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संस्कार भारती के कार्यक्रम में यूपी के संस्कृति मंत्री की घोषणाः आजादी की शताब्दी तक विश्व गुरु बन जाएगा भारत, 75 कला साधकों का सम्मान, राज्यपाल ने वर्चुअली आशीर्वाद दिया

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स्वतंत्रता के लिए पूर्वजों के योगदान को जानने के साथ उससे प्रेरणा भी करें ग्रहण: राज्यपाल आनंदीबेन पटेल

संस्कार भारती आगरा ब्रज प्रांत ने वर्ष पर्यंत चले स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव का भव्य और प्रेरणाप्रद समापन

स्वतंत्रता की गौरव गाथा स्मारिका का किया गया लोकार्पण स्वतंत्रता सेनानियों पर आधारित प्रदर्शनी लगाई

75 कला साधकों संग सोम ठाकुर, केशव प्रसाद सिंह, डॉ. श्री भगवान शर्मा, प्रो. नीलू शर्मा, प्रो. बीना शर्मा और डॉक्टर साधना सिंह को अति विशिष्ट कला साधक सम्मान

 

Agra, Uttar Pradesh, India. संस्कार भारती आगरा ब्रज प्रांत आगरा ने आजादी का अमृत महोत्सव विभिन्न क्षेत्रों में जनपद के विभिन्न स्वतंत्रता सेनानियों और समाजसेवियों को समर्पित किया था। वर्ष भर संचालित स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव का भव्य और प्रेरणाप्रद समापन रविवार शाम सूरसदन में हुआ। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने वर्चुअल उपस्थित रहकर आशीर्वाद दिया। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता के लिए पूर्वजों के योगदान को जानने के साथ उससे प्रेरणा भी ग्रहण करें। पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री ठाकुर जयवीर सिंह ने आशा जताई कि आजादी का शताब्दी तक भारत विश्व गुरु बन जाएगा। सूरसदन गैलरी में स्वतंत्रता सेनानियों पर आधारित प्रदर्शनी लगाई गया, जिसकी खूब सराहनी हुई। विभिन्न विधाओं के 75 कला साधकों संग सोम ठाकुर, केशव प्रसाद सिंह, डॉ. श्री भगवान शर्मा, प्रो. नीलू शर्मा, प्रो. बीना शर्मा और डॉक्टर साधना सिंह को अति विशिष्ट कला साधक सम्मान प्रदान किया गया। स्वतंत्रता की गौरव गाथा स्मारिका का लोकार्पण किया गया। अतिथियों का स्वागत तिलक और दुपट्टा से किया गया।

 

राज्यपाल श्रीमती पटेल ने इस अवसर पर आगरा और आसपास से उपस्थित सैकड़ों कला साधकों को संबोधित करते हुए अपने उद्बोधन में कहा कि कला की साधना जो कर लेता है उसका जीवन सफल हो जाता है। राष्ट्र प्रेम और राष्ट्र जागरण में कवि-साहित्यकारों और पत्रकारों की भूमिका सराहनीय रही है। भारतीय संस्कृति विश्व भर में अनूठी है। यह हमारी धरोहर है। इसके प्रसार और संरक्षण में संस्कार भारती और इससे जुड़े कला साधकों की भूमिका स्तुत्य है। उन्होंने संस्कार भारती के संस्थापक पद्मश्री बाबा योगेंद्र दा को श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए उनके योगदान की भी मुक्त कंठ से सराहना की। उन्होंने कहा कि हमें स्वतंत्रता के लिए अपने पूर्वजों के योगदान को जानने के साथ-साथ उनसे प्रेरणा भी ग्रहण करनी चाहिए।

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सूर सदन में स्वतंत्रता की गौरव गाथा स्मारिका का लोकार्पण करतीं डॉ. अंशु अग्रवाल, पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री ठाकुर जयवीर सिंह, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत प्रचारक डॉ. हरीश रौतेला, संस्कार भारती के अखिल भारतीय मंत्री और प्रख्यात बांसुरी वादक पंडित चेतन जोशी, डॉ. एमपीएस ग्रुप के रिटायर्ड स्क्वाड्रन लीडर एके सिंह, जयराम दास होतचंदानी, हरिमोहन सिंह कोठिया।

राज्यपाल की वर्चुअल उपस्थिति में अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कवि डॉ. सोम ठाकुर, वरिष्ठ नाट्य शिल्पी केशव प्रसाद सिंह, राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त तबला वादक प्रो. नीलू शर्मा, केंद्रीय हिंदी संस्थान की निदेशक प्रो. बीना शर्मा, लोक कला भगत के संरक्षक और हिन्दी विद्वान डॉ. श्रीभगवान शर्मा तथा बैकुंठी देवी महाविद्यालय में चित्रकला विभाग से अवकाश प्राप्त डॉ. साधना सिंह को उत्तर प्रदेश सरकार के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री ठाकुर जयवीर सिंह ने अति विशिष्ट कला साधक सम्मान से सम्मानित किया।

 

इस दौरान उनके साथ मंच पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत प्रचारक डॉ. हरीश रौतेला, संस्कार भारती के अखिल भारतीय मंत्री और प्रख्यात बांसुरी वादक पंडित चेतन जोशी, संस्कार भारती के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बांकेलाल गौड़, समारोह के स्वागताध्यक्ष और एमपीएस ग्रुप के चेयरपर्सन स्क्वाड्रन लीडर एके सिंह, समारोह के अध्यक्ष समाजसेवी जयरामदास होतचंदानी मौजूद थे। कार्यक्रम का संयोजन और संचालन प्रख्यात कवि राजबहादुर सिंह ‘राज’ ने किया।

