Agra News: सामाजिक अपेक्षाएं और बदलती जीवनशैली तलाक के कारण, मेंटल हेल्थ कार्निवल में ग्रे डिवोर्स पर चर्चा

PRESS RELEASE

आगरा। बदलते सामाजिक परिवेश और जीवनशैली के साथ अब समाज में एक नया ट्रेंड सामने आ रहा है- ग्रे डिवोर्स। वे जोड़े जिन्होंने साथ में दशकों बिताए हैं, वे भी अब अपने वैवाहिक संबंधों को समाप्त करने का निर्णय ले रहे हैं। इस गंभीर सामाजिक और मानसिक मुद्दे पर विमल विहार, सिकंदरा-बोदला रोड स्थित फीलिंग्स माइंड्स संस्था के सात दिवसीय मेंटल हेल्थ कार्निवल के चौथे दिन आयोजित हुई कार्यशाला में विशेषज्ञों ने खुलकर विचार साझा किए।

विशेषज्ञों ने कहा- समझौते नहीं, संवाद चाहिए

कार्यशाला में डॉ. रिचा श्रीवास्तव, डॉ. रेनू अग्रवाल, डॉ. सुमन गुप्ता, एडवोकेट नम्रता मिश्रा, और संस्था की संस्थापिका डॉ. चीनू अग्रवाल ने भाग लिया। सभी ने इस बात पर जोर दिया कि हमारे समाज में विवाह को आज भी निभाने की मानसिकता से देखा जाता है, लेकिन यह सोच अब रिश्तों में घुटन और टूटन का कारण बन रही है।

डॉ. चीनू अग्रवाल ने कहा, एक सुखी परिवार की बाहरी तस्वीर के पीछे रिश्तों में संवाद की कमी, व्यक्तिगत कुंठाएं और मानसिक घुटन छिपी रहती है। जरूरी है कि रिश्तों की सेहत की भी समय-समय पर जांच की जाए।

डॉ. रिचा श्रीवास्तव ने तकनीक और व्यक्तिगत स्वतंत्रता की खोज को भी रिश्तों में दूरी बढ़ाने वाला कारण बताया। डॉ. रेनू अग्रवाल ने समझाया कि जब बच्चे बड़े होकर घर छोड़ देते हैं तो दंपति एक-दूसरे के लिए अजनबी से हो जाते हैं। संवाद की कमी ही उस खालीपन को और गहरा बना देती है। डॉ. सुमन गुप्ता ने मानसिक और शारीरिक सेहत को वैवाहिक जीवन की नींव बताया। उन्होंने कहा कि स्वयं की देखभाल और आपसी सम्मान रिश्तों को मजबूती देते हैं।

अगर रिश्ता नहीं बच सकता तो सम्मानजनक अंत हो

एडवोकेट नम्रता मिश्रा ने कहा कि तलाक को दोषारोपण की लड़ाई न बनाकर, आपसी सहमति और समझदारी से सुलझाना चाहिए। उन्होंने बताया कि काउंसलिंग, खुले संवाद और व्यक्तिगत विकास के ज़रिये रिश्तों को सुधारा जा सकता है। लेकिन यदि विकल्प नहीं बचे हों तो अलग होने में भी संकोच नहीं करना चाहिए।

कल का व्याख्यान

संस्था के सह-संस्थापक डॉ. रविंद्र अग्रवाल ने बताया कि कार्निवल के पाँचवे दिन, गुरुवार को दोपहर 3 से 5 बजे तक, पेरेंटिंग कोच स्वाति जैन “वर्क-लाइफ बैलेंस और जागरुकता” विषय पर व्याख्यान देंगी।

Dr. Bhanu Pratap Singh