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ताज महोत्सव 2023 में किस कलाकार को कितना पैसा मिला और एक्स फैक्टर फेम करतार सिंह यादव के 8 सवाल

RELIGION/ CULTURE

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Agra, Uttar Pradesh, Bharat, India. एक्स फैक्टर फेम प्रसिद्ध गायक करतार सिंह ने सूचना का अधिकार के तहत ताज महोत्सव 2023 में किए गए भुगतान का विवरण मँगा लिया है। इसके बाद उन्होंने कलाकरों के चयन पर 7 सवाल उठाए हैं। पूछा है कि आकाशवाणी के ग्रेड कलाकारों को ताज महोत्सव में क्यों नहीं बुलाया जाता है जबकि वे भारत सरकार की संस्था से मान्यता प्राप्त हैं। उन्होंने इस पर आश्चर्य प्रकट किया है कि कलाकारों का चयन करने वाली समिति में एक भी व्यक्ति गीत-संगीत का जानकार नहीं है। इस वर्ष ताज महोत्सव 18 से 27 फरवरी तक है।

प्रसिद्ध गायक करतार सिंह यादव ने ताजमहोत्सव आगरा में व्याप्त विसंगतियों के संबंध में मंडलायुक्त ऋतु माहेश्वरी को एक पत्र देकर कुछ सवाल उठाए हैं। हम उन्हें यहां यथावत प्रस्तुत कर रहे हैं-

सांस्कृतिक कार्यक्रम समिति, जिसका मुख्य कार्य कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार करना,  कलाकारों का चयन करना और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करना है। दुर्भाग्यवश समिति में सभी सदस्य प्रशासनिक पद पर हैं जो कि कार्यक्रम की रूपरेखा और क्रियान्वन में तो सक्षम हैं, परन्तु कलाकारों का चयन करने की अर्हता एवं योग्यता किसी के पास नहीं है। तब प्रश्न यह उठता है कि

  1. कलाकारों का चयन कौन करता है? चयन का आधार (मापदण्ड) क्या है? संगीत की योग्यता (अर्हता)? आकाशवाणी द्वारा चयनित? और ग्रेडेड? मात्र लोकप्रियता?

2.क्या हम अलोकप्रिय संगीत को परोसकर अपनी संस्कृति का विकास कर रहे है?

3.इन कलाकारों का भुगतान किस आधार पर किया जाता है एवम् कौन करता है ?

4.नियमानुसार जो भी कलाकार व उ‌द्घोषक आकाशवाणी से अनुमोदित हैं उन्हें आकाशवाणी के माध्यम से आमंत्रित किए जाने पर जिसके भुगतान की दर निश्चित है परन्तु इसके स्थान पर उन्हें बिचौलियों के द्वारा बुलवा कर कहीं अधिक भुगतान कर दिया जाता है।

5.इन कार्यक्रमों में कला एवं संस्कृति विभाग के स्थान पर पर्यटन विभाग को प्रमुखता क्यों ? क्या इनसे पर्यटन में वृद्धि होती है?  यदि हाँ, तो अब तक कितनी हुई (इसके आँकड़े)

6.यह सभी कार्यक्रम Blue bird event Company के द्वारा ही क्यों कराये जाते हैं?

  1. जब बाहर से बुलाए कलाकारों को अग्रिम भुगतान किया जाता है तो स्थानीय कलाकारों को क्यों नहीं?
  2. ताज महोत्सव सांस्कृतिक विभाग का कार्यक्रम है, उसे पर्यटन विभाग क्यों करा रहा है?

 

ताज महोत्सव में उद्घोषकों को भुगतान

श्री दिनेश श्रीवास्तव को 32000 रुपये

प्रसिद्ध गजल गायक सुधीर नारायण को 20,000

श्री सुशील सरित को 18000 रुपये

हर्षित पाठक को 15000 रुपये

नीलेंद्र श्रीवास्तव को 12000 रुपये

अंकिता श्रीवास्वत को 9,000 रुपये

सोमा जैन जसोरिया को 6000 रुपये

 

तीन उद्घोषकों को भुगतान का दावा

एक्स फैक्टर फेम करतार सिंह का दावा है कि श्री सुधीर नारायण को ताज महोत्सव और फिरोजाबाद महोत्सव का कुल भुगतान 1,15000 रुपये, श्री दिनेश श्रीवास्तव को ताज महोत्सव और फिरोजाबाद महोत्सव का कुल भुगतान 37500 रुपये तथा सुशील सक्सेना सरित को ताज महोत्सव, फिरोजाबाद महोत्सव और हाथरस महोत्सव का कुल भुगतान 69000 रुपये का भुगतान हुआ है।

 

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स्थानीय कलाकारों को भुगतान

सुशील कुमार सक्सेना को थीम गीत रचना के लिए 11,000 रुपये

मधुकर चतुर्वेदी को पखावज के लिए 10,000  रुपये

कमल कुमार गायन 9,000 रुपये

गोपाल खरे भजन गायन 9,000 रुपये

देवाशीष गांगुली गायन, 8,000 रुपये

गौतम तिवारी शास्त्रीय गायन, 7,000 रुपये

मोहम्मद सैफ गायन 7,000 रुपये

श्रेया शर्मा गायन 7,000 रुपये

राज मैसी (तबला वादक) को 21,000 रुपये

 

