Bhopal, Madhya Pradesh, India. मध्य प्रदेश में 28 सीटों पर हुए उपचुनाव (Vidhan sabha by election in MP) में अथक परिश्रम के चलते राष्ट्रीय वंचित पार्टी के (Rashtriya vanchit party) राष्ट्रीय अध्यक्ष सुशील कुमार यादव (National President sushil kumar Yadav) अस्वस्थ हो गए हैं। चिकित्सकों ने उन्हें पूर्ण विश्राम की सलाह दी है। इसके बाद सुशील कुमार यादव ने कहा कि वे चुनाव में सहयोग करने वालों से व्यक्तिगत रूप से मिलने नहीं आ पा रहे हैं।
बिकाऊ विधायकों से लोग उकताए
राष्ट्रीय वंचित पार्टी ने 17 सीटों पर दमदारी के साथ चुनाव लड़ा है। चुनाव परिणाम 10 नवम्बर, 2020 को आएगा। श्री यादव का कहना है कि परिणाम जो भी हो, लेकिन राष्ट्रीय वंचित पार्टी ने विश्वास दिला दिया है कि सदैव जनता के साथ है। इस बार वंचित प्रत्याशियों और वंचित जनता ने धनबल और बाहुबल से मुकाबला किया है। भरपूर किया है। यही कारण है कि पहली बार वंचित लोग एकजुट हुए। राजनीतिक दलों के झूठे वादों और बिकाऊ विधायकों से लोग उकता चुके हैं। परिवर्तन चाहते हैं।
वंचितों तक नहीं पहुंची कोई भी सरकार
उन्होंने बताया कि चुनाव प्रचार के दौरान यह देखने आया कि आज भी लोग नारकीय जीवन जी रहे हैं। इससे यह निष्कर्ष निकला है कि सरकार किसी भी राजनीतिक दल की हो, वंचितों को कोई लाभ नहीं है। जब तक वंचित वर्ग का प्रत्याशी सरकार में नहीं आएगा, तब तक उत्थान नहीं हो सकता है। ऐसे दर्जनों गांव हैं, जहां आज तक कोई मंत्री नहीं गया है।
‘वंचितों की सरकार’ का सपना
श्री यादव ने कहा कि वे सबसे व्यक्तिगत रूप से मिलकर आभार प्रकट करना चाहते थे, लेकिन अस्वस्थ होने के कारण नहीं आ रहे हैं। चुनाव में सहयोग के लिए सबका आभार प्रकट करते हैं। आशा करते हैं कि राष्ट्रीय वंचित पार्टी को इसी तरह से प्यार और समर्थन मिलता रहेगा। हम ‘वंचितों की सरकार’ का सपना देख रहे हैं। हमें विश्वास है कि हमारा सपना जरूर पूरा होगा। वंचितों के सैलाब को कोई रोक नहीं पाएगा। हम कामयाब जरूर होंगे।
- वृंदावन के रंगनाथ मंदिर में होगा प्रसिद्ध लट्ठ का मेला, तैयारियां शुरू - August 8, 2023
- Love Jihad in Agra विवाहित जफर अली ने राहुल गुप्ता बन हिंदू महिला को प्रेम जाल में फँसाया, 5.10 लाख रुपये वापस मांगे तो धर्म परिवर्तन कर नमाज पढ़ने का दबाव, शाहगंज पुलिस ने जेल भेजा - July 27, 2023
- अंतरराष्ट्रीय वेबिनार में वरिष्ठ पत्रकार डॉ. भानु प्रताप सिंह ने कहा- अकबर से पूर्व फतेहपुर सीकरी जैन धर्म का प्रमुख केन्द्र थी - July 16, 2023