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दहतोरा निवासियों ने एडीए का बुलडोजर भगाया, फिर से टकराव के हालात, 30 वर्ष से समस्या जस की तस

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Agra, Uttar Pradesh, India. भूमि अधिग्रहण के मुद्दे पर आगरा विकास प्राधिकरण (एडीए) और दहतोरा ग्रामवासियों में फिर से टकराव के हालात बन रहे हैं। 28 मार्च को एडीए के अधिकारी बुलडोजर लेकर तोड़फोड़ करने आए थे। गांव वालों के विरोध के चलते उन्हें लौटना पड़ा। आगरा ग्रामीण क्षेत्र की विधायक और महिला विकास मंत्री बेबीरानी मौर्य लखनऊ में हैं। सांसद भी दिल्ली में हैं। कारण है विधानसभा और लोकसभा का चलना।

क्या है समस्या

एडीए ने 1990 में दहतोरा के खेत अधिग्रहीत किए। मुआजवा जमा कर दिया। इस भूमि पर शास्त्रीपुरम योजना विकसित की गई। दहतोरा गांव योजना के बीच में आ गया है। इसके एक ओर पश्चिमपुरी है। जनसंख्या बढ़ी तो लोगों ने अपने खेत में मकान बना लिए थे। ये अधिग्रहण से पहले के हैं। एडीए इन्हें तोड़ना चाहता है। कुछ प्रकरण न्यायालय में विचाराधीन हैं। तमाम लोगों ने अधिग्रहण के 32 साल बाद भी मुआवजा नहीं उठाया है। इसलिए वे कहते हैं कि भूमि पर हमारा कब्जा बना रहेगा। एडीए का कहना है कि अधिग्रहण का मुआवजा विशेष भूमि अध्याप्ति अधिकारी के यहां जमा कर दिया गया है, इसलिए प्रक्रिया पूरी हो हो गई है।

आमरण अनशन की चेतावनी

ग्रमीणों को भय सता रहा है कि एडीए का बुलडोजर कहर ढा सकता है। इसलिए किसान-मजदूर संघर्ष समिति के बैनर चले आंदोलन शुरू कर दिया है। मानसिंह टैंट वालों के सामने धरना चल रहा है। धरने में महिलाएं और बच्चे भी शिरकत कर रहे हैं। तय किया गया है कि अगर एडीए ने मनमानी बंद न की तो आमरण अनशन किया जाएगा। अरब सिंह राजपूत, शम्भू दयाल, शेर सिंह, राजेश कुमार. रंजीत सिंह आदि ने हमारे साथ अपना दर्द बयां किया।

क्या कहते हैं दहतोरा निवासी
1. ग्राम दहतोरा की भूमि का अधिग्रण अफसरों ने ए.सी. रूम में बैठे-बैठे कर लिया
गया। कोई भी भौतिक सत्यापन नहीं किया गया।
2. ग्रामवासियों के पक्के मकान तथा पशुपालन के लिए बाड़े आदि ग्राम दहतोरा के लगे हुए खसरों में हैं।
3. ए.डी.ए. द्वारा भूमि अधिग्रहण ग्राम के परिक्रमा मार्ग को छोडकर सभी खसरों का अधिग्रहण कर लिया गया। उन खसरों में पूर्व में ही मकान व पशुपालन बाड़े बने हुए थे।
4. ग्राम दहतोरा की जनसंख्या बढ़ने के कारण पूर्व में ग्रामवासी ग्राम के आस-पास की भूमि खरीद लिया करते थे। धनराशि नकद रूप में देते रहते थे। दोनों क्रेता एवं विक्रेता को
कोई भी एतराज नहीं होता था, जो आज भी भरोसेमंद है।
5. ए.डी.ए. द्वारा जबरन मकानों को तोड़ फोड़ के संबंध में ग्रामवासियों ने कई बार आंदोलन किया है परन्तु ए.डी.ए. के अधिकारी झूठा आश्वासन देकर आंदोलन को स्थगित कराते रहे और कहते थे अब किसी तरह की कार्रवाई नहीं होगी।
6. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गरीब मजदूरों को मुफ्त आवास मुहैया करा रहे हैं परन्तु
ए.डी.ए. ग्राम दहतोरा वासियों को घर से बेघर करने पर आतुर है।

Dr. Bhanu Pratap Singh