नकली दवाओं के सौदागरों पर सख्त कार्रवाई, बहु-राज्यीय रैकेट का पर्दाफाश, 6 कंपनियों पर गिरी गाज

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आगरा/पुंदुचेरी। आगरा और लखनऊ समेत देश के कई राज्यों में फर्जी दवाओं की सप्लाई करने वाले बड़े नेटवर्क पर आखिरकार कड़ी कार्रवाई हुई है। पुंदुचेरी ड्रग्स कंट्रोल विभाग ने मीनाक्षी फार्मा और अम्मान फार्मा के खिलाफ सख्त कदम उठाते हुए दोनों फर्मों के लाइसेंस रद्द कर दिए हैं। यह कार्रवाई उस बहु-राज्यीय जांच का अहम हिस्सा है, जिसकी शुरुआत अगस्त 2025 में आगरा में हुई छापेमारी से हुई थी और जिसके तार पुंदुचेरी तक जुड़े पाए गए।

ड्रग्स कंट्रोल विभाग द्वारा फर्जी और बिना लाइसेंस दवाओं के निर्माण व भंडारण के खिलाफ चलाए गए विशेष अभियान के तहत पुंदुचेरी में कुल 14 दवा निर्माण इकाइयों को सील किया गया है। इनमें से सात इकाइयां बिना किसी वैध लाइसेंस के संचालित हो रही थीं, जबकि छह दवा कंपनियों के लाइसेंस रद्द किए गए हैं। यह पूरी कार्रवाई ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक्स एक्ट, 1940 के प्रावधानों के तहत की गई।

छापेमारी में चौंकाने वाले खुलासे

जांच के दौरान सामने आया कि कई इकाइयों में बिना अनुमति दवाओं का निर्माण और भंडारण किया जा रहा था। छापेमारी में बड़ी मात्रा में एक्सपायर्ड और संदिग्ध नकली दवाएं, अवैध कच्चा माल, पैकेजिंग सामग्री और दवा निर्माण में इस्तेमाल होने वाली मशीनरी जब्त की गई। जिन कंपनियों पर कार्रवाई हुई, उनमें लॉर्वेन फार्मास्युटिकल्स प्राइवेट लिमिटेड, मीनाक्षी फार्मा, अम्मान फार्मा, न्यू जर्सी लाइफ केयर फार्मा, पार्म हाउस और श्रीसन फार्मा शामिल हैं।

इसके अलावा पीआईपीडीआईसी इंडस्ट्रियल एस्टेट के मेट्टुपालयम क्षेत्र में बिना लाइसेंस संचालित अंबाल गोल्डन कैप्सूल्स और गोल्डन कैप्सूल्स को भी सील कर दिया गया है। कुरुम्बापेट राजस्व गांव, पूर्णनकुप्पम और थावलाकुप्पम क्षेत्रों में स्थित कई अवैध गोदामों पर भी छापेमारी कर उन्हें बंद कराया गया।

आगरा कनेक्शन और गिरफ्तारी

इस पूरे फर्जी दवा नेटवर्क का सीधा कनेक्शन आगरा से जुड़ा हुआ है। आगरा पुलिस पहले ही मीनाक्षी फार्मा और अम्मान फार्मा के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर चुकी है, जिसमें एके राणा और राजा को नामजद आरोपी बनाया गया था। हाल ही में आगरा पुलिस ने मुख्य आरोपी एके राणा को पुंदुचेरी से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, जबकि दूसरे आरोपी राजा के खिलाफ बी-वारंट लेकर पुलिस टीम लगातार दबिश दे रही है।

सीबीसीआईडी भी जांच में जुटी

फर्जी दवाओं की सप्लाई में पुंदुचेरी लिंक सामने आने के बाद सीबीसीआईडी ने भी जांच तेज कर दी है। लगातार छापेमारी के दौरान अब तक करीब 25 करोड़ रुपये से अधिक कीमत के पैकेजिंग प्लांट, मशीनरी और नकली दवाएं जब्त की जा चुकी हैं। इस संगठित रैकेट से जुड़े 13 लोगों को अब तक पुंदुचेरी में गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है।

ड्रग्स कंट्रोल विभाग ने बताया कि 15 दवा फॉर्मूलेशन और 20 एक्टिव फार्मास्युटिकल इंग्रेडिएंट्स के सैंपल सेंट्रल ड्रग्स टेस्टिंग लेबोरेटरी, चेन्नई भेजे गए हैं, जहां दवाओं की गुणवत्ता, सुरक्षा और वैधानिक मानकों की गहन जांच की जाएगी। साथ ही देशभर में अलर्ट जारी कर फार्मेसियों और सप्लाई चेन पर निगरानी बढ़ा दी गई है, ताकि फर्जी दवाओं की बिक्री पर पूरी तरह अंकुश लगाया जा सके।

इस बड़ी कार्रवाई के बाद दवा कारोबार से जुड़े लोगों में हड़कंप मचा हुआ है, वहीं प्रशासन ने साफ किया है कि फर्जी दवाओं के खिलाफ अभियान आगे भी सख्ती से जारी रहेगा।

Dr. Bhanu Pratap Singh