होली मेला में महापौर हेमलता दिवाकर कुशवाहा का छलका दर्द, अगले वर्ष के लिए लिया ये संकल्प, RSS के स्टॉल पर पुष्पवर्षा

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पालीवाल पार्क में नगर निगम का होली मिलन: उदासीनता के साये में महापौर ने दी बड़े आयोजन की प्रतिज्ञा

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Agra, Uttar Pradesh, India, Bharat.  नगर निगम आगरा ने परंपरागत होली मेला पालीवाल पार्क में आयोजित किया। यहां कुल 40 स्टॉल बनाए गए, लेकिन 13 ही भर सके, शेष 27 स्टॉल खाली रहे। भीड़ भी उम्मीद से बेहद कम रही। यह देख महापौर हेमलता दिवाकर कुशवाहा का दर्द छलक आया। उन्होंने अपने बचपन की स्मृति ताजा करते हुए कहा, लगता नहीं है कि यह होली मेला है। आज यह केवल मंच सरीखा नजर आ रहा है।”

महापौर ने आह्वान किया कि हम किसी भी राजनीतिक दल में हों, लेकिन समाज के लिए हमें एक साथ खड़े रहना चाहिए, जैसे हम यहां एकत्रित हुए हैं।”

कांग्रेस पदाधिकारियों के साथ महापौर।

उद्यान विभाग बना बाधा, प्रचार-प्रसार की कमी से फीका पड़ा आयोजन

पालीवाल पार्क में होली मेला विशाल स्वरूप में लगता था, लेकिन पिछले कुछ वर्षों से यह परंपरा ठप पड़ गई थी। इस बार महापौर हेमलता दिवाकर कुशवाहा के प्रयासों से यह आयोजन फिर से किया गया, लेकिन प्रचार-प्रसार के अभाव में मेले की चमक फीकी रह गई। मेले का स्वरूप बहुत छोटा हो गया, जिसका कारण बताते हुए मंच संचालक और पार्षद शरद चौहान ने कहा, उद्यान विभाग ने अड़ंगा लगा रखा है। इसी कारण पुस्तकालय के सामने मेला लगाया गया है।”

आरएसएस वालों को देखकर महापौर ने बहुत प्रसन्नता प्रकट की।

करीब पौने पांच बजे के आसपास महापौर पहुंचीं, तब जाकर मेले में कुछ चहल-पहल हुई। वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्टॉल पर पहुंचीं, जहां सबका प्रणाम स्वीकार किया और फिर मंच पर आईं।

ताज प्रदेश निर्माण समिति के डॉ सुरेंद्र सिंह, डॉ देवी सिंह चाहर, डॉ योगेंद्र सिंह आदि ने महापौर को जानकारी दी।

संस्कृति की पहचान हैं मेले: महापौर

महापौर ने उद्बोधन में कहा, मेला हमारी सनातन संस्कृति की पहचान है। जब हम छोटे थे, तो पिताजी और भाई हमें मेला दिखाने ले जाते थे। तब मेले का प्रारूप अलग हुआ करता था। पहले बस्तियों में होली मेले लगते थे, लेकिन अब परिवार छोटे हो गए और घटनाएं बढ़ने लगीं, जिससे दिक्कतें खड़ी हो गईं।”

उन्होंने बताया कि बृज में 14 फरवरी से 14 मार्च तक होली उत्सव चला है। मैंने एक ही दिन में 18 होली उत्सवों में भाग लिया है। हम सब चाहते हैं कि होली मेला पहले की तरह भव्य लगे, जिसमें झूले और सांस्कृतिक कार्यक्रम भी हों।”

कांग्रेस पदाधिकारियों के साथ महापौर।

महापौर ने किया बड़ा वादा: अगले वर्ष मेला भव्य और बड़े स्थान पर होगा

महापौर हेमलता दिवाकर कुशवाहा ने ऐलान किया, अगली बार यह मेला बड़े प्रारूप में आयोजित होगा और इसके लिए स्थान भी बदला जाएगा।” उन्होंने आगरा की जनता को आश्वस्त किया कि अगली बार यह आयोजन भव्य स्वरूप में दिखेगा।

क्षत्रिय सभा के पदाधकिरियों के साथ महापौर।

महापौर ने यह भी कहा कि उन्हें इस बात की खुशी है कि इस वर्ष आगरा में होली शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुई। उन्होंने इस बात को रेखांकित किया कि होली के साथ रमज़ान भी चल रहे थे, इसके बावजूद शहर में सौहार्द का वातावरण बना रहा।

