रामलीला में सीता के रूप में छा गईं माही वी कुमार — आगरा की कला ने किया गुरुग्राम को मंत्रमुग्ध

RELIGION/ CULTURE

रामलीला में सीता के रूप में छा गईं माही वी कुमार — आगरा की कला ने किया गुरुग्राम को मंत्रमुग्ध

 ऐतिहासिक रामलीला में सीता का अद्भुत रूप

Live Story Time

Agra, Uttar Pradesh, India, Bharat.

आगरा। कार्तिकेय संस्था के निदेशक डॉ. पंकज दर्पण अग्रवाल के नेतृत्व में आगरा की प्रसिद्ध मंच संचालिका, मॉडल और रंगमंच अभिनेत्री माही वी कुमार ने 2 अक्टूबर 2025 को गुड़गांव के रामलीला ग्राउंड में आयोजित एतिहासिक रामलीला में ‘सीता जी’ का स्वरूप निभाकर पूरे शहर का दिल जीत लिया। भगवान श्रीराम की भूमिका में ‘अर्शिल चिचाम’, लक्ष्मण बने ‘संदीप खांडे’, जबकि सूपर्णखा पल्लवी शर्मा और रावण के रूप में गौरव गुप्ता ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया।

 मंच की साधना और आशीर्वाद की यात्रा

माही वी कुमार आगरा की ऐतिहासिक रामलीला में पहले भी अहिल्या, शबरी, और अनुसुइया जैसे विविध किरदार निभा चुकी हैं। इन भूमिकाओं से उन्होंने न केवल कला के प्रति अपनी निष्ठा दिखाई बल्कि आगरा के सांस्कृतिक इतिहास में अपना स्थान भी पक्का किया।

 मंच संचालन से मॉडलिंग तक – नटरांजलि की शान

नटरांजलि थिएटर आर्ट्स द्वारा आयोजित सौंदर्य प्रतियोगिता में माही ने ‘एन.टी.ए. इंटरनेशनल ताज क्वीन बेस्ट पर्सनैलिटी’ का खिताब जीतकर आगरा का नाम रोशन किया। उन्होंने एंड टीवी के रियलिटी शो ‘लव मी इंडिया फेम’ अथर्व चतुर्वेदी, ‘सा रे गा मा पा’ के रनर अप तनमय चतुर्वेदी और *‘सुपर स्टार’ फेम वर्षा के साथ मंच साझा कर कला की विविध विधाओं में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया।

माही वी कुमार विभिन्न भूमिकाओं में

कवि सम्मेलन से ताज महोत्सव तक

2023 में मिडनाइट फेस्ट एट सदर’ में मंच संचालन और 2024 में ताज महोत्सव में काव्य पाठ ने माही की लोकप्रियता को नई ऊँचाइयों तक पहुंचाया। महाकवि गोपालदास नीरज की स्मृति में आयोजित कवि सम्मेलन में उनके काव्य पाठ ने देश के प्रसिद्ध कवियों को भी प्रभावित किया।
26 जनवरी 2025 को आयोजित गणतंत्र दिवस समारोह में माही ने पीयूष मिश्रा द्वारा लिखित ‘गगन दमामा बाज्यौ’ के अंश पर अभिनय कर रंगकर्मियों को भावविभोर कर दिया।

रंगमंच की साधिका — लखनऊ की कार्यशालाओं में चमकी प्रतिभा

भारतेंदु नाट्य अकादमी, लखनऊ की कार्यशाला में उन्होंने ‘अहिल्याबाई होलकर’ नाटक में मंच संचालन और अभिनय दोनों में अपनी प्रतिभा से सबका दिल जीता। वहीं संगीत नाटक अकादमी द्वारा आयोजित कार्यशाला में ‘अंधेर नगरी’ में राजा के खास सिपाही की भूमिका निभाकर यह साबित किया कि माही केवल मंच की शोभा नहीं, बल्कि अभिनय की साधिका भी हैं।

 गुरु परंपरा की ज्योति — टोनी फास्टर की सुपुत्री

माही वी कुमार वरिष्ठ रंगकर्मी श्रीमती अलका सिंह शर्मा की शिष्या हैं और आगरा के विख्यात कोरियोग्राफर टोनी फास्टर की सुपुत्री हैं। कला उनके लिए केवल पेशा नहीं, बल्कि संस्कारों की विरासत है — जो पिता से बेटी तक नृत्य, संवाद और सौंदर्य के रूप में प्रवाहित हो रही है।

माही वी कुमार विभिन्न भूमिकाओं में

संपादकीय: मंच की ममता — माही और टोनी फास्टर की कला साधना

आगरा की सांस्कृतिक धरती पर माही वी कुमार और उनके पिता टोनी फास्टर एक ऐसी जोड़ी हैं जिन्होंने कला को साधना बना दिया। पिता ने नृत्य को अनुशासन और परंपरा से जोड़ा, तो बेटी ने मंच पर भावनाओं और अभिनय की नई परिभाषा रची।
आज जब युवा पीढ़ी डिजिटल मंचों में भटक रही है, माही जैसे कलाकार मंच की मर्यादा और संस्कृति की आत्मा को जीवित रखे हुए हैं।
टोनी फास्टर की प्रेरणा और माही की साधना, दोनों मिलकर यह सिद्ध करती हैं कि आगरा केवल ताजमहल का नहीं, बल्कि जीवंत कला-संवेदना का भी नगर है।

डॉ भानु प्रताप सिंह

Dr. Bhanu Pratap Singh