Agra, Uttar Pradesh, India. दयालबाग क्षेत्र में वरिष्ठ पत्रकार और जाने-माने ज्योतिषवेत्ता पंडित प्रमोद गौतम के निवास के पीछे नगर निगम के सड़क निर्माण के ठेकेदार की लापरवाही से शनिवार रात्रि बड़ा हादसा होने से टला। उनका आवास गिरते-गिरते बचा। मोहल्लावासियों की मदद से जैसे-तैसे स्थिति बिगड़ने से बचाई। पूरा दिन लीकेज ठीक करने में निकल गया। नगर निगम की ओर से कोई मदद नहीं दी गई। जनकपुरी में जल्दी में हो रहे निर्माण कार्यों का यह नमूना है। आगे न जाने क्या होगा?
वरिष्ठ पत्रकार एस्ट्रोलॉजर पंडित प्रमोद गौतम के निवास दयालबाग क्षेत्र में टैगोर नगर के पीछे हनुमानजी के मंदिर के सामने नगर निगम द्वारा पास सड़क का निर्माण पिछले 25 वर्षों बाद पहली बार उस सड़क के निर्माण का कार्य किया जा रहा है। जिस ठेकेदार को ये कार्य मिला है उसकी लापरवाही के चलते 17 सितम्बर शनिवार की रात टैगोर नगर के चौराहे पर गंगा जल की पाइप लाइन शाम को साढ़े 6 बजे के बाद लीक हुई और उसका पानी आधी नवनिर्मित सड़क पर बहने लगा उसके कारण पानी का ढलान एक तरफ पंडित प्रमोद गौतम के निवास की पीछे वाली दीवार पर तेजी से टकराता हुआ निकल रहा था, जिससे कच्ची गिट्टी अधूरी सड़क पर पूरी तरह जमीन में धंसने लगी। पीछे के मोहल्ले में रहने वाले लोगों ने पंडित प्रमोद गौतम को शनिवार शाम साढ़े 6 बजे करीब सूचित किया कि उनके घर पीछे गंगाजल की पाइप लाइन लीक होने के कारण गंगा जल उनकी दीवार से टकरा रहा है।
काफी मुश्किलों से रात्रि में पंडित प्रमोद गौतम ने उनके घर के पीछे रहने वाले मोहल्ले वालों की मदद से गंगा जल की पाइप लाइन लीकेज को उनके घर की पीछे वाली दीवार से टकराने को रोका। लगभग एक घण्टे पानी के टकराने से उनकी दीवार के पीछे जो सड़क की गिट्टी डाली गई थी वो पूरी तरह धँसती जा रही थी और नगर निगम के ठेकेदारों की लापरवाही से चलते शनिवार रात्रि एक बड़ा हादसा होने से टल गया।
सड़क निर्माण के दौरान 40 वर्ष पुराने नाले के चैम्बर को जो कि सड़क के मध्य में आता है 5 दिन पहले ठेकेदार की सड़क निर्माण की जेसीबी मशीन ने तोड़ दिया है, जिससे एक बड़ा हादसा उस इलाके में किसी भी वक्त हो सकता है। अभी तक उस नाले के चैम्बर को सड़क निर्माण करने वाले ठेकेदार के द्वारा पाटने का कार्य नहीं किया गया है।