रेनबो हॉस्पिटल में हुए कार्यक्रम से देश के कोने-कोने से हजारों स्त्री रोग विशेषज्ञ ऑनलाइन जुड़े
मुख्य अतिथि प्रो. एसपी सिंह बघेल ने कहा- महिलाएं हिंसा और दुर्व्यवहार पर चुप न रहें, फोन करें
Agra, Uttar Pradesh, India. एक गर्भवती महिला को जो देखभाल मिलनी चाहिए जिसे मैटरनल केयर कहा जाता है। लेकिन आज यह विषय और खास हो जाता है क्योंकि इसके साथ रेस्पेक्टफुल जुड़ गया है। क्या यह देखभाल एक गर्भवती को उस सम्मान के साथ मिल रही है जिसकी वह हकदार है। अगर नहीं तो फोग्सी ने देश के सामने चिंतन का एक मजबूत विषय रखा है। यह कहना है भारत के कानून एवं न्याय राज्यमंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल का।
फेडरेशन ऑफ ऑब्सटेट्रिकल एंड गायनेकोलॉजिकल सोसायटी ऑफ इंडिया (फोग्सी) ने शुक्रवार को अपना रेस्पेक्टफुल मैटरनल केयर प्रोजेक्ट लांच किया। रेनबो हॉस्पिटल के सभागार में मुख्य अतिथि प्रो. एसपी सिंह बघेल ने दीप प्रज्ज्वलन और पोस्टर प्रस्तुत कर प्रोजेक्ट का लोकार्पण किया। उन्होंने कहा कि घरेलू से लेकर बाहर होने वाली हिंसा और दुर्व्यवहार पर वे अपनी चुप्पी तोडे़ं। महिलाओं के लिए सरकार, न्याय विभाग, पुलिस प्रशासन ने तमाम हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं इन्हें हमेशा अपने पास रखें और सहायता के लिए तुरंत फोन करें। आश्वासन दिया कि महिलाओं को न्याय मिले इसके लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट्स को मजबूत बनाया गया है। फोग्सी के रेस्पेक्टफुल मैटरनल केयर की प्रशंसा करते हुए उन्होंने केंद्र और प्रदेश सरकारों द्वारा गर्भवती महिलाओं, नवजात शिशुओं के लिए चलाई जा रही तमाम योजनाओं के बारे में जानकारी दी। भाजपा एनजीओ प्रकोष्ठ के बृज क्षेत्र संयोजक दिगंबर सिंह धाकरे ने गर्भवती महिलाओं के हित में शुरू किए गए प्रोजेक्ट की सराहना की।

फोग्सी की अध्यक्ष डॉ. शांता कुमारी ने कहा कि रेस्पेक्टफुल मैटरनल केयर एक ऐसा प्रोजेक्ट है जो देश भर में महिलाओं के गर्भावस्था के पूरे नौ महीनों में घर और अस्पतालों में मिलने वाली सेवाओं में सुधार लाएगा और इन्हें सम्मानजनक बनाएगा।
प्रोजेक्ट की कोऑर्डिनेटर और फोग्सी की पूर्व अध्यक्ष डॉ. जयदीप मल्होत्रा ने कहा कि रेस्पेक्टफुल मैटरनिटी केयर एक एक ऐसा साहित्य है, जिसने सुविधा आधारित प्रसव में अनादर, दुव्र्यवहार को उजागर किया है। इस साहित्य के अध्याय शारीरिक और मानसिक शोषण से लेकर गोपनीयता से खिलवाड़, भेदभावपूर्ण रवैये, सुविधाओं पर नजरबंदी के रूप में सामने आते हैं। यह साहित्य हमें जो मकसद देता है जिसमें गर्भवती महिलाओं का सम्मान, उनकी गोपनीयता, मौलिक अधिकार प्रदान करना शामिल हैं। डब्ल्यूएचओ भी रेस्पेक्टफुल मैटरनिटी केयर की सिफारिश नुकसान और दुर्व्यवहार से मुक्ति को सुनिश्चत कर करता है। इसके अलावा व्हाइट रिबन एलाइंस गर्भवती महिलाओं के सार्वभौमिक अधिकारों को परिभाषित करता है।

फोग्सी के पूर्व अध्यक्ष डॉ. नरेंद्र मल्होत्रा ने बताया कि रेस्पेक्टफुल मैटरनल केयर प्रोजेक्ट का आगाज आगरा से किया गया है, लेकिन यह प्रोग्राम पूरे देश में एक साथ ऑनलाइन हो रहा है। मुख्य रूप से फोग्सी के अध्यक्ष निर्वाचित डॉ. हृषिकेश पाई, उपाध्यक्ष डॉ. फेजी लुइस, व्हाइट रिबल एलाइंस की अपराजिता गोगोई, इंडियन नर्स काउंसिल के अध्यक्ष टी दिलीप कुमार, डॉ. अर्चना वर्मा, वाईटीपी कमेटी की चेयरपर्सन डॉ. नीहारिका मल्होत्रा, डॉ. केशव मल्होत्रा, एमएसडी फ़ॉर मदर्स की पौम्पी श्रीधर, ओस्मानिया मेडिकल कॉलेज की डॉ. राज्यलक्ष्मी इसमें शामिल हैं। इसके अलावा देश के कोने-कोने से हजारों स्त्री रोग विशेषज्ञ ऑनलाइन इसका हिस्सा बने हैं। इस दौरान नवीन गौतम, गौरव शर्मा, विक्रम जादौन, नीरज चौहान आदि मौजूद थे।

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