मेरठ के बाद औरेया की कातिल दुल्हन, शादी के 15वें ही दिन मरवा डाला पति… मुंह दिखाई में मिले रुपयों से बुलाए शूटर

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मेरठ के सौरभ राजपूत की हत्‍या का मामला अभी शांत नहीं हुआ था कि एक ऐसा ही मामला औरैया से सामने आया है। जहां पर एक पत्नी अपने नही पति की हत्या की साजिश रच डाली। दरअसल, औरैया में दिलीप नाम के शख्स की गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी और उसकी हत्या की साजिश नई नवेली दुल्हन प्रगति यादव ने रची थी। प्रगति ने दिलीप की हत्या के लिए शूटर को सुपारी दी थी।

जानकारी के अनुसार, मैनपुरी निवासी सुमेर सिंह के बेटे दिलीप (24) की शादी 5 मार्च को औरैया के फफूंद निवासी प्रगति यादव से हुई थी। दिलीप हाइड्रा चलाने का काम करता था, लेकिन उसकी पत्नी प्रगति इस शादी से खुश नहीं थी, क्योंकि उसका प्रेम संबंध गांव के ही अनुराग उर्फ बबलू उर्फ मनोज यादव के साथ थे। जिसकी वजह से उसने शादी के 15 दिन बाद ही अपने पति को रास्ते से हटाने की साजिश रच डाली।

बताया जा रहा है कि प्रगति ससुराल में 5 दिन ही रही। 5 दिन बाद ही वह मायके लौट गई। मायके में रहते हुए उसने दो लाख रुपए में पति दिलीप के नाम की सुपारी दी। एक लाख रुपए उसने शूटर को दे भी दिए थे। ये रकम उसने मुंह दिखाई में मिले रुपयों से जुटाई थी। 19 मार्च की सुबह दिलीप हाइड्रा लेकर साइट पर गया था। वापसी में वह पटना नहर सहार के पास एक होटल पर रुका था। यहीं पर बाइक से आए कुछ युवक बंबे में फंसी कार को हाइड्रा से निकालने की बात कहते हुए उसे बाइक पर बिठाकर रास्ता दिखाने चले गए।

होटल से करीब 7 किलोमीटर दूर पिपरोली गांव के पास दिलीप गंभीर हालत में मिला। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने दिलीप को अस्पताल में भर्ती कराया। अस्‍पताल में इलाज के दौरान 22 मार्च को दिलीप की मौत हो गई। वहीं, दिलीप के घरवालों ने उसी समय हत्या की आशंका जताई थी। पुलिस ने इस मामले में छानबीन शुरू की तो सीसीटीवी कैमरों से मिली फुटेज ने दिलीप को बाइक पर बैठाकर ले जाने वालों की पहचान करा दी।

आरोपियों की पहचान होने के बाद अनुराग और रामजी नागर को पकड़कर पूछताछ की गई तो सारा मामला खुल गया। पुलिस ने प्रगति, उसके प्रेमी अनुराग और सुपारी किलर रामजी नागर को सोमवार को गिरफ्तार कर लिया था। प्रगति ने अनुराग को बताया कि दिलीप अमीर है और अगर उसे रास्ते से हटा दिया जाए, तो वे दोनों अच्छे तरीके से जीवनयापन कर सकते हैं। इसके बाद प्रगति ने अनुराग को एक लाख रुपये दिए और अनुराग ने दिलीप की हत्या करने के लिए एक टीम बनाई, जिसमें रामजी नागर मुख्य सरगना था। रामजी को 2 लाख रुपये में बात की गई थी और अनुराग ने प्रगति से मिले एक लाख रुपये उन्हें दे दिए थे।




Dr. Bhanu Pratap Singh