Agra, Uttar Pradesh, India. आगरा मण्डल व्यापार संगठन के व्यापारी नेताओं ने कहा है कि नगर के अन्दर जितने भी अवैध कार्य हो रहे है वह पुलिस प्रशासन व संबंधित विभाग के निरीक्षकों की स्वीकृति के बगैर नहीं हो सकते। ऐसे कार्य संबंधित थाने व चौकियों की देखरेख में ही होते हैं। विस्फोटक पदार्थ के संकरी गलियों में गोदाम एवं निर्माण बगैर लाइसेंस के नहीं हो सकते हैं।
अवैध गोदामों पर सील क्यों नहीं
संगठन के नेताओं ने आरोप लगाते हुए कहा है कि जब संबंधित अधिकारियों द्वारा इसका निरीक्षण किया जाता है तो उसी समय ऐसे अवैध गोदामों को सील क्यों नहीं किया जाता है। निरीक्षण के समय उन गोदाम मालिकों को अवसर दे दिया जाता है ताकि वह अपना सामान गोदामों से निकाल सकें।
सुलोचन का भंडार रोका जाए
संगठन के नेताओं ने कहा है कि नगर की घनी बस्तियों में नकली दवाईयों, मोबी-ऑयल एवं नकली खाद पदार्थों का कारोबार जोरों पर चल रहा है। शहर की घनी बस्तियों में जूते का कारोबार भी काफी मात्रा में होता है, जिसमें सुलोचन का प्रयोग किया जाता है। इस सम्बन्ध में संगठन ने शासन-प्रशासन से मांग की है कि सुलोचन के स्टॉक रखने के लिए सीमा निर्धारित की जाये जिससे गली-मोहल्लों में होने वाले हादसों से बचा जा सके।
कोरोना से कम, अवैध धन्धों से ज्यादा मौतें होंगी
व्यापारी नेताओं ने रोष प्रकट करते हुए कहा है कि अगर संबंधित विभाग के अधिकारी शहर का भला चाहते हैं, थाने चौकियों से सम्पर्क कर शहर में हो रहे अवैध कार्य करने वालों तुरन्त कार्यवाही करें नहीं तो रोजाना कोरोना से कम अवैध धन्धों से ज्यादा लोगों की मौतें होगी। संगठन ने पूर्व में भी इस सम्बन्ध में कई बार शासन-प्रशासन को अवगत कराया है।
इन्होंने प्रकट किया आक्रोश
रोष प्रकट करने वालों में संगठन के गोविन्द अग्रवाल, नरेन्द्र सिंह, चरनजीत थापर, पवन बंसल, विकास मोहन बंसल, रमाशंकर गोयल, दीपेश अग्रवाल, रिंकू अग्रवाल, आनन्द अग्रवाल संजय गोयल, राकेश नारंग, अनिल मित्तल, रितेश जैन, अरविन्द बंसल, नितिन अग्रवाल, गोपाल दास अग्रवाल, राजीव कुमार जैन, त्रिलोक चन्द शर्मा, नरेश जैन, डी.के. जैन, अमित कुमार बंसल, दर्शन थवानी, प्रकाश चन्द थवानी, हरपाल सिंह आदि हैं।
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