हर माह बिल नहीं भेजे जाते, घरेलू गैस कनेक्शन में विलम्ब, सीएनजी स्टेशन नहीं खोले जा रहे, अफसर फोन नहीं उठाते, छोटे कारोबारियों को कमर्शियल कनेक्शन नहीं दिए जा कहे, उपभोक्ताओं की शिकायतें सुनने वाला कोई नहीं
Agra, Uttar Pradesh, India. उच्चतम न्यायालय के निर्देशानुसार आगरा और लखनऊ शहरों में परिवेशी वायु गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए ग्रीन गैस लिमिटेड की स्थापना 16 वर्ष पूर्व 7 अक्टूबर 2005 को की गई थी। उद्देश्य था ग्रीन गैस लिमिटेड अपने परिचालन के क्षेत्र में परिवहन, घरेलू, औद्योगिक और वाणिज्यिक ग्राहकों को सिटी गैस की मांग को पूरा करे। साथ ही ग्रीन गैस लिमिटेड स्वास्थ्य, सुरक्षा और पर्यावरण के प्रति प्रतिबद्ध एवं जागरूक रहेगी। 16 साल बाद भी स्थिति वहीं की वहीं है। ग्रीन गैस लिमिटेड के अधिकारियों की मनमानी पर नेशनल चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के सदस्यों ने आक्रोश प्रकट किया है।
चैम्बर अध्यक्ष मनीष अग्रवाल ने बताया कि ग्रीन गैस लिमिटेड के अधिकारियों से बार-बार अनुरोध करने पर भी घरेलू उपभोक्ताओं को बिल नहीं भेजे जा रहे हैं। शहर के सभी प्रवेश मार्गों पर सीएनजी स्टेशन नहीं खोले जा रहे हैं। छोटे कारोबारियों को कॉमर्शियल कनेक्शन देने की प्रक्रिया भी अभी तक चालू नहीं की गई है। उपभोक्ताओं द्वारा समस्याओं के संबंध में फोन करने पर ग्रीन गैस लिमिटेड का कोई उत्तरदायी अधिकारी फोन नहीं उठाता है, जिससे उपभोक्ताओं को कोई संतोषजनक उत्तर नहीं मिल पाता है। ग्रीन गैस लिमिटेड की अधिकारियों की इस लापरवाही से उपभोक्ताओं में काफी रोष है।
शहरी विकास, नागरिक सुविधा एवं ग्रीन गैस प्रकोष्ठ के चेयरमैन एवं पूर्व अध्यक्ष सीताराम अग्रवाल ने बताया कि ग्रीन गैस लिमिटेड की कार्यप्रणाली में गति लाने के लिए चैम्बर द्वारा बार-बार प्रयास किए जाते रहे हैं। उद्देश्य है सिटी गैस उपभोक्ताओं, वाहन चालकों, घरेलू उपभोक्ताओं, छोटे उद्यमियों आदि को गैस की परेशानी से शीघ्र निजात मिल सके। ग्रीन गैस लिमिटेड के उच्च अधिकारियों के साथ कई बैठकें भी हो चुकी हैं, जिनमें यह आश्वासन दिया गया है कि आगरा शहर में गैस वितरण की सारी सुविधाएं शीघ्र पूरी करा दी जाएगी। उपभोक्ताओं को कोई समस्या नहीं होगी। काम की गति से यह प्रतीत हो रहा है कि ग्रीन गैस के अधिकारी अपने उत्तरदायित्व के प्रति प्रतिबद्ध नहीं हैं।
मंडलायुक्त को भेजे पत्र में मांग की गयी है कि ग्रीन गैस लिमिटेड के अधिकारियों को कार्यप्रणाली में सुधार लाने के लिए निर्देशित किया जाए। ग्रीन गैस लिमिटेड ठीक से काम करे, समयबद्ध योजना बनाए तो ताजमहल के शहर को प्रदूषण से काफी हद तक राहत मिलेगी। शहर की परिवेशी वायु गुणवत्ता में सुधार होगा।
वरिष्ठ पत्रकार डॉ. भानु प्रताप सिंह की पुस्तकें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
https://www.amazon.in/Books-Dr-Bhanu-Pratap-Singh/s?rh=n%3A976389031%2Cp_27%3ADr+Bhanu+Pratap+Singh
- खेरिया हवाई अड्डे पर भाजपा नेता स्वीटी कालरा ने कही ऐसी बात कि पीएम मोदी मुस्करा कर रह गए - April 26, 2024
- Agra News: थाना छत्ता मोतीगंज बाजार से कारोबारी की एक्टिवा हुई चोरी, सीसीटीवी में कैद हुआ चोर - April 26, 2024
- मीरजापुर: बारात से दो दिन पूर्व गायब युवक का भूसे के ढ़ेर में मिला शव, परिजनों ने जताई हत्या की आशंका - April 26, 2024