प्रधानमंत्री इमरान ख़ान के खिलाफ़ नेशनल असेंबली में लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग से पहले उनकी सहयोगी पार्टी मुत्ताहिदा क़ौमी मूवमेंट पाकिस्तान यानी एमक्यूएम-पी ने उनके ख़िलाफ़ वोट करने का एलान किया है.
मंगलवार देर रात को एमक्यूएम-पी ने विपक्षी पार्टियों के गठबंधन के साथ बैठक की और बुधवार को अपने फ़ैसले का ऐलान किया.
मंगलवार को तड़के पीपीपी अध्यक्ष बिलावल भुट्टो ज़रदारी ने ट्वीट किया, ‘’संयुक्त विपक्ष और एमक्यूएम के बीच समझौता हो गया है. हम कल एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में मीडिया के साथ ये फ़ैसला साझा करेंगे. बधाई हो पाकिस्तान.‘’
इस फ़ैसले के बाद इमरान ख़ान के पास सरकार में बने रहने के लिए ज़रूरी संख्या जुटा पाने का संकट गहराता ही जा रहा है.
एमक्यूएम-पी के पास सात सदस्य हैं.
अब तक माना जा रहा है कि विपक्ष के पास असेंबली में 169 सदस्य हैं, वहीं इमरान ख़ान की पार्टी पीटीआई के पास 171 सदस्य हैं.
अगर एमक्यूएम-पी के सात सदस्य इमरान ख़ान के खिलाफ़ वोट करते हैं तो ऐसे में उनके लिए ये अविश्वास प्रस्ताव जीतना बेहद मुश्किल हो जाएगा.
-एजेंसियां
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