जय श्रीराम का नारा लगाने वाले स्टूडेंट को मंच से उतारने के मामले में दो महिला प्रोफेसर सस्पेन्ड

जय श्रीराम का नारा लगाने वाले स्टूडेंट को मंच से उतारने के मामले में दो महिला प्रोफेसर सस्पेन्ड

REGIONAL

यूपी के गाजियाबाद के एनएच-9 स्थित एबीईएस कॉलेज में आयोजित इंडक्शन कार्यक्रम में परफॉर्मेंस देने गए छात्र द्वारा JSR का नारा लगने के बाद मंच से उतारने के मामले मे हिंदू संगठनों के हंगामे के बीच जांच कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर प्रोफेसर ममता गौतम और डॉ. श्वेता शर्मा को सस्पेण्ड कर दिया गया हैं। वही पुलिस की जांच भी जारी हैं।

ये था मामला

उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद का एक वीडियो सोशल मीडिया में खूब वायरल हो रहा है। इस वीडियो में एक छात्र स्टेज से जय श्री राम का नारा लगाते हुए नजर आ रहा है। इस बीच महिला अध्यापिका उस छात्र को डांटते हुए स्टेज से उतरने को कह देती है।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस मामले में कॉलेज ने बड़ी कार्रवाई करते हुए महिला टीचर को सस्पेंड कर दिया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार एबीईएस कॉलेज गाजियाबाद के डायरेक्टर संजय कुमार सिंह ने वीडियो जारी करके बताया कि मेरे संज्ञान में कल एक वीडियो आया था। उस वीडियो के मामले में उच्च स्तरीय जांच कमेटी का गठन किया।

कॉलेज प्रशासन की तरफ से कमेटी को 24 घंटे में अपना रिकमेंडेशन देने का निर्देश दिया गया था। कमेटी के रिकमेंडेशन के आधार पर दो फैकल्टी के आधार पर दो फैकल्टी मेंबर को कॉलेज से संस्पेंड कर दिया गया है। क्योंकि उनका व्यवहार उपयुक्त नहीं पाया गया था।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार यह वीडियो शुक्रवार को वायरल हुआ था। वीडियो गाजियाबाद के एबीईएस कॉलेज का था। कॉलेज में एक सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान एक छात्र स्टेस से जय श्री राम का नारा लगाया। इतने में महिला टीचर ने उसे स्टेज से डांटते हुए नीचे उतार दिया।

प्रोफेसर ममता गौतम ने दी सफाई…

“जय श्री राम के स्लोगन से मुझे, मेरे सहयोगी या कॉलेज को कोई परेशानी नहीं है. वो छात्र मेरी सहयोगी से बहुत ज्यादा बहस कर रहा था, इसीलिए उसको मना किया गया.”प्रोफेसर ममता गौतम का कहना है कि प्रोग्राम का वीडियो वायरल होने के बाद उनके बारे में कई तरह की जातिगत टिप्पणी हो रही है,इस वजह से वो काफी परेशान हैं। मीडिया के सामने प्रोफेसर ने जय श्री राम बोलते हुए कहा कि वो खुद भी एक सनातनी हैं, उन्हें ‘जय श्री राम’ के नारे से कोई परेशान नहीं है और न ही कभी होगी।

 

Dr. Bhanu Pratap Singh