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Dr. MPS World School के बच्चों ने वंदेमातरम की प्रस्तुति दी।

इससे पूर्व पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री ठाकुर जयवीर सिंह ने मां भारती की तस्वीर पर माल्यार्पण व समक्ष दीप जलाकर समारोह का उद्घाटन किया। प्रख्यात बांसुरी वादक पंडित चेतन जोशी ने सूरसदन गैलरी में डॉ. साधना सिंह द्वारा लगाई गई स्वतंत्रता सेनानियों पर आधारित प्रदर्शनी का उद्घाटन पद्मश्री योगेंद्र दा की तस्वीर पर माल्यार्पण और समक्ष दीप जलाकर किया।

 

इस दौरान वरिष्ठ साहित्यकार राज बहादुर सिंह ‘राज’ के संपादन और हरिमोहन सिंह कोठिया, डॉ. अंशु अग्रवाल, डॉ. केशव शर्मा व डॉ. आभा सिंह के सह संपादन में प्रकाशित ‘स्वतंत्रता की गौरव गाथा’ स्मारिका का लोकार्पण भी मंच पर मौजूद सभी गणमान्य अतिथियों द्वारा किया गया।

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होली पब्लिक स्कूल के बच्चों ने श्रीरामचंद्र कृपालु भजमन पर शानदार प्रस्तुत दी।

अपने उद्बोधन में पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री ठाकुर जयवीर सिंह ने कहा कि एक ओर टीवी और अन्य प्रचार माध्यम भारतीय संस्कृति को विकृत करने का प्रयास कर रहे हैं। लोक कलाओं को सहेज कर गांव देहात के सुदूरवर्ती अंचलों तक पहुंचाने का काम संस्कार भारती कर रही है। संस्कार भारती के प्रयासों का यही सिलसिला चला तो आजादी की शताब्दी हम विश्व गुरु के रूप में मनाएंगे।

 

उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार के संस्कृति विभाग द्वारा किए जा रहे अनूठे कार्यों का विवरण देते हुए कहा कि संस्कृति विभाग द्वारा  विभिन्न विधाओं में कार्य कर रहे 48 हजार कलाकारों का ऑनलाइन पंजीकरण कराया गया है। इन्हीं पंजीकृत कलाकारों को हमने तिरंगा अभियान में हर जिले में लोक मंच के माध्यम से अपनी कला के प्रदर्शन का अवसर दिया। उन्हें मानदेय दिया। सम्मान दिया। इससे पूर्व में आईएएस-पीसीएस अधिकारियों की पत्नी और बच्चों द्वारा कार्यक्रमों के नाम पर धन की जो लूट होती थी, उसको हम रोकने में सफल हुए। संस्कृति एवं पर्यटन विभाग पहले केवल मंडल तक था। हमने इसे जिला स्तर पर पहुंचाया और जिला संस्कृति एवं पर्यटन परिषद का गठन किया।

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अघोरी नृत्य प्रस्तुति ने हर किसी को चमत्कृत कर दिया।

बांकेलाल गौड़, शशांक तिवारी, मुकेश मिश्रा, अनिल नवरंग और श्याम जी गुप्त द्वारा विभिन्न विधाओं के 75कला साधकों का सम्मान किया गया। स्वागत भाषण रिटायर्ड स्क्वाड्रन लीडर एके सिंह ने दिया। जयराम दास होतचंदानी ने आभार व्यक्त किया।

 

सुभाष अग्रवाल एडवोकेट, आशीष अग्रवाल, डॉ. मनोज कुमार पचौरी, ओम स्वरूप गर्ग, यतेंद्र सोलंकी, प्रखर अवस्थी, डॉ. गिरधर शर्मा, विकास गुप्ता, एसके मिश्रा, रवि नारंग, भूप सिंह इंदौलिया, प्रेमचंद अग्रवाल सुपारी वाले, राम अवतार यादव, रनवीर सिंह सोलंकी, अमित जैन एडवोकेट, श्याम तिवारी, अमित शर्मा, अमित अग्रवाल, रविकांत चावला और नीरज अग्रवाल ने अतिथियों का स्वागत किया।

 

सेंट एंड्रयूज पब्लिक स्कूल, डॉ. एमपीएस, होली लाइट पब्लिक स्कूल और दयालबाग शिक्षण संस्थान के छात्र-छात्राओं द्वारा प्रस्तुत विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने सबका मन मोह लिया। डॉ. गौतम तिवारी और प्रोफेसर नीलू शर्मा ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों का निर्देशन किया। अघोरी नृत्य को हर किसी ने सराहा। इसमें जादू भी किया गया।

 

सबसे ऊपर लगे फोटो का परिचय

सूर सदन में उत्तर प्रदेश की माननीय राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल की वर्चुअल उपस्थिति के दौरान अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कवि सोम ठाकुर, वरिष्ठ नाट्य शिल्पी केशव प्रसाद सिंह, राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त तबला वादक प्रोफेसर नीलू शर्मा, केंद्रीय हिंदी संस्थान की निदेशक प्रोफ़ेसर बीना शर्मा, हिंदी विद्वान डॉ. श्री भगवान शर्मा और डॉ. साधना सिंह को अति विशिष्ट कला साधक सम्मान प्रदान करते पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री ठाकुर जयवीर सिंह, पंडित चेतन जोशी, डॉ. हरीश रौतेला एवं अन्य।

Dr. Bhanu Pratap Singh