आगरा मेट्रो : प्रायोरिटी कॉरिडोर के भूमिगत भाग में पटरी बिछाने को ट्रैक स्लैब की कास्टिंग शुरू

आगरा मेट्रो : प्रायोरिटी कॉरिडोर के भूमिगत भाग में पटरी बिछाने को ट्रैक स्लैब की कास्टिंग शुरू

REGIONAL

 



आगरा। उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने आगरा मेट्रो प्रायोरिटी कॉरिडोर के भूमिगत भाग में अप-लाइन की टनल का निर्माण पूरा करने के बाद ट्रैक स्लैब की कास्टिंग शुरू कर दी है। भूमिगत भाग में ट्रैक स्लैब पर ही पटरी बिछाने का काम किया जाएगा। वहीं, डाउन लाइन में टनल का निर्माण अंतिम चरण में है, टीबीएम गंगा एवं टीबीएम शिवाजी जल्द ही टनल का निर्माण पूरा करेंगी।

बता दें कि आगरा मेट्रो प्रायोरिटी कॉरिडोर में कुल 6 स्टेशन हैं, जिसमें 3 ऐलिवेटिड व 3 भूमिगत मेट्रो स्टेशन हैं। ऐलिवेटिड भाग तीनों स्टेशन सहित पूरी तरह बनकर तैयार है। इस भाग में लगातार आगरा मेट्रो ट्रेन का ट्रायल किया जा रहा है। वहीं, भूमिगत भाग में तेज गति के साथ निर्माण कार्य जारी है। भूमिगत भाग में अपलाइन में टनल का निर्माण पूरा हो चुका है। फिलहाल, यहां ट्रैक स्लैब की कास्टिंग की जा रही है।

इसके साथ ही प्रायोरिटी कॉरिडोर के सभी तीनों स्टेशनों की फिनिशिंग की जा रही है। इन सभी तीनों स्टेशनों पर सिग्लिंग, इलेक्ट्रिकल आदि सिस्टम का तेज गति के साथ किया जा रहा है। वहीं, डाउन लाइन में टनल का निर्माण अंतिम चरण में है, टीबीएम गंगा एवं टीबीएम शिवाजी जल्द ही टनल का निर्माण पूरा करेंगी।

ऐसे होता है भूमिगत ट्रैक का निर्माण

भूमिगत मेट्रो निर्माण हेतु सबसे पहले स्टेशन का निर्माण किया जाता है। स्टेशन का ढांचा तैयार होने के बाद लॉन्चिंग शाफ्ट का निर्माण कर टनल बोरिंग मशीन लॉन्च की जाती है। टीबीएम मशीन के जरिए गोलाकार टनल बनकर तैयार होती है। टनल का आकार गोल होने के कारण सीधे ट्रैक बिछाना संभव नहीं है, इसलिए यहां ट्रैक स्लैब की कास्टिंग की जाती है। इसके बाद इसी समतल ट्रैक स्लैब पर ट्रैक बिछाया जाता है।

ताजनगरी में 29.4 किमी लंबे दो कॉरिडोर का मेट्रो नेटवर्क बनना है, जिसमें 27 स्टेशन होंगे। ताज ईस्ट गेट से सिकंदरा के बीच 14 किमी लंबे पहले कॉरिडोर का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है. इस कॉरिडोर में 13 स्टेशनों का निर्माण होगा। जिसमें 6 एलीवेटिड जबकि 7 भूमिगत स्टेशन होंगे. इस कॉरिडोर के लिए पीएसी परिसर में डिपो का निर्माण किया जा रहा है। इसके साथ ही आगरा कैंट से कालिंदी विहार के बीच लगभग 16 कि.मी. लंबे दूसरे कॉरिडोर का निर्माण किया जाएगा, जिसमें 14 ऐलीवेटेड स्टेशन होंगे।

Dr. Bhanu Pratap Singh