कर्नाटक के हिजाब विवाद पर पाकिस्‍तान ने भारतीय राजनयिक को तलब किया

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कर्नाटक के हिजाब विवाद पर इस्लामाबाद स्थित भारतीय दूतावास के अधिकारी को पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने तलब करके अपनी चिंता जताई है. पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने भारत के कर्नाटक राज्य में मुस्लिम छात्राओं के हिजाब पहनने पर लगी पाबंदी की कड़ी निंदा की है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता आसिम इफ़्तिख़ार अहमद की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि पाकिस्तान भारतीय राज्य कर्नाटक में मुस्लिम छात्राओं के हिजाब पहनने पर प्रतिबंध लगाने के फ़ैसले की निंदा करता है. बयान के मुताबिक़ भारतीय राजनयिक को पाकिस्तान की इस चिंता से भी अवगत कराया गया है कि धार्मिक असहिष्णुता, नकारात्मक स्टीरियोटाइपिंग, मुसलमानों पर धब्बा लगाना और उनके ख़िलाफ़ भेदभाव दिल्ली दंगों के दो साल बाद भी बेरोकटोक जारी है.
पाकिस्तान की मशहूर महिला अधिकार कार्यकर्ता और नोबेल शांति पुरस्कार विजेता मलाला युसूफ़ज़ई ने कर्नाटक में हिजाब को लेकर चल रहे विवाद पर अपनी राय रखी थी. उन्होंने कहा था- लड़कियों को अपने हिजाब में स्कूल जाने से रोकना भयावह है. कम या ज़्यादा पहनने को लेकर महिलाओं को एक वस्तु जैसा समझना जारी है. उन्होंने भारतीय नेताओं से अपील की है कि उन्हें मुस्लिम महिलाओं की उपेक्षा को रोकना चाहिए.
पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद क़ुरैशी ने ट्वीट कर कहा था कि मुसलमान लड़कियों को शिक्षा से वंचित रखना मौलिक अधिकारों का उल्लंघन है. इस मौलिक अधिकार से किसी को वंचित करना और हिजाब पहनने पर आतंकित करना पूरी तरह दमनकारी है. दुनिया को ये समझना चाहिए कि ये मुसलमानों को घेटो (एक समुदाय की तंग बस्ती) में रहने को मजबूर करने की भारत की योजना का हिस्सा है.
इसके अलावा पाकिस्तान में मुस्लिम लीग (नवाज़) की नेता और पूर्व पीएम नवाज़ शरीफ़ की बेटी मरियम नवाज़ शरीफ़ ने ट्विटर पर अपनी प्रोफ़ाइल पिक्चर में कर्नाटक की मुस्लिम लड़की मुस्कान की तस्वीर लगाई है.
इमरान सरकार में सूचना और प्रसारण मंत्री चौधरी फ़वाद हुसैन ने ट्वीट कर कहा था- मोदी के भारत में जो हो रहा है वो डरावना है. भारतीय समाज अस्थिर नेतृत्व में तेज़ी से नीचे आ रहा है. हिजाब पहनना एक व्यक्तिगत पसंद है, ठीक वैसे ही जैसे किसी भी दूसरी ड्रेस को पहनने के लिए लोग स्वतंत्र हैं.
हालाँकि बुधवार को एआईएमआईएम प्रमुख असदउद्दीन ओवैसी ने हिजाब विवाद पर पाकिस्तान से आ रही प्रतिक्रियाओं पर जवाब दिया था. उन्होंने उत्तर प्रदेश में एक रैली के दौरान कहा कि ये हमारे घर का मसला है, पाकिस्तान इसमें अपनी टांग ना अड़ाए.
असदउद्दीन ओवैसी ने कहा, ‘‘मलाला पर हमला पाकिस्तान में हुआ. उसे वहां (अमेरिका) पर पढ़ना पड़ा. पाकिस्तान के संविधान के लिहाज़ से कोई गैर-मुस्लिम वहां का वज़ीर-ए-आज़म (प्रधानमंत्री) नहीं बन सकता.’’
‘‘हम पाकिस्तान के लोगों से कहेंगे कि इधर मत देखो, उधर ही देखो. तुम्हारे पास बलूचों की समस्या है, तुम्हारे क्या-क्या झगड़े हैं, तुम उन्‍हें देखो, ये देश मेरा है. तुम्हारा नहीं है, हमारे घर का मामला है. आप इसमें अपनी टांग या अपनी नाक मत अड़ाओ, जख़्मी हो जाएंगे तुम्हारे टांग और नाक.’’
-एजेंसियां

Dr. Bhanu Pratap Singh