्होंने रिश्वत लेकर हरे पेड़ काटने की इजाजत दी थी। दलित स्कॉलरशिप स्कीम को लेकर भी उनपर रिश्वत लेने का आरोप है।
सिद्धू मूसेवाला के लिए न्याय मांग रहे थे कांग्रेस नेता
कांग्रेस का कहना है कि उनके नेता भगवंत मान के घर के बाहर सिद्धू मूसेवाला के लिए न्याय मांगने के लिए इकट्ठा हुए थे। कांग्रेस ने कहा, दिवंगत कांग्रेस नेता व मशहूर पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला के हत्यारों को पकड़ने की मांग को लेकर कांग्रेस नेताओं का सीएम आवास के बाहर प्रदर्शन।पंजाब के सीएम ने समय देकर मिलने से इनकार कर पंजाब का अपमान किया है।
छिड़ा ट्विटर वार
भगवंत मान ने कहा, मुझे दुख है कि पंजाब की बची-खुची Congress आज रिश्वत के आरोपी नेताओं के हक़ में धरना देने मेरे घर आई। पंजाब के लुटेरों का साथ देना साबित करता है कि रिश्वत इनके ख़ून में है। ये नारे लगा रहे थे “साड्डा हक़ ऐत्थे रख” मतलब रिश्वतख़ोरी कांग्रेस का हक़ है? इसपर कांग्रेस ने जवाब दिया, पंजाब के बेटे सिद्धू मूसेवाला का खून अपने हाथों पर लेकर बैठे हो निर्लज्जों!
कांग्रेस की तरफ से आगे कहा गया, क्या सिद्धू मूसेवाला के लिए न्याय मांगना भ्रष्टाचार है? और सुनो छोटे संघियों, पंजाबियों के उद्घोष “साड्डा हक़, ऐत्थे रख” को रिश्वतखोरी से जोड़कर पंजाबियत का अपमान करने की हिम्मत मत करो।
-एजेंसियां