रामकी चाहर ने आगरा में अकबर की कब्र खोदकर हड्डियां जला दी थीं, अकोला में पुस्तक का विमोचन

रामकी चाहर ने आगरा में अकबर की कब्र खोदकर हड्डियां जला दी थीं, अकोला में पुस्तक का विमोचन

साहित्य

 

वरिष्ठ पत्रकार डॉ. सुरेंद्र सिंह द्वारा लिखित पुस्तक का विमोचन डॉ के.एस. राना, प्रो० देवेंद्र शुक्ल ने किया

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आगरा : आगरा के अकोला में महान योद्धा रामकी चाहर की जीवन गाथा पर आधारित पुस्तक “सम्राट की कब्र” (एक ऐतिहासिक तथ्य) का भव्य विमोचन किया गया। इस पुस्तक को वरिष्ठ पत्रकार डॉ. सुरेंद्र सिंह ने लिखा है।

कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. हाकिम सिंह ने की और संचालन चाहर खाप के कार्यकारी प्रवक्ता इंजीनियर यशपाल चाहर ने किया।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में आगरा विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. के.एस. राना और विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रोफेसर देवेंद्र शुक्ल ने शिरकत की।

इस अवसर पर डॉ. के.एस. राना ने कहा कि अकोला की धरती वीरों की जननी रही है और चाहरवाटी क्षेत्र के लोग हमेशा समाज के लिए आगे बढ़ चढ़कर बलिदान दिया है। उन्होंने कहा कि समाज के लोगों को अपने महान पूर्वजों के इतिहास से प्रेरणा लेनी चाहिए।

प्रोफेसर देवेंद्र शुक्ला ने कहा कि रामकी चाहर और गोकुल सिंह द्वारा मुगलों के खिलाफ किया गया विद्रोह आजादी की पहली लड़ाई थी। उन्होंने पुस्तक के ऐतिहासिक और साहित्यिक पक्ष पर भी प्रकाश डाला।

पुस्तक के लेखक डॉ. सुरेंद्र सिंह ने कहा कि पुस्तक में रामकी चाहर से संबंधित ऐसी आधा दर्जन से ज्यादा घटनाएं हैं जिन पर कई और पुस्तकें लिखी जा सकती हैं। उन्होंने कहा कि रामकी चाहर 17वीं शताब्दी के सबसे महान योद्धा थे जिन्होंने औरंगजेब के तीन सेनापतियों को मारा और अपने पूर्वज वीर गोकुल जाट की शहादत का बदला लेते हुए सिकंदरा को ध्वस्त करके अकबर की कब्र को नष्ट कर दिया तथा उसकी हड्डियां निकाल कर जला दी।

इस अवसर पर पुस्तक के प्रकाशक एसोसिएटेड पब्लिकेशन हाउस के हरेंद्र जैन की समस्त सरदारी द्वारा प्रशंसा की गई जिन्होंने इस पुस्तक द्वारा रामकी चाहर की जीवन गाथा को पूरे देश में प्रसारित करने का बीड़ा उठाया है।

इसी मौके पर चाहर खाप के कार्यकारी संयोजक डॉ. सुरेश चाहर ने जल्द ही रामकी चाहर की भव्य प्रतिमा की स्थापना की बात कही।

कार्यक्रम में मुख्य रूप से उदयवीर चाहर बी.ओ, दिनेश वर्मा ‘सारथी’, डॉ. विचित्र सिंह, रणवीर सिंह चाहर, किसान नेता श्याम सिंह चाहर के.के. चाहर प्रधान,अरविंद चाहर, सावित्री चाहर, सुखबीर चाहर, मास्टर बीरी सिंह, डॉ. ब्रजेश चाहर, रतन सिंह, कैलाशचंद्र प्रधान, अजीत प्रधान, कैप्टन उम्मेद सिंह, यतेंद्र चाहर, पुष्पेंद्र चाहर, सुरेंद्र चाहर,अनिल चाहर, प्रभात चाहर, रूप सिंह चाहर, सचिन चाहर,राहुल चाहर एवं अन्य लोग उपस्थित रहे।

Dr. Bhanu Pratap Singh