मंच पर विभिन्न राजनीतिक दलों की उपस्थिति

मंच से कांग्रेस अध्यक्ष अमित सिंह, भारतीय मजदूर संघ के भूपेंद्र सिंह राणा, रालोद नेता कप्तान सिंह चाहर सहित अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भी विचार रखे। पूर्व पीसीएस अधिकारी यादराम सिंह वर्मा समेत कई विशिष्ट जन मंच पर मौजूद रहे।

कांग्रेस के पदाधिकारियों ने महापौर के साथ सेल्फी भी ली।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का स्टॉल बना आकर्षण का केंद्र

इस आयोजन में सबसे जोरदार उपस्थिति राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्टॉल की रही, जहां एक दर्जन से अधिक कार्यकर्ता अंत तक डटे रहे। महापौर का यहां तिलक कर पुष्पवर्षा से स्वागत किया गया। उन्होंने संघ कार्यकर्ताओं को विशेष समय दिया, जिसकी देखादेखी अन्य लोगों ने भी महापौर का पुष्पवर्षा से अभिनंदन किया।

दक्ष युवा कल्याण समिति के स्टॉल पर सुनहरीलाल गोला एवं अन्य।

गायत्री परिवार का आध्यात्मिक स्वागत

होली मेला के प्रवेश द्वार पर गायत्री परिवार ने भी अपना स्टॉल लगाया था। वहां मंत्रोच्चार के साथ महापौर का तिलक किया गया और ज्योति प्रज्ज्वलित कराई गई। इस अवसर पर पुस्तकों का वितरण भी किया गया।

गायत्री परिवार के स्टॉल का अवलोकन करतीं महापौर। साथ में पार्षद शरद चौहान।

 विभिन्न संगठनों की उल्लेखनीय भागीदारी

वीरांगना झलकारी बाई जयंती समति की ओर से पार्षद माहौर, बंगाली बाबू, गीतारानी माहौर, जिला जाट महासभा के दलजीत सिंह, दक्ष युवा कल्याण समिति के दयाराम प्रजापति, सुनहरीलाल गोला नवीन प्रदापति, मुकेश प्रजापति, ताज प्रदेश निर्माण समिति की ओर से डॉ. सुरेंद्र सिंह, डॉ. योगेंद्र सिंह चाहर, मनोज गुप्ता, राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ उपाध्यक्ष डॉ. देवी सिंह नरवार, क्षत्रिय सभा आगरा के जिलाध्यक्ष डॉ. अनिल सिंह, महामंत्री गजेंद्र सिंह परमार, नारी दर्पण चैरेटेबल से रेनु सिंह, राजेश्वरी, वैष्णव ब्राह्मण सेवा की ओर से भगवान स्वरूप, मांगेलाल शर्मा, जगदीश प्रसाद, भारतीय किसान यूनियन भानु के अभिषेक चौहान, कांग्रेस के अमित सिंह, अश्वनी जैन, आदि की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।

भारतीय किसान यूनियन के स्टॉल पर हेमलता दिवाकर कुशवाहा। साथ में मोहन सिंह चाहर।

महापौर के जाते ही कई लोग अपने बैनर समेटकर चले गए

जैसे ही महापौर कार्यक्रम से विदा हुईं, कई लोग अपने बैनर समेटकर लौटने लगे, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि अधिकांश लोग केवल महापौर की उपस्थिति में ही रुचि रखते थे। इस घटना ने आयोजकों के सामने एक नई चुनौती खड़ी कर दी कि मेले को केवल नेताओं का मंच बनने से कैसे रोका जाए।

महापौर हेमलता के साथ होली खेलतीं नारी दर्पण चैरिटेबल की महिलाएं।

निष्कर्ष

आगरा नगर निगम द्वारा आयोजित होली मेला इस बार फीका जरूर रहा, लेकिन महापौर हेमलता दिवाकर कुशवाहा ने अगले वर्ष इसे भव्य स्वरूप में आयोजित करने का संकल्प लिया है। उन्होंने स्पष्ट संकेत दिए हैं कि इस बार की गलतियों से सीख लेकर प्रचार-प्रसार को अधिक प्रभावी बनाया जाएगा। अब देखना यह होगा कि अगले साल आगरा में होली मेले की परंपरा फिर से अपने गौरवशाली रूप में लौट पाती है या नहीं।

वैष्णव ब्राह्मण सेवा समिति के पदाधिकारियों के साथ महापौर।
होली मेला के मंच पर विराजमान सभी दलों के पदाधिकारी। समाजवादी पार्टी ने होला मेला से दूरी बनाकर रखी।
मंच के सामने विराजमान आम लोग।
मंच के सामने विराजमान आम लोग।

 

Dr. Bhanu Pratap Singh