डॉ. भानु प्रताप सिंह
Live Story Time
Agra, Uttar Pradesh, India, Bharat. जाने-माने व्यापारी नेता टीएन अग्रवाल 40 वर्ष से व्यापार कर रहे हैं। राजस्थान में उनकी कपड़ा बनाने की मिल है। उन्होंने समय के साथ स्वयं को अपडेट किया है। किस व्यापार में किस तरह की नई तकनीक आई है, यह भी वे समझते हैं। उनका अनुभव है कि जो व्यापारी गुणवत्ता कायम रखेगा, वह टिकेगा। मिलावट या गुणवत्ताविहीन उत्पाद करने वाले व्यापारी मिट जाएंगे।
श्री अग्रवाल ने बताया कि मिर्च में गेरू मिलाने का समय जा चुका है। यह समय गुणवत्ता का है। ब्रांड का है। ब्रांडेड सामान हो या लोकल, जो गुणवत्ता कायम रखेंगे आगे बढ़ते जाएंगे। आगरा में ही हम प्रत्यक्ष देख रहे हैं।
व्यापारी नेता टीएन अग्रवाल का कहना है कि कपड़ा हो या खाद्य पदार्थ, गृह निर्माण हो या मोटर गाड़ी, अब हर व्यक्ति चाहता है कि माल टनाटन यानी गुणवत्तायुक्त हो। सोशल मीडिया के दौर में लोग जान गए हैं कि मिलवाटयुक्त भोजन, फास्ट फूड के कितने नुकसान हैं। इसलिए हर कोई अधिक पैसे खर्च करके भी अच्छी चीज चाहता है। लोग रिफाइंड की जगह तेल या देशी घी लेने लगे हैं। नमक भी आयोडीन के स्थान पर सेंधा हो गया है। सरसों का तेल लेना है तो बीपी ऑयल मिल का चाहिए क्योंकि गुणवत्ता की गारंटी है। इसी तरह से मुंशी पन्ना मसाला, बेलनगंज में मदन लाल की दुकान, गोपालदास, दाऊ जी, बृज रसायन, सुरेशचंद दिनेश चंद आदि की पहचान गुणवत्ता के लिए है।
उन्होंने उन 10 फासदी व्यापारियों को सचेत किया जो गलत राह पर चलकर व्यापार में समृद्धि का ख्वाब देख रहे हैं। कुछ समय के लिए भले ही लाभ दिखाई दे लेकिन आगे परिणाम भयानक होते हैं। परिवार में कोई न कोई बीमारी स्थाई रूप से आ जाती है। छापा पड़ता है तो सारी अवैध कमाई एक झटके में निकल जाती है।
उन्होंने बताया कि कपड़े की बात करें तो भविष्य कॉटन का है। जलवायु परिवर्तन हो रहा है। ऐसे में सूती वस्त्र पहनने की मजबूरी हो जाएगी। इसलिए सूती वस्त्र बनाने के करखाने स्थापित करने वाले भविष्य में लाभ कमाएंगे।
- उत्तराखंड में भारी बारिश, चारधाम यात्रा रोकी गई, यमुनोत्री मार्ग पर बादल फटा, 9 मजदूर लापता - June 29, 2025
- Agra News: भाजपा कार्यकर्ताओं ने महानगर के सभी 1760 बूथों पर सुनी पीएम मोदी के मन की बात, ‘एक पेड़ मां के नाम’ के तहत पौधे भी रोपे - June 29, 2025
- जल की बूंद-बूंद पर संकट: नीतियों के बावजूद क्यों प्यासी है भारत की धरती? - June 29, 2025