दुनिया का सबसे बड़ा क्लीन एनर्जी पार्क गुजरात में बन रहा है। ये साइज में पेरिस से पांच गुना बड़ा होगा। यह इतना बड़ा होगा कि स्पेस से भी दिखाई देगा। इस प्लांट से इतनी बिजनी निकलेगी कि वह पूरे स्विट्जरलैंड को चला सकती है। अडानी ग्रुप गुजरात के कच्छ के रण में दुनिया का सबसे बड़ा ग्रीन एनर्जी पार्क (World Biggest Clean Energy Plant) स्थापित कर रहा है। ये पार्क करीब 726 वर्ग किलोमीटर के विशाल एरिया को कवर करेगा। इससे दो करोड़ से ज्यादा घरों के लिए करीब 30 गीगावॉट बिजली का प्रोडक्शन होगा।
अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड करीब 20 बिलियन डॉलर की लागत से पश्चिमी भारतीय राज्य गुजरात में एक विशाल सौर और पवन ऊर्जा संयंत्र का निर्माण कर रही है। यह दुनिया का सबसे बड़ा नवीकरणीय ऊर्जा पार्क होगा, जब लगभग पांच वर्षों में बनकर तैयार हो जाएगा। इस नवीकरणीय ऊर्जा पार्क की सफलता भारत में प्रदूषण के लेवल को कम करने और जलवायु लक्ष्यों को प्राप्त करने के साथ-साथ दुनिया के सबसे अधिक आबादी वाले देश और सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था की बढ़ती ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए महत्वपूर्ण है। कोयला अभी भी भारत द्वारा उत्पादित बिजली का 70% हिस्सा है।
यहां बन रहा प्लांट
गुजरात में जहां पर यह प्लांट बन रहा है वह काफी बड़ा क्षेत्र है। यह ऐसा क्षेत्र है जहां कोई वन्यजीव नहीं है, कोई वनस्पति नहीं है, कोई आवास नहीं है। अडानी ग्रुप के मुताबिक इस जमीन का इससे बेहतर कोई वैकल्पिक उपयोग नहीं है। जनवरी 2023 के बाद से कंपनी की भारी गिरावट के बावजूद कंपनी की इस बड़ी हरित योजनाओं को कोई ठेस नहीं पहुंची है। यह वो समय था जब अमेरिकी शॉर्ट-सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च ने अडानी ग्रुप पर धोखाधड़ी करने के गंभीर आरोप लगाए थे। इसके बाद से अडानी ग्रुप की कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट आई थी। गौतम अडानी की नेटवर्थ को भी काफी नुकसान हुआ था।
अडानी ग्रुप करेगा बड़ा निवेश
उद्योगपति गौतम अडानी की अगुवाई वाला अडानी ग्रुप अगले 10 वर्षों में अपने पोर्ट, पॉवर और सीमेंट परिचालन में ग्रीन एनर्जी बदलाव के लिए 100 अरब अमेरिकी डॉलर का निवेश करेगा। ग्रुप का लक्ष्य 2050 तक नेट जीरो उत्सर्जक बनना है। इसके लिए ग्रुप की कंपनियों की ओर से अगले दशक में 100 अरब डॉलर का निवेश किया जाएगा। इसमें से 70 फीसदी निवेश क्लीन एनर्जी के लिए होगा। अडानी ग्रुप ने अपनी पांच कंपनियों अडानी ग्रीन एनर्जी, अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस, अडानी पोर्ट्स एंड एसईजेड, एसीसी और अंबुजा सीमेंट्स के लिए साल 2050 या उससे पहले नेट जीरो उत्सर्जन का लक्ष्य हासिल करने की योजना बनाई है।
-एजेंसी
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