durga shankar mishra

सावन के तीसरे सोमवार को उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र पहुंचे आगरा के बटेश्वर धाम, पिनाहट की पम्प नहर परियोजना चालू करवाई थी

EXCLUSIVE

डॉ. भानु प्रताप सिंह

Live Story Time

Agra, Uttar Pradesh, India, Bharat. श्रावण मास के तृतीय सोमवार को उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्य सचिव बटेश्वर धाम पहुंचे। उन्होंने मदिर में यहां पूजा-अर्चना की। देश-प्रदेश में सुख-शांति-समृद्धि की कामना की। वे दिल्ली से लखनऊ जाते समय आए। उन्होंने अपना पूरा यात्रा वृतांत सोशल मीडिया पटल एक्स पर क्रमबद्ध ढंग से लिखा है। हम यहां उनकी पूरी बात यथावत प्रस्तुत कर रहे हैं। दुर्गा शंकर मिश्र ने 12 बिंदुओं में अपनी यात्रा का वर्णन किया है।  क्लिक करके आप फोटो और वीडियो देख सकते हैं।

 

  1. आज दिल्ली से लखनऊ आते समय मुझे जनपद आगरा के मां यमुना जी के तट पर स्थित बटेश्वर धाम मंदिर में भगवान शिव की पूजा-आराधना का पुण्य सुअवसर प्राप्त हुआ। आज श्रावण मास का तीसरा सोमवार है एवं शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि है।

 

  1. जब मैं 1996 से 1998 के बीच आगरा का जिलाधिकारी था तो यहां मुझे कई बार आने का मौका मिला, किन्तु आज का अनुभव अद्वितीय था।

 

  1. मैं यहां लगभग सवा 12 बजे पहुंचा। यह मेरा सौभाग्य था कि यहां भगवान शिव की आरती भी लगभग इसी वक्त होती है, जिसके चलते मुझे देवाधिदेव का जल-दूध-दही-घी-शहद-कुमकुम आदि से अभिषेक व आरती-पूजन करने का सुअवसर प्राप्त हुआ। बटेश्वर एक ऐसा स्थान है जहां पर मां यमुनाजी पश्चिम दिशा में मुड़ जाती हैं; जबकि सामान्यता उनकी धारा दक्षिण या पूरब की दिशा के ओर ही होती है। यह इस स्थान को और खास बना देता है।

 

  1. ऐसे स्थान पर स्थित बटेश्वर धाम में भगवान शिव की महिमा को ध्यान में रखते हुए यहां जलाभिषेक व पूजन करने के लिए दूर-दूर से श्रद्धालु आते हैं। यहां यमुना जी के किनारे बहुत सुंदर घाट बना हुआ है। मुख्य मंदिर के अलावा यहाँ भगवान शिव के 100 और यानि कुल 101 शिव मंदिर हैं।

 

  1. अगर आप यमुनाजी में नौकायन का आनंद लें तो इन मंदिरों की अनूठी छवि नजर आती है। बटेश्वर आगरा जनपद के बाह तहसील में स्थित है। इसकी आगरा से दूरी लगभग 80 किलोमीटर है। आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर ठीक 54 किलोमीटर पर एक कट है, जिससे लगभग 8-10 किलोमीटर का सफर तय कर बटेश्वर धाम पहुंच सकते हैं।

 

  1. दिल्ली से आने पर यमुना एक्सप्रेसवे के बाद आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पकड़ा जा सकता है। दिल्ली से लगभग 230 किमी की दूरी होगी। यहां के मुख्य पुजारी श्री जयप्रकाश गोस्वामी जी मेरे जिलाधिकारी बनने से कुछ समय पहले ही यहाँ आए थे। उन्होंने मुझसे देवाभिदेव महादेव के कई अलग-अलग स्वरूपों की फोटो एवं वीडियो शेयर किए हैं, जिन्हें मैं यहां शेयर कर रहा हूं।

 

  1. आज तो यहां हजारों श्रद्धालुओं का जमावड़ा था व सड़क पर भी उनकी भारी संख्या थी। श्रावण मास का तीसरा और चौथा सोमवार बटेश्वर धाम के लिए विशेष महत्व का होता है। यह हमारी सनातन संस्कृति की विशेषता है कि सावन के इस पावन माह में श्रद्धालु देश के कोने-कोने में बने शिव मंदिरों में जलाभिषेक व पूजन करने पहुंचते हैं।

 

  1. ये कांवड़िये बहुत ही कठिन यात्रा करते हैं, जिसमें पैदल या लेटकर भी यात्रा करते हैं। इससे हमारी अर्थव्यवस्था को भी काफी लाभ मिलता है, क्योंकि तमाम सारे लोग भगवान के चढ़ावे के लिए चाहे वो बेलपत्र हों, जल ले जाने के लिए पात्र हों व चढ़ाने के लिए तमाम सामग्री, विशेष प्रकार के कपड़े, वाहन की व्यवस्था, प्रसाद, मार्ग में भोजन आदि का ख़रीद करते हैं। इसमें बहुतेरे लोगों को रोज़गार मिलता है।

 

9. जनपद आगरा में मैंने जिलाधिकारी के तौर पर इस क्षेत्र (बाह तहसील) में बहुत सारे कार्य किया था। इसमें चंबल नदी पर बना पिनाहट की पम्प नहर परियोजना का चालू कराना प्रमुख, जो बहुत समय से नहर खुदने के बावजूद भी अधूरी पड़ी हुई थी, उसमें पानी नहीं था।

 

10. मुझे इसे चालू कराने का सौभाग्य मिला। आज इसके चलते यहां काफी बड़े क्षेत्र में खेती लहलहाती है। उसके बाद तो साल में तीन-तीन बार खेती होने लगी थी। ऐसी तमाम यादें आज यहां आकर मेरे मानस पटल पर ताजा हो गईं। इसका जिक्र मैंने मीडिया के साथ भी शेयर किया।

 

11. मैं सभी को पावन सावन महीने की शुभकामनाएं देता हूं। देवाधिदेव भगवान शिव का आशीर्वाद सब पर बना रहे, सभी का कल्याण हो। हमारा उत्तर प्रदेश आगे बढ़े, हमारा देश विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने में बहुत तेजी में अग्रसित हो, महादेव से प्रार्थना है।

 

12. आगरा जनपद प्रशासन, पुलिस, जिला परिषद व मंदिर प्रबंधन को मुझे एक अद्वितीय अनुभव देने के लिए हृदय से आभार!

 

Dr. Bhanu Pratap Singh