ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन अपने पहले भारत दौरे पर 21 अप्रैल को गुजरात पहुंच रहे हैं. 21-22 अप्रैल के अपने दो दिवसीय दौरे के दौरान वो दिल्ली भी जाएंगे.
भारतीय विदेश मंत्रालय ने बयान जारी किया है कि ब्रितानी प्रधानमंत्री भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मिलकर ‘रोडमैप 2030’ की प्रगति पर भी चर्चा करेंगे.
इस दौरे से पहले ब्रितानी प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कहा है कि उनका भारत दौरा उन चीज़ों के लिए काम करेगा जो दोनों देशों के लिए मायने रखती हैं, इनमें नौकरियों से लेकर आर्थिक प्रगति, ऊर्जा सुरक्षा और रक्षा मुद्दे शामिल हैं.
गुरुवार को जॉनसन गुजरात में लैंड करेंगे जहां वह कई अहम उद्योगों में बड़े निवेश की घोषणा कर सकते हैं. शुक्रवार को नई दिल्ली में वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ वार्ता करेंगे. गुजरात न सिर्फ पीएम मोदी का गृहराज्य है बल्कि ब्रिटेन में रहने वाली लगभग आधी भारतीय आबादी गुजरात से है.
भारत आने वाले किसी राष्ट्राध्यक्ष का दौरा दिल्ली से बाहर शुरू होना दुर्लभ है और यह गुजरात के ‘लंदन-कनेक्शन’ को दिखाता है. अपने दौरे से पहले बोरिस जॉनसन ने कहा कि प्रमुख आर्थिक शक्ति और दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र भारत इस अनिश्चित समय में ब्रिटेन का एक बेहद अहम रणनीतिक भागीदार है. बोरिस जॉनसन यूक्रेन पर रूसी हमले के बाद भारत आने वाले यूरोप के पहले राष्ट्राध्यक्ष हैं.
लोकतांत्रिक और मित्र देश एकजुट हों
पिछले दिनों बोरिस जॉनसन ने यूक्रेन का एक गुप्त दौरा किया था. उन्होंने कीव में यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की से मुलाकात की थी और मजबूत समर्थन का वादा किया था. भारत दौरे की अहमियत को समझाते हुए बोरिस जॉनसन ने कहा, ‘आज हम कुछ निरंकुश देशों की ओर से अपनी शांति और समृद्धि के लिए खतरों का सामना कर रहे हैं, ऐसे में यह बेहद जरूरी है कि लोकतांत्रिक और मित्र देश एकजुट रहें.’
क्या लेकर आ रहे ब्रिटिश पीएम?
पिछले महीने ब्रिटेन की विदेश मंत्री लिज़ ट्रस ने रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच भारत का दौरा किया था. इस दौरान दोनों देशों के बीच व्यापार प्रमुख फोकस क्षेत्रों में से एक था. भारत और ब्रिटेन के बीच ‘फ्री ट्रेड एग्रीमेंट’ पर दो दौर की वार्ता हो चुकी है और तीसरी इस महीने के आखिर में शुरू होगी. जॉनसन ने कहा कि मेरी भारत यात्रा उन चीजों के डिलिवर करेगी जो दोनों देशों के लोगों के लिए मायने रखती है, इसमें रोजगार और आर्थिक विकास से लेकर ऊर्जा सुरक्षा और रक्षा शामिल है.
ब्रिटिश पीएम के रूप में पहली भारत यात्रा
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री के रूप में यह बोरिस जॉनसन की पहली भारत यात्रा है. जॉनसन और पीएम मोदी पिछले साल नवंबर में ग्लासगो जलवायु शिखर सम्मेलन के दौरान मिले थे. पिछले साल जॉनसन का भारत दौरा दो बार रद्द हो गया. पहली बार जनवरी में, जब बोरिस जॉनसन को भारत के गणतंत्र दिवस पर प्रमुख अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया था लेकिन ब्रिटेन में कोरोना संकट के चलते यह दौरा रद्द हो गया. इसके बाद अप्रैल में दूसरी बार उनका दौरा भारत में कोरोना की दूसरी लहर के चलते रद्द करना पड़ा.
-एजेंसियां
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