सीएम ममता बनर्जी बोलीं, बंगाल के धैर्य और शिष्टाचार को उसकी कमजोरी न समझें

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लोकसभा चुनाव से पहले पश्चिम बंगाल की राजनीति संदेशखाली के इर्द-गिर्द घूम रही है. संदेशखाली मामले में ममता सरकार को भाजपा चारों तरफ से घेर रही है. लगातार हो रहे हमलों पर सीएम ममता बनर्जी ने आज बुधवार को चुप्पी तोड़ी. उन्होंने कहा कि बंगाल के धैर्य और शिष्टाचार को उसकी कमजोरी नहीं समझा जाना चाहिए. ममता ने बंगाल की ताकत दिखाने के लिए लोगों को 10 मार्च को होने वाली टीएमसी की ‘जन गर्जना सभा’ में बढ़चढ़ कर हिस्सा लेने के लिए कहा.

ममता का बंगाल के लोगों को संदेश

ममता बनर्जी ने कहा कि इस रविवार को ब्रिगेड ग्राउंड में ‘जन गर्जना सभा’ उस भूमि पर एक ऐतिहासिक कार्यक्रम होगा जिसने हमेशा अपने अधिकारों के लिए लड़ाई लड़ी है. उन्होंने लोगों से अपील की कि बंगाल के सुरक्षित भविष्य के लिए जन आंदोलन का नेतृत्व करते हुए हमसे जुड़ें. याद दिला दें कि टीएमसी की ‘जन गर्जना सभा’ इससे पहले तब सुर्खियों में आई थी जब रेलवे ने इसके लिए स्पेशल ट्रेनों के अनुरोध को ठुकरा दिया था.

रेलवे ने ठुकरा दिया था टीएमसी का अनुरोध

पश्चिम बंगाल सरकार ने 10 मार्च की ‘जन गर्जन सभा’ के लिए लोगों को अलीपुरद्वार और कूचबिहार से कोलकाता ले जाने के लिए स्पेशल ट्रेनों का अनुरोध किया था. रेलवे ने टीएमसी के स्पेशल ट्रेन के अनुरोध को ठुकरा दिया था. रेलवे के फैसले पर टीएमसी ने सोमवार को केंद्र की आलोचना की थी. टीएमसी नेता डेरेक ओब्रायन ने कहा था कि वह (केंद्र) लोगों को रैली में शामिल होने से नहीं रोक पाएंगे.

-एजेंसी

Dr. Bhanu Pratap Singh