sunil vikal bajaja

ये आगरा है भाईसाहब, यहां कोई नहीं लावारिस, 3022 मृतकों की अस्थियों को सलामी देगी पुलिस, सैकड़ों लोग सोरों में विधि-विधान से विसर्जन करेंगे

RELIGION/ CULTURE

श्री श्रेत्र बजाजा कमेटी के कार्यालय में जमा हुए समाजसेवी, त्रिदिवसीय कार्यक्रम की रणनीति बनाई

गंगा घाट पर ब्रह्मभोज भी होगा, आप भी हो सकते हैं अस्थि विसर्जन यात्रा में शामिल, यहां करें फोन

कोरोना काल में परिजन मृतकों को लावारिश छोड़ गए थे, अब आत्मशांति यज्ञ में शामिल हो सकते हैं

 

Agra, Uttar Pradesh, India. यह आगरा शहर है भाईसाहब। यहां कोई लावारिस नहीं है। अगर किसी की शिनाख्त नहीं हुई है तो उसकी अस्थियों की चिन्ता पूरा आगरा करता है। यह आगरा की सबसे बड़ी खूबी है। यह काम कोई और नहीं बल्कि 18वीं शताब्दी में स्थापित संस्था श्री क्षेत्र बजाजा कमेटी कर रही है। जिन शवों का अंतिम संस्कार लावारिस हालत में होता है, उनकी अस्थियों को सुरक्षित रखा जाता है। हर साल 400-500 अस्थियों का विसर्जन विधि-विधान से होता है। कोरोना काल के दौरान 2020 और 2021 के कारण अस्थि कलश बढ़ गए हैं। अब अष्टम अस्थि विसर्जन कार्यक्रम 3 सितम्बर से शुरू हो रहा है। इस बार अस्थिकलश 3022 हैं। इसका कारण यह है कि कोरोना काल में मृतकों के परिजन अस्थियां तक लेने नहीं आए। इनमें कई नामी-गिरामी लोग भी शामिल हैं। सबको कोरोना संक्रमण का भय था। यह पुनीत कार्य श्री क्षेत्र बजाजा कमेटी ने किया है।

 

अन्य श्मशान घाटों से भी अस्थियां लाएंगे

श्री श्रेत्र बजाजा कमेटी के अध्यक्ष सुनील विकल के आह्वान पर आज एमजी रोड स्थित कार्यालय में समाजसेवियों की बैठक हुई। इसमें त्रिदिवसीय कार्यक्रम को सफल बनाने की रणनीति निर्धारित की गई। यह तय हुआ कि अन्य श्मशान घाटों पर अगर किसी अज्ञात का अस्थि यहां हैं तो उनका भी विसर्जन किया जाएगा। इन अस्थियों को श्री श्रेत्र बजाजा कमेटी तक लाने का काम करेंगे समाजसेवी श्याम भोजवानी। उनकी इस पहल को सराहा गया। श्री विकल ने कहा कि 30 अगस्त तक सभी अस्थियां मिल जानी चाहिए। धर्मगुरुओं के साथ समन्वय की जिम्मेदारी बंटी ग्रोवर को दी गई।

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बैठक में brahma kumaries बहनें एवं अन्य।

स्वजनों की आत्मशांति के लिए प्रार्थना करें

श्री विकल ने बताया कि अज्ञात मृतकों का दाह संस्कार कर बजाजा कमेटी उनके अस्थिफूलों को सुरक्षित रख  हर तीन‌ साल बाद पूरे विधि विधान से गंगा में विसर्जित करने का पुनीत कार्य पिछले कई वर्षों से करती आ रही है। मानवीय संवेदनाओं से ओतप्रोत इस अनूठे कार्यक्रम में नगर की जनता, प्रशासनिक अधिकारी, धर्म गुरु, जनप्रतिनिधि व सामाजिक संगठन भी सहभागिता निभाते हैं। विद्युत शवदाहगृह संचालन में अपनी उल्लेखनीय सेवाएं प्रदान करने वाले कमेटी के महत्वपूर्ण अंग विपिन अमरनाथ गुप्ता, पत्रकार  अमी आधार निडर, भंते सहित समाजसेवी, पत्रकार, शिक्षाविद्, चिकित्सक, धर्मगुरु व सामाजिक क्षेत्र की शख्सियत हमसे विदा ले गईं। उनकी अंतिम विदाई में परिवारीजन तक शामिल न हो सके। ऐसे परिवारीजन इस विसर्जन कार्यक्रम के माध्यम से अपने दिवंगत स्वजनों की आत्मशांति व सद्गति के लिए प्रार्थना कर सकेंगे। परिजनों के नाम हमें पता हैं, लेकिन सामाजिक प्रतिष्ठा को ध्यान में रखते हुए घोषित नहीं किए जा रहे हैं। बजाजा कमेटी से प्रेरणा लेकर एटा, अलीगढ़ में भी इसी तरह के कार्यक्रम हो रहे हैं।

 

