यूपी में ठंड का अचानक प्रकोप, 30 जिलों में घना कोहरा; आईएमडी ने जारी किया रेड अलर्ट

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लखनऊ: दिसंबर का आधा महीना बीतते ही उत्तर प्रदेश में सर्दी ने तीखा रुख अख्तियार कर लिया है। पहाड़ों से आ रहीं तेज सर्द हवाओं के चलते प्रदेश के कई जिलों में ठिठुरन बढ़ गई है। जनवरी आने से पहले ही मौसम ने कड़ाके की ठंड का अहसास करा दिया है। राजधानी लखनऊ, कानपुर समेत अनेक जिलों में सुबह और रात के समय घने कोहरे की चादर छाई रही, जिससे सड़क यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ। हालात को देखते हुए भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने प्रदेश में कोहरे का रेड अलर्ट जारी किया है।

मौसम विभाग के अनुसार, कमजोर आंका जा रहा पश्चिमी विक्षोभ अपेक्षा से अधिक प्रभावी साबित हुआ है। इसके असर से उत्तर प्रदेश समेत देश के कई हिस्सों में घना कोहरा और तापमान में तेज गिरावट दर्ज की गई। सीजन के पहले पश्चिमी विक्षोभ ने उत्तर भारत से लेकर बिहार तक असर दिखाया है। मैदानी इलाकों में कोहरे की मोटी परत जमी रही।

गुरुवार सुबह प्रदेश के करीब 30 जिलों में घना कोहरा छाया रहा। प्रयागराज, वाराणसी, गोरखपुर, अमेठी, अयोध्या सहित कई जिलों में दृश्यता शून्य से लेकर अधिकतम 10 मीटर तक सिमट गई। सड़कों पर वाहन चालकों को सामने कुछ भी नजर नहीं आया, जिससे आवाजाही में भारी परेशानी हुई।

बुधवार को कोहरे के कारण लखनऊ, गोरखपुर और कुशीनगर में दृश्यता शून्य दर्ज की गई, जबकि बहराइच में यह 20 मीटर और फतेहगढ़, बलिया व हरदोई में 30 से 40 मीटर के बीच रही। रात का न्यूनतम तापमान 9 डिग्री से गिरकर 6 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जो सामान्य से 3.3 डिग्री कम और इस सीजन का सबसे कम पारा है। इटावा में न्यूनतम तापमान 7 डिग्री, बुलंदशहर में 8 डिग्री, लखीमपुर खीरी में 8.2 डिग्री और हरदोई में 8.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

दिन का अधिकतम तापमान भी गिरकर 21.9 से 20.9 डिग्री सेल्सियस पर आ गया, जो सामान्य से 4.6 डिग्री कम है। दिन के समय 20 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चली बर्फीली हवाओं ने ठंड का असर और बढ़ा दिया।

आईएमडी के मुताबिक, पहले पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से ठंड और कोहरा बढ़ा है, जबकि दूसरा पश्चिमी विक्षोभ 19 दिसंबर को आने की संभावना है। पहाड़ी इलाकों में हालिया बर्फबारी के बाद चलीं सर्द हवाओं के कारण दिसंबर के तीसरे सप्ताह में ही जनवरी जैसी ठिठुरन महसूस की जा रही है। अचानक बढ़ी ठंड के चलते दिन में भी लोग अलाव जलाते नजर आए।

Dr. Bhanu Pratap Singh