आयुर्वेद के अनुसार खाना खाने के भी होते हैं कुछ खास नियम, महर्षि चरक ने आहार विधि के रूप में लिखे – Up18 News

आयुर्वेद के अनुसार खाना खाने के भी होते हैं कुछ खास नियम, महर्षि चरक ने आहार विधि के रूप में लिखे

HEALTH

 

खाना हमारी दिनचर्या का काफी अहम हिस्सा है। लेकिन हम इसपर बहुत कम ध्यान देते हैं। योग टीचर आशीष चौधरी ने खाना खाने के 8 नियम बताए हैं। वो कहते हैं कि ये नियम काफी महत्वपूर्ण हैं और महर्षि चरक द्वारा आहार विधि विधान के रूप में लिखे गए हैं। इसलिए अगली बार जब भी आप खाना खाएं, तो इन नियमों का पालन जरूर करें।

उष्णम (गर्म)

आप जो भोजन खा रहे हैं, वो ताजा होना चाहिए और अच्छी तरह पका होना चाहिए। ध्यान रखें कि जब खाना गर्म हो, तभी उसका सेवन कर लें। उसे ठंडा करने की गलती ना करें।

स्निग्धा (अस्थिर)

मानव शरीर 7 धातु (ऊतकों) से बना है जिसमें से 6 में स्निग्धा गुण होते हैं। यह सलाह दी जाती है कि आप अपने भोजन में कुछ तेल, घी का सेवन करें लेकिन यह भी सुनिश्चित करें कि आपकी पाचक अग्नि मजबूत हो, वरना कफ विकारों का जन्म हो सकता है। भोजन के साथ कुछ गुनगुने तरल/पानी का सेवन करने की सलाह भी दी जाती है। भोजन के 3 निवाले खाने के बाद 1 घूंट गर्म पानी पीने की सलाह दी जाती है, जिससे यह जल्दी पच जाता है।

मात्रा

आपको सही मात्रा में खाना चाहिए। अगर आप भूख से ज्यादा खा रहे हैं, तो पेट की परेशानी, इंद्रियों की असंतुष्टि, बैठने में दिक्कत और अन्य परेशानियां हो सकती हैं। आपको अपनी भूख का 50% ठोस भोजन + 25% तरल ही लेना चाहिए। बाकी डायजेशन के लिए 25% पेट खाली रखना चाहिए।

जिरने

इसका मतलब है कि पिछले भोजन के पचने के बाद ही खाएं। यदि कोई व्यक्ति पिछले भोजन के पचने से पहले भोजन करता है, तो अपच खाने का आहार रस कई बीमारियों की जड़ बन सकता है।

खाने के स्थान का रखें ध्यान

योग टीचर आशीष के मुताबिक आप यह भी ध्यान रखें कि खाना कहां बैठकर खाया जा रहा है। अगर आप सुखद और तनावमुक्त वातावरण में आहार ले रहे हैं, तो यह शरीर के लिए काफी अच्छा होता है।

खाने में सभी रस हो मौजूद

आयुर्वेद कहता है कि आहार में छः रस होते हैं और हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हमारे भोजन में ये सभी रस सम्मलित हों। इसके अलावा खाने में पोषक तत्वों का बैलेंस होना चाहिए।

जल्दी-जल्दी ना खाएं

कभी भी जल्दबाजी में भोजन नहीं करना चाहिए। क्योंकि, ऐसा करने पर यह गलत तरीके से शरीर में प्रवेश करता है और ढंग से नहीं पहुंच पाता। जल्दबाजी में किया गया भोजन वात को बढ़ाकर पाचन शक्ति को प्रभावित कर सकता है।

खाते हुए नहीं करें ये 2 काम

योग टीचर कहते हैं कि आप जो खा रहे हैं वो अगले 20 मिनट में आपके शरीर का हिस्सा बन जाएगा इसलिए खाने को दिमाग व कृतज्ञता से खाएं और खाना खाते हुए बात ना करें, हंसे नहीं और भोजन को ठीक से चबाएं।

डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।

Compiled: up18 News

Dr. Bhanu Pratap Singh