पाकिस्‍तान के पूर्व विदेश मंत्री को पुलिस ने धकियाते हुए फिर डाला जेल में

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पाकिस्‍तान के पूर्व विदेश मंत्री और इमरान खान की पार्टी पीटीआई के उपाध्‍यक्ष शाह महमूद कुरैशी को रावलपिंडी पुलिस ने धकियाते हुए दोबारा जेल में बंद कर दिया है। कुरैशी जेल में अपने खिलाफ हो रहे अत्‍याचार के आरोप लगा रहे थे और इसी बीच पुलिस ने उन्‍हें धकियाते हुए दोबारा अदियाला जेल में डाल दिया। इससे पहले साइफर केस में जमानत मिली थी। पुलिस ने कहा है कि इस बार कुरैशी को 9 मई को हुई हिंसा के मामले में अरेस्‍ट किया गया है। जेल के बाहर मीडिया से बातचीत में कुरैशी ने कहा कि मैं निर्दोष हूं और देश में सुप्रीम कोर्ट के आदेश का मजाक उड़ाया जा रहा है।

यह वही कुरैशी हैं जिन्‍होंने विदेश मंत्री रहते भारत के साथ चल रही बातचीत को पटरी से उतार दिया था और कई बार जहरीले बयान दिए थे। जनरल मुनीर के राज में कुरैशी को पुलिस ने बुरी तरह से बेइज्‍जत कर डाला। कुरैशी ने कहा कि उन्‍हें बिना किसी वजह के प्रताड़‍ित किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि पाकिस्‍तानी सेना के मुख्‍यालय पर हुए हमले के मामले में कुरैशी को अरेस्‍ट किया गया है और उन्‍हें अब आतंकवाद निरोधक अदालत के सामने पेश किया जाएगा।

गोपनीय दस्‍तावेज पर भी फंसे हैं कुरैशी

इससे पहले इमरान खान के करीबी सहयोगी शाह महमूद कुरैशी को मंगलवार को 15 दिन के लिए रावलपिंडी की अडियाला जेल में हिरासत में लिया गया था। उन्हें उच्चतम न्यायालय द्वारा गोपनीय दस्तावेज लीक करने के मामले में जमानत दिए जाने के बाद हिरासत में लिया गया। ‘द एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ की खबर के मुताबिक रावलपिंडी के उपायुक्त ने कहा कि इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी के उपाध्यक्ष कुरैशी की रिहाई से शांति व सुरक्षा को खतरा पैदा होगा।

गोपनीय दस्तावेज लीक करने का मामला इस आरोप पर आधारित है कि पिछले साल मार्च में पाकिस्तान दूतावास द्वारा भेजे गये राजनयिक दस्तावेज को खान और कुरैशी ने उचित ढंग से नहीं संभाला और उन्होंने देश की गोपनीयता कानूनों का उल्लंघन किया। यह कदम तब उठाया गया है जब उच्चतम न्यायालय ने गोपनीय दस्तावेज लीक करने के मामले में इमरान खान और कुरैशी दोनों को जमानत दे दी है।

-एजेंसी

Dr. Bhanu Pratap Singh