एक-दूसरे की फ्लाइट में यात्रा कर सकेंगे एयर इंडिया और एयर एशिया के यात्री

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अब आप एयर इंडिया का टिकट लेकर एयर एशिया की फ्लाइट में और एयर एशिया का टिकट लेकर एयर इंडिया की फ्लाइट में यात्रा कर सकते हैं। इससे किसी एक एयरलाइन की फ्लाइट में बाधा उत्पन्न होने पर यात्रियों को अधिक असुविधा का सामना नहीं करना पड़ेगा और जिस एयरलाइन की फ्लाइट पहले उपलब्ध होगी, उसमें यात्रा कर सकेंगे। दरअसल, एयर इंडिया और एयर एशिया के बीच एक एग्रीमेंट हुआ है। जिसके अनुसार परिचालन में कोई दिक्कत आने की स्थिति में दोनों ही एयरलाइन एक दूसरे के यात्रियों को यात्रा करवा सकती हैं।
टाटा ग्रुप के पास हैं दोनों एयरलाइंस
एयर एशिया और एयर इंडिया ये दोनों ही एयरलाइंस अब टाटा ग्रुप (Tata Group) के पास हैं। हाल ही में टाटा ग्रुप ने सरकार से एयर इंडिया को खरीदा था। इन दोनों एयरलाइन के बीच हुए इस एग्रीमेंट से यात्रियों को बड़ी सुविधा होगी।
दो वर्ष तक लागू रहेगी यह व्यवस्था
एग्रीमेंट के तहत यह व्यवस्था दो वर्षों तक प्रभावी रहेगी। एग्रीमेंट के अनुसार, यह व्यवस्था 10 फरवरी 2022 से लेकर फरवरी 2024 तक लागू रहेगी। हालांकि, यह व्यवस्था केवल घरेलू उड़ानों के लिए ही लागू है। इन दोनों एयरलाइंस ने एक समझौते के माध्यम से IROPS (अनियमित परिचालनों) व्यवस्था को अपनाया है, जो किसी एक के परिचालन के बाधित रहने के मामले में यात्रियों को दूसरी एयरलाइन की उड़ानों में स्थानांतरित करने की अनुमति देता है।
यात्रियों को होगी काफी सुविधा
इस एग्रीमेंट से यात्री जो पहले उपलब्ध होगी, उस फ्लाइट में यात्रा कर सकेंगे। एयरपोर्ट पर मौजूद एयर एशिया और एयर इंडिया दोनों एयरलाइन की टीमें यात्रियों से पहले उपलब्ध फ्लाइट की पेशकश कर सकेंगे। इससे यात्रियों को होने वाली असुविधा को कम किया जा सकेगा।
टाटा ग्रुप की भारतीय विमानन बाजार में 24 फीसद हिस्सेदारी
नमक से लेकर ट्रक तक बनाने वाले टाटा समूह ने हाल ही में घाटे में चल रही एयर इंडिया को सरकार से खरीदा है। इस तरह एयर इंडिया 69 साल बाद अपने पुराने मालिक टाटा ग्रुप के पास लौट आई है। इसके साथ ही टाटा ग्रुप की भारतीय विमानन बाजार में 24 फीसद हिस्सेदारी हो गई है। यहां बता दें कि टाटा ग्रुप और सिंगापुर एयरलाइंस की संयुक्त हिस्सेदारी वाली विस्तारा एयरलाइंस के पास 6 फीसद बाजार हिस्सेदारी है। वहीं, टाटा ग्रुप की भागीदारी वाली एयर एशिया इंडिया के पास 7 फीसद बाजार हिस्सेदारी है। अब टाटा ग्रुप को एयर इंडिया की 11 फीसद बाजार हिस्सेदारी भी मिल गई है। इस तरह टाटा ग्रुप के पास अब भारतीय विमानन बाजार में 24 फीसद हिस्सेदारी हो गई है।
-एजेंसियां

Dr. Bhanu Pratap Singh