विश्व ध्यान दिवस पर डॉ रीतू गौतम ने डॉक्टर भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के प्रवक्ताओं को कराया ध्यान, मानसिक तनाव दूर करने के उपाय बताए

Education/job

 

Live Story Time

Agra, Uttar Pradesh, India, Bharat. वैदिक सूत्रम चेयरमैन विश्वविख्यात एस्ट्रोलॉजर पं प्रमोद गौतम ने बताया कि प्रत्येक वर्ष 21 जून को विश्व के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीजी के प्रयासों से विश्व योग दिवस का आरंभ सम्पूर्ण विश्व में आरंभ हुआ था। अब सम्पूर्ण विश्व में पहली बार विश्व ध्यान दिवस या वर्ल्ड मेडिटेशन डे 21 दिसंबर 2024 को मनाया गया। इसको लेकर न्यूयॉर्क स्थित संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में स्थायी भारतीय मिशन ने प्रथम विश्व ध्यान दिवस के उपलक्ष्य में ‘वैश्विक शांति और सद्भाव के लिए ध्यान’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

वैदिक सूत्रम चेयरमैन पंडित गौतम ने बताया कि विश्व प्रसिद्ध ताज नगरी आगरा में भी प्रथम अन्तर्राष्ट्रीय ध्यान दिवस 21 दिसंम्बर 2024 के उपलक्ष्य में डॉक्टर बीआर आम्बेडकर विश्वविद्यालय के पं. दीनदयाल उपाध्याय ग्राम विकास संस्थान में वैदिक सूत्रम प्रबंधकारिणी समिति की सदस्य योग प्रशिक्षका डॉक्टर रीतू गौतम द्वारा ध्यान शिविर आयोजित किया गया। संस्थान के प्रवक्ताओं और विधार्थियों ने ध्यान का लाभ उठाया।

कार्यक्रम में मुख्य रूप से संस्थान के अधीक्षक डॉक्टर मनोज कुमार सिंह,  प्रवक्ता डॉक्टर नीरज कुशवाह, डॉ. आभा सिंह, डॉ. तपस्या चौहान, डॉक्टर आयुष मंगल, डॉक्टर भरत सिंह एवम हीरेश कुमार ने अपनी सहभागिता दर्ज कराई।

डॉ रीतू ने ध्यान योग शिवर के समापन पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि ध्यान योग का एक महत्वपूर्ण अंग है जिसके द्वारा शारीरिक और मानसिक कष्टों को दूर किया जा सकता है। ध्यान शिविर में डॉ रीतू गौतम ने अवसाद और मानसिक तनाव को दूर करने के सुझाव दिए जो कि अन्य गंभीर समस्यायों के कारण बनते हैं।

उन्होंने बताया कि ध्यान एक सतत् क्रिया है जिसका निरन्तर अभ्यास करने से मनुष्य शांत, जागरूक, एक्राग, क्रियाशील, सामाजिक रूप से अधिक शक्तिशाली और प्रभावशाली होने लगता है। ध्यान शिविर में त्राटक ध्यान, ॐ की ध्वनि का लाभ, दैनिक जीवन में ध्यान का नित्य अभ्यास करने से उससे मिलने वाले लाभों पर प्रकाश डाला गया।

Dr. Bhanu Pratap Singh