Agra News: पहले से लगे पेड़ों को काट कर उनके स्थान पर नए पौधे लगा रहा नगर निगम, रोकने पर JE ने पार्षदों को देदी जेल भिजवाने की धमकी

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आगरा: नगर निगम सरकारी योजनाओं को पलीता लगाते हुए पहले से स्थापित पेड़ों को काट कर उनके स्थान पर नए पौधे लगा रहा है। यह आरोप सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी के दो पार्षदों ने लगाया है। उनका कहना है कि ऐसा करने से रोकने पर नगर निगम के जूनियर इंजीनियर ने उन्हें धमकी दी- “यदि काम रोका तो जेल भिजवा दूंगा।”

दोनों पार्षदों ने इसकी शिकायत प्रदेश के मुख्यमंत्री, मंडलायुक्त, जिला वन अधिकारी और नगर आयुक्त से की है। नगर आयुक्त अंकित खंडेलवाल ने डा. सरिता सिंह को पूरे मामले की जांच सौंपी है।

वार्ड नंबर 31 अजीत नगर के पार्षद इन्द्रपाल सिंह और वार्ड नंबर 49 के पार्षद अजय गोस्वामी ने संयुक्त रूप से शिकायत करते हुए जेई अमित सोनार और ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि अर्जुन नगर में सड़क के डिवाइडर पर हरे-भरे पेड़ लगे हुए थे, जिनको भरी गर्मी में क्षेत्रीय जनता ने पानी से सींच कर बड़ा किया था। बुधवार को देखा कि कुछ श्रमिक इन पेड़ों को जड़ से उखाड़ रहे थे। रोकने पर श्रमिकों ने जेई अमित सोनार का मोबाइल फोन नंबर देते हुए कहा कि इनसे बात कर लें। पार्षद इंद्रपाल सिंह ने बताया कि जब उन्होंने जेई से बात की तो उसने उल्टा उन्हें ही धमकाना शुरू कर दिया। बोला, “यदि काम रोका तो तुम्हारे खिलाफ एफआईआर कराकर जेल भिजवा दूंगा।”

इस दौरान पार्षद अजय गोस्वामी और भाजपा के अन्य कार्यकर्ता भी मौके पर आ गए, जेई की धमकी के बारे में सुनकर सभी में रोष फैल गया। इस बीच श्रमिक काटे गए पेड़ों को ट्रैक्टर ट्राली में भरकर ले जाने लगे ताकि सबूत नष्ट किये जा सकें। इस घटना की पार्षदगण इन्द्रपाल सिंह व अजय गोस्वामी ने मौके पर वीडियोग्राफी की तथा फोटो भी खींचे।

पार्षदद्वय का आरोप है कि अनेक पेड़ों को जड़ से काटकर छोड़ दिया गया है ताकि मौका लगते ही उनको भी हटा कर नया पौधा लगाना दर्शा कर पैसा बनाया जा सके। दोनों पार्षदों का कहना है कि ठेकेदार और जेई अमित सोनार ने हरे पेड़ों को कटवा कर जघन्य अपराध किया है। दोनों मुख्यमंत्री की योजना को पलीता लगा रहे हैं तथा इससे घोटाले की बू आ रही है। उन्होंने उच्चाधिकारियों से अनुरोध किया कि इस कार्य को अविलंब रुकवाया जाए और जांच कराकर दोषी लोगों के विरुद्ध कड़ी कानूनी कार्यवाही की जाए। इस मामले में जेई अमित सोनार से संपर्क नहीं हो सका।

Dr. Bhanu Pratap Singh