Agra, Uttar Pradesh, India .”जिंदगी एक रंगमंच है और हम सब उसकी कठपुतलियां,
ऊपर वाला कब किसकी डोर खींच ले कुछ पता नहीं’
‘जीवन के मंच पर अपने किरदार का ऐसा सृजन करो कि
जब आपके ‘जीवन की लीला’ पूर्ण हो तो तालियां बजती रहें”

विश्व रंगमंच दिवस की पूर्व संध्या पर नटरांजलि थिएटर आर्ट्स द्वारा होटल गोवर्धन, देहली गेट पर सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ नटराज एवं राधा-कृष्ण की मूर्ति के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ । इस अवसर पर मुख्य अतिथियों में शबाना खंडेलवाल, डॉ. हृदेश चौधरी, डॉ. रजनीश त्यागी, कुंज बिहारी अग्रवाल, नेमीचंद वार्ष्णेय उपस्थित रहे ।

गणमान्य अतिथियों में नितेश अग्रवाल, अशोक शर्मा, आलोक शर्मा, अनुराधा शर्मा, पूनम अग्रवाल, कुंज बिहारी अग्रवाल, पवन कुमार अग्रवाल, डॉ. रश्मि त्रिपाठी, डॉ. आशीष त्रिपाठी, डॉ. निशीथ स्वरूप, अंजलि स्वरूप, निशि, मधु शर्मा, अनामिका मिश्रा, हरीश लालवानी, अतुल दक्ष, एंकर नागेश, निशा तलवानी, प्रिया श्रीवास्तव उपस्थित रहे।

सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रृंखला में प्रतिष्ठा अग्रवाल, रिद्धि बंसल, दिव्यांशी, कीर्ति ने नृत्य प्रस्तुत किया। बाल कलाकार राजी खिरवार ने श्लोक सुनाये। राजा खिरवार ने नाटकीय अंदाज में रश्मिरथी के अंश “याचना नहीं अब रण होगा” को सुनाकर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। लविश शर्मा, करन, रौनक ने भी प्रस्तुत दी । नटरांजलि की खटीकपाड़ा बाल मंडली से रचना माहौर के निर्देशन में दिव्यम, दीपांशी, स्नेहा, अभिषेक, गुंजन ने नृत्य व नाटकीय झलकियां प्रस्तुत कीं। डॉ. आशीष त्रिपाठी, डॉ. रश्मि त्रिपाठी ने मच गया शोर सारी नगरी में आया बिरज का बांका संभाल तेरी गगरी रे.. गाने पर सभी को झूमने पर मजबूर कर दिया।

पं. केशव तलेगांवकर की स्मृति में वरिष्ठ रंगकर्मी उमेश अमल एवं गायिका ललिता कर्मचंदानी को ‘कला प्रेरक’ सम्मान देकर सम्मानित किया गया। युवा नृत्य गुरु देवराज राजपूत, बॉलीवुड कलाकार अभि प्रकाश शर्मा एवं बाल गुरु त्रियंबकेश्वर ओम त्यागी, जयेश चौहान को विशिष्ट सम्मान से सम्मानित किया गया। नटरांजलि के पदाधिकारी लालाराम तैनगुरिया, रितु गोयल, रोहित कात्याल, डॉ. माधवी कुलश्रेष्ठ, अनीता गौतम, ममता पचौरी, रेखा साहनी, आशीष लवानियां, अमित कौरा ने अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम का संचालन संस्था की निदेशक अलका सिंह ने किया। सोमा सिंह ने आभार प्रकट किया।

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