ब्ल्यू बर्ड ईवेंट के माध्यम से भुगतान

सचेत एवं परंपरा (पार्श्व गायक) 14,00,000 रुपये

पवनदीप एवं अरुनिता (पार्श्व गायक) 13,00,000 रुपये

सूफी एवं कव्वाली के लिए मोहम्मद असलम साबरी ग्रुप को 15000 रुपये

देशभक्ति कार्यक्रम के लिए प्रशांत त्रिपाठी समूह को 2,84,000 रुपये

भीम शंकर -मो, अरशद ग्रुप को 1,10,000 रुपये

अंशिका चौहान ग्वालियर को 50,000 रुपये

तृप्ति शाक्य (स्वरांजलि एंटरनेमेंट) को लोक गीत के लिए 4,42,500 रुपये

कवि सम्मेलन एवं मुशायरा पर 4,95,000 रुपये

यास्मीन सिंह छत्तीसगढ़ को 1,00,000 रुपये

हमेंत बृजवासी मथुरा को 3,30,000 रुपये

हेडवे क्रिएशन नई दिल्ली को 3,54,000 रुपये

 

कवि एवं शायरों को भुगतान

विष्णु दयाल सक्सेना 80,000

बलराम श्रीवास्तव 40,000 रुपये

खुर्शीद हैदर 35,000

हश्मित फिरोजाबाद 30,000 रुपये

ओमपाल सिंह निडर 30,000 रुपये

सोम ठाकुर 30,000 रुपये

निकत फातिमा नकवी 30,000 रुपये

गौरव सिंह चौहान 30,000 रुपये

मारुति नंदन सेन 28,000 रुपये

भावना श्रीवास्तव 25,000 रुपये

वेद वरदान 20,000 रुपये रुपये

अभय प्रताप सिंह 20,000 रुपये

शुभम त्यागी 20,000 रुपये

अमीर अहमद 20,000 रुपये

रुचि चतुर्वेदी 20,000 रुपये

प्रिया श्रीवास्तव 20,000 रुपये

असलम खान 10,000 रुपये

मुकेश कुमार उपाध्याय 7,000 रुपये

 

1992 से चल रहा ताज महोत्सव

ताज महोत्सन की शुरुआत वर्ष 1992 में हुई थी। तब से इसकी भव्यता नई ऊंचाइयों पर पहुंच गई है। वर्ष 2024 में ताज महोत्सव का 33वर्ष का हो जाएगा। यह उत्सव भारत सरकार के पर्यटन विभाग के आयोजनों के कैलेंडर में भी शामिल है। आगरा आने वाले बड़ी संख्या में भारतीय और विदेशी पर्यटक इस उत्सव में शामिल होते हैं। इस शिल्प मेले का एक उद्देश्य कारीगरों को प्रोत्साहन प्रदान करना है। यह कला और शिल्प के शानदार काम को सबसे उचित और प्रामाणिक कीमतों पर उपलब्ध कराता है।

 

कला और शिल्प

यहां ताज महोत्सव में देश के विभिन्न हिस्सों से आए लगभग 400 दिग्गज कारीगरों को अपनी उत्कृष्ट कलाकृतियां प्रदर्शित करने का मौका मिलता है। उनमें से कुछ के नाम इस प्रकार हैं: तमिलनाडु से लकड़ी/पत्थर की नक्काशी, उत्तर पूर्व भारत से बांस/बेंत का काम, दक्षिण भारत और कश्मीर से पेपर मैश का काम, आगरा से संगमरमर और जरदोजी का काम, सहारनपुर से लकड़ी की नक्काशी, पीतल के सामान मुरादाबाद, भदोही से हाथ से बने कालीन, खुर्जा से मिट्टी के बर्तन, लखनऊ से चिकन का काम, बनारस से रेशम और ज़री का काम, कश्मीर/गुजरात से शॉल और कालीन और फर्रुखाबाद से हाथ की छपाई और पश्चिम बंगाल से कांथा सिलाई आदि।

 

संस्कृति

उत्कृष्ट शिल्प कार्य के अलावा आप जीवन के हर क्षेत्र के कलाकारों के राजसी और चुंबकीय प्रदर्शन का अनुभव कर सकते हैं। भाव-विभोर कर देने वाली प्रस्तुतियाँ आपको मंत्रमुग्ध करने वाली होती हैं। पूरे महोत्सव के दौरान, कोई भी विभिन्न क्षेत्रों, विशेष रूप से बृज भूमि के लोक और शास्त्रीय संगीत और नृत्यों की प्रचुरता का अनुभव कर सकता है, जैसे वे सदियों पहले हुआ करते थे। लोक के अलावा, महोत्सव में शास्त्रीय, अर्ध-शास्त्रीय और लोकप्रिय कला रूपों के विश्व प्रसिद्ध कलाकार भी प्रदर्शन करते हैं।

 

व्यंजनों

कला और शिल्प के लिए सही गंतव्य होने के अलावा, यह महोत्सव अच्छे भोजन के शौकीनों के लिए भी एक खुशी की बात है क्योंकि यह स्वादिष्ट व्यंजनों की अंतहीन किस्मों के साथ आगंतुकों के स्वाद को बढ़ाने के लिए आदर्श स्थान है। व्यंजन-कला के कुछ सबसे पुराने प्रतिपादक स्वादिष्ट व्यंजन तैयार करते हैं। कोई उत्तर प्रदेश के अंदरूनी इलाकों की विशिष्ट तैयारियों का भी आनंद ले सकता है।

 

मनोरंजन मेला

उत्सव में बच्चों के लिए फनफेयर सबसे बड़ा आकर्षण है। यह एक संपूर्ण पारिवारिक मनोरंजन है जो हर किसी के लिए रोमांच और मनोरंजन प्रदान करता है। किशोर और वयस्क विभिन्न सवारी और रोलर कोस्टर का आनंद लेते हैं जबकि बच्चे मैरी-गो-राउंड, ट्रेन-सवारी और फेरिस व्हील जैसी छोटी सवारी से खुश होते हैं।

Dr. Bhanu Pratap Singh