ये रहे उपस्थित

बैठक में कई महत्वपूर्ण सुझाव आए। इन पर अमल किया जाएगा। बैठक में बंटी ग्रोवर, हेमंत भोजवानी, राजुकमार गुप्ता, दीपक खरे, डॉ. मुनीश्वर गुप्ता, बसंत गुप्ता, ममता बेन, राजीव अग्रवाल, कन्हैयालाल अग्रवाल, भूरा अग्रवाल, कुलवंत मित्तल, राजीव खेमका, गिरीश शर्मा, राधा सतीश, नितिन जौहरी, आरपी सक्सेना, सुनील क्षेत्रपाल, उमाशंकर मिश्रा, चन्द्रेश गर्ग, ममता शर्मा, सोनू मित्तल, टीटी गोयल, अविनाश राणा, आशीष पाराशर, राहुल चतुर्वेदी, शरद चौहान, शबाना खंडेलवाल, जुगल श्रोत्रिय, मुकेश मित्तल, हाजी अल्ताफ हुसैन, श्याम भोजवानी, सुषमा जैन, कृष्ण कुमार अग्रवाल गुड्डू, अनिल जैन, संजीव गुप्ता, गिरीश कुमार शर्मा, डॉ. भानु प्रताप सिंह (पत्रकार) के अलावा बजाजा कमेटी के सभी पदाधिकारी मौजूद थे। बीके ममता, बीके दर्शना समेत  ब्रह्माकुमारी बहनों की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।

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दीपक खरे, आशीष पाराशरस शरद चौहान एवं अन्य।

 

नहीं हुआ समय का अनुपालन

सुनील विकल समय का अनुपालन करते हैं। वे किसी को आने का जो समय बताते हैं, उस समय पहुंचेत अवश्य हैं। आज की बैठक में प्रातः 10 बजे शुरू होनी थी लेकिन 10.45 बजे शुरू हुई। कमेटी के पदाधिकारी तो सय पर आ गए थे लेकिन एक घंटा विलम्ब चलने की आदत के कारण अन्य लोग नहीँ आए। इस कारण सुनील विकल परेशान से देखे गए। हालत यह थी कि  बैठक समापन तक समाजसेवी आते रहे।

 

3 सितम्बर का कार्यक्रम

3 सितम्बर को सुबह 10 बजे विद्युत शवदाहगृह पर इन अस्थियों के सम्मुख गायत्री परिवार द्वारा यज्ञ व हवन किया जायेगा। इसमें नगर के शीर्ष जनप्रतिनिधि श्रद्धासुमन अर्पित करेंगे। तदुपरांत इन अस्थि फूलों को कलशों में भरकर सुसज्जित मुक्ति रथ पर सजाया जायेगा।

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समाजेसवियों को संबोधित करते क्षेत्री बजाजा कमेटी के अध्यक्ष सुनील विकल

3 सितम्बर का कार्यक्रम

4 सितम्बर को अपराह्न तीन बजे कामाख्या देवी मन्दिर हाथी घाट पर प्रशासनिक अधिकारी हरी झंडी दिखाकर इस विसर्जन यात्रा को रवाना करेंगे। दरेसी, रावतपाड़ा, चिम्मन चौराहे होते हुए यह विसर्जन यात्रा  सुभाष बाजार में सर्वधर्म प्रार्थना सभा का रूप लेगी। सभी धर्मों के धर्मगुरु श्रंद्धाजलि अर्पित करेंगे। परांपरागत पुलिस गारद द्वारा इन अस्थि कलशों को सलामी दी जाएगी।

5 सितम्बर का कार्यक्रम

5 सितम्बर, 2022 को सुबह 5 बजे एमजी रोड कार्यालय से यह अस्थि विसर्जन यात्रा ए.सी बसों द्वारा सोरों गंगा के लिये प्रस्थान करेगी। वाटर वर्क्स चौराहे पर क्षेत्रीय पार्षद स्वागत करेंगे। सोरों की हाड़ गंगा में अस्थियां विसर्जित की जाएंगी। गंगा स्नान, ब्राह्मण भोज व प्रसादी के साथ कार्यक्रम का समापन होगा।

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पत्रकारों को संबोधित करते श्री क्षेत्र बजाजा कमेटी के अध्यक्ष सुनील विकल, महामंत्री राजीव अग्रवाल एवं अन्य।

अस्थि विसर्जन यात्रा में जाने वाले संपर्क करें

जो लोग इस यात्रा में साथ चलने के इच्छुक हैं,वे 9412253783, 9897455660, 9358399419, 9458560279, 8755416300, 9319053279 या 9319809451 पर  सम्पर्क कर अपनी सीट 30 अगस्त तक सुरक्षित करा सकते हैं। 400 रुपये शुल्क निर्धारित है। कल हुई प्रेस वार्ता में कमेटी के पूर्व अध्यक्ष डॉ. सुरेश गोयल, राहुल गुप्ता (राधे), अनिल जिंदल, राजेन्द्र गोयल, मनोज शर्मा, नवीन सिंघल, प्रशान्त गुप्ता, मुकेश अग्रवाल, ज्ञानेंद्र तोमर, विपिन जिंदल, राकेश अग्रवाल, राजीव पोद्दार, विजय अग्रवाल, राम कुमार आदि की उपस्थिति रही।

Dr. Bhanu Pratap Singh