खरगोन हिंसा को लेकर मध्य प्रदेश में सियासत गरमाती जा रही है। जिस तरह से कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने इस मामले को लेकर एक गलत ट्वीट किया, जिस पर शिवराज सिंह चौहान सरकार ने कार्रवाई तेज कर दी है। मंगलवार को भोपाल के थाने में कांग्रेस नेता के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई। अब प्रदेश सरकार दिग्विजय के ट्विटर अकाउंट को सस्पेंड कराने की कवायद में जुट गई है। एमपी के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने ट्वीट के जरिए दिग्विजय सिंह के ट्विटर अकाउंट को रिपोर्ट करने की अपील की है।
विश्वास सारंग ने ट्वीट कर लोगों से की ये अपील
मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने बुधवार सुबह में इस मुद्दे पर एक ट्वीट किया। उन्होंने लिखा, ‘गलत जानकारी के साथ ट्वीट कर मप्र और देश के साम्प्रदायिक सौहार्द को खंडित करने का षड्यंत्र करने वाले @digvijaya_28 के ट्विटर अकाउंट को सस्पेंड करने के लिए रिपोर्ट किया। मेरी अपील है कि आप सब भी दिग्विजय के अकाउंट को सस्पेंड करने के लिए रिपोर्ट करें- #ReportDigvijay। विश्वास कैलाश सारंग के इस ट्वीट पर यूजर्स लगातार रिएक्ट कर रहे हैं। 70 से ज्यादा बार इसे रिट्वीट किया जा चुका है।
बीजेपी मेरे खिलाफ नहीं, पूरे देश के खिलाफ एजेंडा चला रही: दिग्विजय
इस पूरे मामले पर बुधवार को कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि सांप्रदायिक उन्माद के खिलाफ बोलने से अगर मेरे खिलाफ एक नहीं एक लाख भी FIR दर्ज हो जाएं तो मुझे अफसोस नहीं है। जो मेरा ट्वीट था उसमें भी मैंने प्रश्न ही पूछा था, वो तस्वीर खरगोन की नहीं थी इसलिए मैंने उस ट्वीट को डिलीट कर दिया। बीजेपी मेरे खिलाफ नहीं पूरे देश के खिलाफ एजेंडा चला रही है।
क्या है पूरा मामला
दिग्विजय सिंह पर शिवराज सरकार का एक्शन तब शुरू हुआ जब उन्होंने खरगोन हिंसा के लिए जिला प्रशासन और पुलिस को जिम्मेदार ठहराते हुए एक ऐसी तस्वीर पोस्ट की जिसमें एक मस्जिद पर लोगों के एक समूह को भगवा झंडा लहराते हुए दिखाया गया। हालांकि, तस्वीर फर्जी निकली और बाद में दिग्विजय सिंह की पोस्ट को उनके ट्विटर अकाउंट से हटा दिया गया।
ट्वीट को लेकर कांग्रेस नेता पर दर्ज हुई FIR
इसके बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा सहित सूबे के बीजेपी नेताओं ने दिग्विजय सिंह की पोस्ट को ‘राज्य में सांप्रदायिक हिंसा फैलाने की साजिश’ बताया। राज्य के गृह मंत्री ने कहा कि दिग्विजय सिंह के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद मंगलवार शाम को भोपाल थाने में कांग्रेस नेता के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई। एफआईआर के जवाब में दिग्विजय सिंह ने बाद में मंगलवार शाम भोपाल पुलिस कमिश्नर और श्यामला हिल्स थाने को पत्र लिखकर सोशल मीडिया पर एक पुरानी पोस्ट के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ शिकायत दर्ज करने की मांग की।
दिग्विजय ने भी भोपाल कमिश्नर को पत्र लिखकर की ये मांग
पत्र में, दिग्विजय सिंह ने कहा कि शिवराज चौहान ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी का एक छेड़छाड़ वाला वीडियो साझा किया था। उन्होंने पत्र में कहा कि 19 मई 2019 को, सीएम शिवराज ने तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का एक छेड़छाड़ वाला वीडियो साझा किया था। ये एक अपराध था और उनके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। पार्टी प्रवक्ता ने बताया कि कांग्रेस नेता ने उस वीडियो को भोपाल के पुलिस आयुक्त के साथ भी साझा किया है। इस बीच खरगोन में पुलिस और जिला प्रशासन की ओर से हिंसक वारदात के खिलाफ कार्रवाई जारी है और अब तक करीब 100 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
-एजेंसियां
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